ट्यूशन फीस के नाम पर प्राइवेट स्कूल वसूल रहे पूरी फीस
भोपाल,12 अगस्त (इ खबर टुडे)। कोरोना संक्रमण के कारण इस सत्र में स्कूल अब तक नहीं खुल सके हैं। दूसरी तरफ निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर फीस जमा करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है।
अभिभावकों का आरोप है कि अभी तक शासन ने निजी स्कूलों को लॉकडाउन के समय का सिर्फ शिक्षण शुल्क जमा करने का निर्देश दिया है और फीस संबंधी मामला हाइकोर्ट में विचाराधीन है। इसके बावजूद निजी स्कूल शिक्षण शुल्क में अन्य शुल्क को समायोजित कर पूरी फीस मांग रहे हैं।
दरअसल, डीपीएस कोलार के अभिभावक इस संबंध में सीएम हेल्पलाइन, कलेक्टर और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
कई अभिभावकों का आरोप है कि उन्होंने वार्षिक शुक्ल 20 हजार रुपये जमा कर दिया है। इसके बावजूद तिमाही फीस जमा नहीं करने पर ऑनलाइन कक्षा से बच्चों को बाहर कर दिया गया है।
पिछले साल भी तिमाही फीस के 22 से 25 हजार रुपये जमा किए थे। अभी भी उतनी ही राशि वसूली जा रही है। स्कूल प्रबंधक ने शिक्षण शुल्क में अन्य शुल्क भी समायोजित कर दिया है।
नो स्कूल, नो फीस अभियान से जुड़ रहे अभिभावक
पालक महासंघ द्वारा नो स्कूल, नो फीस अभियान सोशल मीडिया के जरिए चलाया जा रहा है। इस अभियान का करीब 3 लाख अभिभावकों ने समर्थन किया है। इनका कहना है कि कोरोना संकटकाल में घर चलाना मुश्किल है। ऐसे में पूरी फीस देना संभव नहीं है।