तमिलनाडु विधानसभा में तोड़े गए कुर्सी-टेबल, हाथापाई में एक अधिकारी घायल
तमिलनाडु ,18 फरवरी (इ खबरटुडे)। तमिलनाडु के 7.5 करोड़ लोगों की नजर राज्य की विधानसभा पर है, जहां आज मुख्यमंत्री पलानीस्वामी बहुमत साबित करने जा रहे हैं. उन्होंने गुरुवार को शपथ ली थी. राज्यपाल ने उन्हें शक्ति परीक्षण के लिए 15 दिन का वक्त दिया था. लेकिन विधायकों को लेकर बरकरार अनिश्चितता को देखते हुए उन्होंने 2 दिन बाद ही विधानसभा का खास सत्र बुलाकर इस अग्निपरीक्षा से गुजरने का फैसला किया.
तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना है लेकिन उनके विश्वासमत पेश करने से पहले ही सदन में अभूतपूर्व हंगामा हो गया है. नारेबाजी से शुरू हुआ ये मामला अब कुर्सी टेबल तोड़ने और सदन में मार्शल की एंट्री तक पहुंच गया है.
निर्धारित समय के मुताबिक 11 बजे सदन का विशेष अधिवेशन शुरू होगा और पलानीस्वामी ने विश्वासमत पेश किया लेकिन ओ पन्नीरसेल्वम का खेमा सदन में गुप्त मतदान की मांग करने लगा. गुप्त मतदान की ओ पन्नीरसेल्वम की मांग का विपक्षी डीएमके ने भी समर्थन किया. कांग्रेस ने भी कहा कि वो विश्वास मत का विरोध करेगी.
स्पीकर ने गुप्त मतदान की मांग ठुकरा दी इससे पन्नीरगुट के विधायक भड़क गए और उन्होंने सदन में नारेबाजी कर दी. नारेबाजी के बीच स्पीकर ने विश्वासमत पर वोटिंग की तैयारी शुरू कर दी. सदन के गेट बंद कर दिए गए. हंगामा जब ज्यादा बढ़ा तो मीडिया गैलरी का ऑडियो कट गया यानी सदन के शोरगुल और कार्यवाही की जानकारी मीडिया तक पहुंचना बंद हो गई. विधायकों का काम जब नारेबाजी से नहीं बना तो उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी. स्पीकर के सामने रखे माइक को उखाड़ दिया गया. टेबल तोड़ दी गई. कुछ कुर्सियां भी टूटीं.
हंगामे से खफा स्पीकर पी धनपाल सदन की कार्यवाही एक बजे तक के लिए स्थगित कर बाहर चले गए. सदन में हंगामा रोकने के लिए मार्शल को बुलाया गया. विधायक सदन में इतने बेलगाम हो गए कि एक विधायक खुद स्पीकर की चेयर पर जाकर बैठ गया. सदन का एक अधिकारी इस हंगामे का शिकार होकर जख्मी हो गया. उसके लिए एंबुलेंस बुलाई गई और अस्पताल ले जाया गया. स्पीकर ने कहा कि उनके साथ मारपीट हुई. शर्ट फाड़ी गई लेकिन वे किससे कहें कि उनके साथ क्या हुआ. वे सदन चलाने के लिए बाध्य हैं. दोपहर एक बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, स्पीकर ने डीएमके विधायकों को सदन से बाहर कर दिया. विधानसभा के बाहर भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया.