नवागत कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया,सुविधाओ के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए
रतलाम,04अप्रैल(इ खबरटुडे)।नवागत कलेक्टर श्रीमती रुचिका चोहान ने आज बुधवार को जिला चिकित्सालय रतलाम का निरीक्षण किया। वे सुबह 10.30 बजे के आसपास जिला चिकित्सालय में निरीक्षण के लिए पहुंची। उन्होंने मौजूद डाक्टर्स तथा स्टाफ को निर्देशित किया कि जिला चिकित्सालय में शासन की मंशानुसार रोगियो को सभी जरूरी सुविधाओ की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
शासन की कल्याणकारी योजनाओं का समय-सीमा में लाभ रोगियों को मिले। डाक्टर्स तथा अन्य स्टाफ समय के पाबंद होकर अपनी ड्यूटी को अंजाम दें। कलेक्टर ने कहा कि उनके द्वारा जिला चिकित्सालय का समय पर नियमित रुप से निरीक्षण किया जाएगा।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में अपीडी व्यवस्था संतोषजनक नहीं पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की, इसके साथ ही चिकित्सालय की रिक्त पड़ी भूमि का आवश्यक कार्यों ओर सुविधा के विस्तार हेतु उपयोग में लाने हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सालय परिसर में वन स्टेप सेंटर भी चालु किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. ननावरे, सिविल सर्जन डा. आनन्द चंदेलकर, रेडक्रास पदाधिकारी नीरज बरमेचा, समाजसेवी गोविन्द काकानीभी उपस्थित थे ।
निरीक्षण के दौरान श्रीमती चौहान ने जिला चिकित्सालय के सर्जीकल वार्ड, आपरेशन थियेटर, मेटरनिटी वार्ड, ट्रामा सेन्टर, आईसीयू, पैथालाजी, एक्सरे, बर्न यूनिट, गायनिक वार्ड, डायलिसिस सेन्टर इत्यादि स्थानों का निरीक्षण गहनता के साथ किया। कलेक्टर ने ट्रामा सेन्टर की बन्द पड़ी लिफ्ट तत्काल चालू करने के निर्देश दिये ।जिला चिकित्सालय में बडी संख्या में लोगों तथा रोगियों की मौजूदगी पर चिन्ता जाहिर करते हुए कलेक्टर ने क्राउड मैनेजमेंट के निर्देश दिए, इस सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि जिले के नीचले स्तर पर उपलब्ध स्वास्थ्य संस्थाओं में चिकित्सा सुविधाओ को अपडेट किया जाए, इससे वे ही रोगी जिला चिकित्सालय आएंगे जिनका उपचार केवल यहां हो सकता है।
कलेक्टर ने पुरुष तथा महिला भर्ती वार्डां में पहुँचकर रोगियों तथा उनके परिजनों से चर्चा की, मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी हासिल की। कलेक्टर ने अस्पताल में निःशुल्क दवाई वितरण, अपीडी, निःशुल्क पेथालॉजी जांच, स्टाफ की उपलब्धता की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने जिला चिकित्सालय में उत्तरोत्तर सुधार तथा सुविधाओ के विस्तार के लिए सीएमएचओ तथा सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।