तिहरे हत्याकांड का पर्दाफाश,आरक्षक समेत सात गिरफ्तार
आरोपियों को फरार होने में मदद की थी पुलिस आरक्षक ने
रतलाम,14 नवंबर (इ खबरटुडे)। ओद्योगीक क्षैत्र थाना अंतर्गत राजीव नगर मुक्तिधाम के पास एक सप्ताह पूर्व हुए तिहरे हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल चार मुख्य आरोपियों के साथ ही कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक पुलिस आरक्षक भी शामिल है। सोमवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष पर एसपी अविनाश शर्मा और एएसपी डां. प्रशांत चौबे ने इस सबंध में पत्रकारों को जानकारी दी।
उन्होने बताया कि 7 नवम्बर सोमवार रात करीब साढे दस बजे जवाहर नगर मुक्तिधाम के पास आनंद पिता खेमचंद चावड़ा 24 वर्ष निवासी राजीवनगर,आनंद का भाई दौलत चावड़ा 27 वर्ष एवं साथी धर्मेश पिता रतनलाल 25 वर्ष निवासी इंद्रलोक नगर पर चार बदमाशों ने चाकू से हमला कर उनकी हत्या कर दी थी। इस मामले में धर्मेन्द्र पिता चंपालाल 32 वर्ष की शिकायत पर ओद्योगीक क्षैत्र पुलिस ने आरोपी अंकित उर्फ जटा पिता राजेश निवासी सज्जन मिल रोड, राहुल उर्फ ताई पिता रमेशचंद्र, निवासी जवाहर नगर एवं उनके दो अन्य साथियों के खिलाफ धारा 302, 294 व 34 एवं अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे।
पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा ने बताया कि विश्वस्त सूत्रों से 13 नवम्बर को आरोपीगणों की जोधपुर रेलवे स्टेशन पर होने की जानकारी प्राप्त हुई। कुछ घंटो बाद आरोपियों की लोकेशन जयपुर में प्राप्त होने पर पुलिस की टीम सक्रीय हुई। पुलिस ने जोधपुर से जयपुर आने वाली ट्रेन का पता लगाया। उक्त समय जोधपुर-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस एक मात्र ट्रेन इंदौर की और आने वाली थी। आरोपियों के इस ट्रेन में होने की संभावना पर काम करते हुए पुलिस दल ने इस ट्रेन में आरोपियों को तलाशने का निर्णय लिया।
आरोपियों की तलाश के लिए रविवार शाम को रतलाम से 18 सदस्यी पुलिस दल नागदा रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। आरोपीगणों के सामान्य कोच में होने की संभावना पर 6-6 लोगों की टीम बनाई और ट्रेन के आगे और पीछे लगी जनरल बोगी में आरोपियों की तलाश शुरु की गई। यहां पुलिस को सफलता मिल गई और ट्रेन की बोगी से चार आरोपी अंकित उर्फ जटा, राहुल उर्फ ताई और आदित्य उर्फ छोटू पिता लोकेन्द्रसिंह निवासी जवाहर नगर एवं गोविंदा उर्फ नरेन्द्र पिता बहादूर निवासी जवाहर नगर को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से पुछताछ में हत्याकांड में कुलदिप पिता ओमप्रकाश निवासी जवाहर नगर, सुमेरसिंह पिता लालासिंह निवासी जवाहर नगर और अंकित पिता मनोहरलाल निवासी जवाहर नगर की भूमिका भी सामने आई। पुलिस ने इन तीनों को भी गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार इनमें कुलदीप पुलिस आरक्षक है और खाचरौद में पदस्थ है।
पुलिस ने बताया कि पुछताछ में जो बात सामने आई है उसके अनुसार आरोपियों की मृतक के भय्यू नाम के एक साथी से विवाद था और घटना के दिन चारों मुख्य आरोपी भय्यू को तलाशते हुए राजीव नगर मुक्तिधाम के पास पहुंचे थे, वहां भय्यू तो नहीं मिला, लेकिन मौके पर मौजुद दौलत, आनंद और धर्मेश से आरोपियों का विवाद हो गया और इसी विवाद में उन्होने हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
एसपी अविनाश शर्मा ने बताया कि आरोपिगणों से पुछताछ में यह तथ्य सामने आया कि हत्या के बाद चारो आरोपी सालाखेड़ी पहुंचे और वहां से पुलिस आरक्षक कुलदीप को फोन कर बुलाया। कुलदीप अपने दो अन्य साथी सुमेर और अंकित के साथ कार लेकर वहां पहुंचा। जहां से सुमेरसिंह और अंकित ने आरोपियों की मोटर साइकल लेकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर सात की वाहन पार्किंग में छुपा दी। इसके बाद कुलदीप मुख्य आरोपियों को कार में उज्जैन अपने रिश्तेदार के यहां ले गया, जहां उन्हे दो दिन तक शरण दी, वहीं घटना में प्रयुक्त किए गए चाकू और आरोपियों के मोबाइल फोन अपने पास रख लिए और आरोपियों को फरार होने में सहयोग किया। प्रकरण के अनुसंधान में कुलदीप, अंकित और सुमेर के भी षडय़ंत्र और आरोपियों को परिश्रय देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कार और दोनों मोटर साइकल भी जब्त कर ली है।