November 23, 2024

जिले के 2400 स्ट्रीट वेंडर्स को मिला बगैर ब्याज का ऋण,स्ट्रीट वेंडर्स को काम धंधे के लिए मिला मजबूत सहारा

रतलाम ,09 सितम्बर (इ खबरटुडे)।मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा संचालित पथ विक्रेता उत्थान योजना शहरी के तहत स्ट्रीट वेंडर्स को काम धंधे के लिए मजबूत सहारा मिला है। बुधवार तक रतलाम जिले के 2400 स्ट्रीट वेंडर्स को बैंकों के माध्यम से ऋण दिलाया गया है।

उल्लेखनीय है कि प्रत्येक स्ट्रीट वेंडर्स को 10 हजार रुपए की ऋण राशि बगैर ब्याज के राज्य शासन द्वारा दिलाई गई है। इससे लॉकडाउन में परेशान हुए स्ट्रीट वेंडर्स के काम धंधों को मजबूती मिलेगी। शहर में घूमकर सामग्री विक्रय करने वाले एवं फेरी लगाकर धंधा करने वाले व्यक्तियों को काम धंधे के लिए सामग्री खरीदी हेतु बड़ा संभल मिल रहा है।

कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने बताया कि रतलाम जिले में पोर्टल पर 13249 आवेदन पंजीकृत किए गए थे। नगरीय निकायों द्वारा हितग्राहियों का सत्यापन कराया गया, सत्यापन के दौरान 7481 आवेदक पात्र पाए गए। पीएम स्वनिधि पोर्टल पर अब तक दर्ज किए गए ऋण आवेदनों की संख्या 5132 है, इनमें से 2890 को ऋण देने की स्वीकृति बैंकों द्वारा दी जा चुकी है। जिले के 2400 हितग्राहियों को 10-10 हजार रूपए राशि का ऋण वितरित किया जा चुका है।

योजना में सबसे ज्यादा लाभान्वित हितग्राही रतलाम शहर के हैं। निगमायुक्त सोमनाथ झारिया ने बताया कि रतलाम शहर में 4366 स्ट्रीट वेंडर्स योजना में अब तक पात्र पाए गए हैं। इनमें 1850 स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण स्वीकृति दी जा चुकी है और लगभग 1500 स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण वितरण किया जा चुका है। ऋण स्वीकृति एवं वितरण का सिलसिला निरंतर जारी है।

रतलाम के अलावा जिले के जावरा नगरीय निकाय में 810 हितग्राही योजना में पात्र पाए गए हैं। जावरा में 397 स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण स्वीकृत कर दिए गए हैं, उनमें से 220 स्ट्रीट वेंडरों को ऋण वितरण किया जा चुका है। आलोट में 661 हितग्राही पात्र पाए गए हैं, इनमें से 193 को ऋण वितरित किया जा चुका है।

नगर परिषद ताल में अब तक 278 हितग्राही पात्र पाए गए, इनमें 50 हितग्राही राशि प्राप्त कर चुके हैं। नगर परिषद बड़ावदा में 100 हितग्राही पात्र पाए गए, इनमें से 28 हितग्राहियों को ऋण वितरित किया जा चुका है। इसके अलावा पिपलोदा में 68, नामली में 78, सैलाना में 199 तथा धामनोद में 64 हितग्राहियों को ऋण राशि उपलब्ध कराई जा चुकी है।

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