दिग्विजय सिंह की मतिभ्रष्ट हुई,भाजपा के सामने कोई चुनौती नहीं-शिवराज सिंह
रतलाम.16 जुलाई (इ खबरटुडे)। जनआशीर्वाद यात्रा पर रतलाम आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां कहा कि भगवान जिसको दारुण दुख देने वाला होता है,उसकी बुध्दि पहले भ्रष्ट कर देता है। दिग्विजय सिंह की मतिभ्रष्ट हो गई है,इसलिए वे आरएसएस के खिलाफ अनर्गल बातें कर रहे हैं। उनके इसी तरह के बयानों से कांग्रेस की दुर्गति हो रही है।
श्री चौहान स्थानीय सर्किट हाउस पर मीडीया से चर्चा कर रहे थे। उन्होने कहा कि प्रदेश में कमलनाथ,ज्योतिरादित्य या दिग्विजय सिंह कोई भी भाजपा के लिए चुनौती नहीं है। प्रदेश की जनता का भरपूर आशीर्वाद शिवराज और भाजपा को मिल रहा है।
शिवराज सिंह ने कहा कि उन्हे जो मध्यप्रदेश मिला था वह बीमारु और उजाड मध्यप्रदेश था। न सडक़ें थी,न बिजली और ना पानी। मध्यप्रदेश की स्थिति सुधारने के लिए क्रमबध्द तरीके से काम किया गया। पहले इसे बीमारु राज्य की श्रेणी से बाहर निकाला गया। आज सडक़ें बिजली और पानी की पर्याप्त व्यवस्था है। अब लोग कहने लगे है कि मध्यप्रदेश विकासशील राज्य बन चुका है। इससे आगे अब मध्यप्रदेश को समृध्द मध्यप्रदेश बनाने की तैयारी करना है।
श्री चौहान ने कहा कि समृध्द मध्यप्रदेश बनाने के लिए प्रदेश की जनता से सुझाव मांगे जा रहे है। इसके लिए विक्रम वर्मा की अध्यक्षता में संकल्प पत्र समिति बनाई गई है,जो प्रदेश भर से सुझाव लेकर समृध्द मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प पत्र तैयार करेगी।
श्री चौहान ने कहा कि पिछले पांच सालों में कृषि उत्पादन दुगुना हो गया है। अब तो इसे बेचने की व्यवस्था करने पर ध्यान देना है। उन्होने कहा कि चीन प्रतिवर्ष १० करोड मीट्रिक टन सोयाबीन अमेरिका से आयात करता है। लेकिन वर्तमान में चीन अमेरिका के सम्बन्ध बिगडने से हमारे लिए स्वर्णअवसर है। वे प्रयास कर रहे है कि मध्यप्रदेश का सोयाबीन चीन को निर्यात किया जाए। इसके लिए प्रधानमंत्री से भी चर्चा की है।
श्री चौहान ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास अब कुछ नहीं बचा है। वे जन आशीर्वाद यात्रा पर आपत्ति उठा रहे है और इसके लिए अजब गजब तरीके अपना रहे है। उन्होने जनआशीर्वाद यात्रा के विरोध मे महाकाल बाबा को चि_ी लिखी है। यह केवल छपास की भूख है। यदि उन्हे कुछ करना है,तो जनता के बीच जाकर ठोस काम करना चाहिए। लेकिन वे टोने टोटेके और भ्रम फैलाने का काम कर रहे है। ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिए बगैर उन्होने कहा कि एक नेता ने नारियल फेंक दिया। उन्होने नारियल फेंका या उनसे फिंकवाया गया,लेकिन इससे यह प्रमाणित होता है कांग्रेस टोने टोटके के भरोसे चल रही है।