दस्तक अभियान में देगें घर-घर सेवा – सीएमएचओ
रतलाम 15 नवम्बर(इ खबरटुडे)। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला रतलाम ने बताया कि षिषु मृत्यु दर कम करने एवं बच्चांे में कुपोषण को समाप्त करने के लिये 16 नवम्बर से 30 नवम्बर तक रतलाम के (विषेष कर जावरा विकासखण्ड के) चिन्हित ग्रामों में दस्तक अभियान का संचालन स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त प्रयासों से किया जायेगा। अभियान में पाॅच वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों से चर्चा कर सेवाऐं दी जायेगी।
अभियान में पाॅच वर्ष तक के बच्चों के लिये पोषण एवं स्वास्थ सेवाऐं घर-घर दी जायेगी। 80 प्रतिषत से कम टीकाकरण वाले ग्रामों में मिषन इन्द्रधनुष के अंतर्गत आंषिक रूप से टीकाकृत एवं छुटे हुए बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण किया जायेगा। छः माह से पाॅच वर्ष तक की आयु के बच्चांे में खून की कमी का सक्रिय स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन किया जायेगा। गम्भीर रूप से कुपोषत बच्चों को पहचान कर एनआरसी में सेवाऐं दी जायेगी। बाल्यकालिन दस्त रोग नियंत्रण संबंधी समुदाय में जागरूकता की गतिविधियाॅ की जायेगी। समुचित षिषु एवं बाल आहार पूर्ति संबंधी समझाईष के साथ-साथ जन्म के समय एक घण्टे के भीतर स्तनपान छः माह तक केवल स्तनपान, छः माह बाद पुरक आहार, दो वर्ष तक की आयु तक पुरक आहार के साथ स्तनपान जारी रखने की समझाईष दी जायेगी। बाल्यकालिन निमोनिया की त्वरित पहचान करते हुए रेफरल किया जायेगा।
आयोडिन अल्पतः बच्चों में होने वाले विकारों पर नियंत्रण किया जायेगा। समुदाय में अभियान के दौरान बिमार पाये गये बच्चों एवं एसएनसीयू से छुट्टी प्राप्त बच्चों की जाॅच एवं उपचार किया जायेगा। कार्यक्रम में रतलाम के (विषेष कर जावरा विकासखण्ड के) चिन्हित ग्रामों में एएनएम, आषा कार्यकर्ता,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा घर-घर में संयुक्त रूप से भ्रमण किया जायेगा। यह दल भ्रमण के दौरान पाॅच वर्ष तक के बच्चों के अभिभावकों से चर्चा करेगे एवं बच्चों में गम्भीर अनिमिया होने की स्थिति में रक्त चढ़ाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जायेगी।