जापान के नारा प्रांत से ऐसे जुड़ेगा बिहार, बौद्ध धर्मस्थलों के विकास की खुलेगी राह
पटना,22 फरवरी(इ खबरटुडे)। बिहार और जापान के प्रांत नारा के बीच सिस्टर स्टेट एग्रीमेंट होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी जापान यात्रा के तीसरे दिन नारा प्रांत के राज्यपाल शोगो अरई से मिले और यह प्रस्ताव दिया। अरई ने सहमति जताई है। अब आधिकारिक प्रस्ताव और उससे आगे की प्रक्रिया चलेगी। जापान स्थित भारतीय दूतावास दोनों राज्यों के इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने में सहयोग करेगा। बोधगया समेत बिहार के तमाम बौद्ध स्थलों के विकास की नई राह खुलेगी। नारा और बिहार के बीच वैचारिक और आध्यात्मिक जुड़ाव होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नारा प्रांत के राज्यपाल शोगो अरई के बीच बिहार के बौद्ध स्थलों, खासकर बोधगया के धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने अरई को बताया कि बोधगया का वैचारिक और आध्यात्मिक जुड़ाव जापान के नारा प्रांत से है। प्रत्येक साल जापान से बोधगया जाने वाले तीर्थ यात्रियों में नारा प्रांत के लोगों की संख्या आधिक होती है।
अरई ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बात का समर्थन किया और बोधगया के समग्र विकास के लिए सहयोग देने पर सहमति जताई। दोनों नेताओं ने मौजूदा परिप्रेक्ष्य में दुनिया में बुद्ध की शिक्षाओं एवं दर्शन के महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा की। नारा और बिहार, विशेषकर राज्य के बौद्ध स्थलों के आपसी संबंधों एवं संपर्कों पर सार्थक विमर्श हुआ।
अरई ने नीतीश के दूरदर्शी नेतृत्व को सराहा
अरई ने नीतीश कुमार के दूरदर्शी नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा राज्य के विकास के लिए किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख किया। नारा प्रांत के राज्यपाल ने नीतीश कुमार के सम्मान में दोपहर भोज का आयोजन किया। इस मौके पर जापान में भारत के राजदूत सुजान चिनॉय भी उपस्थित थे।