जीवन में सफलता के लिए वक्तृत्व कला जरुरी
कवच ग्रुप के सेमिनार में शिक्षाविद डॉ.पचौरी ने कहा
रतलाम,30 जून(इ खबरटुडे)। जीवन में सफलता के लिए अच्छा वक्ता होना आवश्यक है। वक्तृत्व कला सिर्फ नेताओं के भाषण देने की कला नहीं है,बल्कि जीवन के अनेक क्षेत्रों में यह कला सफलता दिलाने में सक्षम है। अन्य कलाओं की तरह उचित प्रशिक्षण से इस कला को निखारा जा सकता है।
उक्त उद्गार प्रख्यात शिक्षाविद डॉ.डीएन पचौरी ने कवच ग्रुप द्वारा प्रेसक्लब में वक्तृत्व कला पर आयोजित सेमिनार के शुभारंभ अवसर पर कहे। सेमिनार में नगर के विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने भाग लिया।
उन्होने कहा कि अनेक वक्ता भाषण देते समय कई गलतियां करते है। सफल वक्ता के लिए विषय की समझ,श्रोताओं की स्तर,समय,मनोरंजन इत्यादि सभी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। उन्होने संवाद कला की कई बारिकीयों को सहज शब्दों में प्रतिभागियोंको परिचित करवाया। प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष उमेश मिश्र ने भी प्रतिभागियों को वक्तृत्व कला के अनेक आयामों से परिचित करवाया। उन्होने कहा कि वक्ता के अच्छे भाषण में वक्ता की वेशभूषा,शब्द चयन,विषय की जानकारी जैसे विषय काफी महत्व रखते है।
उद्घाटन सत्र के पश्चात द्वितीय सत्र में सेमिनार के प्रतिभागियों को कवच ग्रुप के प्रशिक्षक नरेन्द्र शर्मा ने विभिन्न उदाहरणों के साथ विभिन्न भाषण शैलियों से परिचित करवाया। इस सत्र में प्रतिभागियों को संवाद कला का प्रत्यक्ष प्रशिक्षण भी दिया गया। प्रतिभागियों को समूह के समक्ष स्वयं को प्रस्तुत करने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रत्येक प्रतिभागी ने स्वयं के बारे में जानकारी दी।
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत कवच ग्रुप के प्रशिक्षक नरेन्द्र शर्मा,हेमलता रेगर,मयंक शर्मा,पायल वैष्णव आदि ने किया। कार्यक्रम का संचालन अलक्षेन्द्र व्यास ने किया।