डब्ल्यूएचओ ने कहा, कोरोना को लेकर भारत में स्थिति विस्फोटक नहीं, लेकिन लॉकडाउन खोले जाने से खतरा बढ़ा
नई दिल्ली ,06 जून (इ खबरटुडे)।भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बड़ा बयान दिया है। विश्व स्वास्थ संगठन के एक बड़े अधिकारी के मुताबिक, भारत में कोरोना संक्रमण को लेकर के अभी स्थिति विस्फोटक नहीं हुई है लेकिन खतरा बना हुआ है। लॉकडाउन खोले जाने से खतरा बढ़ा है।
यह बात डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य आपातकालीन कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक माइकल रेयान ने कही है। बकौल रयान, भारत सरकार ने मार्च में लॉकडाउन का बहुत अच्छा फैसला किया था लेकिन जब से उस में ढील दी गई है, जिससे मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रेयान के मुताबिक, अच्छी बात यह है कि भारत में अभी कोरोना वायरस की स्थिति कंट्रोल में है। भारत में शहरों और गांवों में इसके विस्तार की दर अलग-अलग देखने को मिल रही है।
रेयान के मुताबिक, दक्षिण एशिया में कोरोना वायरस को लेकर के स्थिति नियंत्रण में कही जा सकती है। भारत ही नहीं, घनी आबादी वाले पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी अभी विस्फोटक स्थिति नहीं है। हालांकि इन देशों में भी खतरा बना हुआ है। इसे रोकने का सबसे सरल उपाय लॉकडाउन ही है जिसमें कम से कम ढील दी जानी चाहिए।
आबादी के हिसाब से अभी भारत में कम केस
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य विज्ञानी सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि भारत की आबादी 1.3 अरब है। ऐसे में अभी तक सवा दो लाख केस सामने आना कोई गंभीर स्थिति नहीं है। उन्होंने सलाह दी कि भारत सरकार को स्थिति पर नजर रखनी चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि हालात बेकाबू ना हो। विश्व संगठन से पहले भी भारत सरकार के प्रयासों की तारीफ कर चुका है।