November 14, 2024

थेगड़े से रद्दड़ हुआ इंदौर रोड ,कई स्थानों पर फटने लगा कुछ वर्ष पूर्व बना फोरलेन

उज्जैन,1 फरवरी (इ खबरटुडे)।सिंहस्थ सिर पर है और इंदौर रोड पर थेगड़े लगने का काम किया गया है। थेगड़े से कुछ वर्ष पूर्व बना इंदौर रोड रद्दड़ हो चला है। फोरलेन के मायने इस हिसाब से गड़बड़ा रहे हैं।

कभी इस मार्ग पर पेट का पानी नहीं हिलता था और अब फोर व्हीलर में बैठा व्यक्ति ही हिल जाता है। इंदौर रोड का निर्माण योजना के तहत किया गया था। इसके अंतर्गत एमपीआरडीसी ने ठेकेदार से अनुबंध करते हुए यहां टोल वसूली का प्रावधान किया है। सड़क विकास के लिये यहां हजारों वृक्ष काटे गये थे।

अनुबंध मुताबिक ठेकेदार को 10 गुना वृक्ष का रोपण यहां करना था। इसके बावजूद न तो वृक्षों का रोपण हुआ और न ही सड़क का रख-रखाव। फोरलेन मार्ग की उज्जैन से इंदौर तक वर्तमान में स्थिति यह है कि कई स्थानों पर मार्ग उधड़ गया और उस पर थेगड़े लगाने से रद्दड़ स्थिति बन गई है। चौपहिया वाहन से आने-जाने पर साफतौर पर वाहन में बैठे सवारी और चालक को थेगड़े का अहसास कुछ-कुछ दूरी पर हो रहा है। सिंहस्थ के दौरान  इस मार्ग पर वाहनों का आगमन होगा।

यहा तक कि प्रधानमंत्री के आतिथ्य में चिंतन का आयोजन भी इसी मार्ग के आसपास किया जाना तय है। जिसके चलते इस मार्ग पर वाहनों का भारी दबाव रहेगा। इसके बावजूद सिंहस्थ के लिये इस मार्ग को तैयार नहीं किया जाना समझ से परे जा रहा है।

मार्ग पर उज्जैन से इंदौर के बीच कई स्थानों पर यह भी देखने में आ रहा है कि मार्ग कई स्थानों पर फट रहा है। जिससे स्पष्ट होता है कि इसके रख-रखाव में काफी नजरअंदाजी और लापरवाही बरती गई है। पौधे के स्थान पर कंडे उज्जैन से इंदौर तक बने फोरलेन के इस मार्ग पर ग्रामीण क्षेत्रों में मार्ग के बीच डिवाइडर में पौधों का रोपण किया जाना चाहिये था।

इसके विपरीत ग्रामीण क्षेत्रों में पौधे तो डिवाइडर के बीच से गायब हो चुके हैं।यहां कंडे बड़ी मात्रा में थेपे गये हैं। हाल यह है कि डिवाइडर में  कंडे सूखते हुए देखे जा सकते हैं। यही नहीं डिवाइडर को कई स्थानों पर काटकर आवागमन का रास्ता निर्मित कर दिया गया है।

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