जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और आत्म केंद्रित होना दुनिया की सबसे चुनौतियां: पीएम नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली,23 जनवरी (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के उद्धाटन समारोह को संबोधित करते हुए दुनिया की सामने तीन प्रमुख चुनौतियों का जिक्र किया. पीएम मोदी ने आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और देशों का आत्म केंद्रित होने को बड़ी समस्या बताया. पीएम ने अपना संबोधन हिंदी में किया. पीएम मोदी ने कहा कि WEF की 48 बैठक में शामिल होते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है. गर्मजोशी से स्वागत के लिए पीएम मोदी ने स्विट्जरलैंड का सरकार का धन्यवाद दिया.
1997 में पहली बार जब भारतीय पीएम आए थे
पीएम मोदी ने कहा कि 1997 में पहली बार कोई भारतीय पीएम दावोस आए थे. उस समय कि स्थिति आज की स्थिति से अलग थी. उस समय ना तो कोई लादेन को जानता था, ना ही हैरी पॉटर को. उस समय ना तो गूगल का अवतार हुआ था ना ही एमेजॉन पोर्टल सामने आया था. उस जमाने में चिडि़या ट्वीट करती थी और आज मनुष्य ट्वीट करता है.पीएम मोदी ने कहा कि तकनीक को जोड़ने, तोड़ने और मोड़ने का उदाहरण सोशल मीडिया है.
डाटा नियंत्रण बना चुनौती
पीएम मोदी ने कहा कि आज डाटा पर नियंत्रण रखना सबसे बड़ी चुनौती है. ऐसा लगता है कि जो डाटा पर नियंत्रण रखेगा वह वर्चस्व बनाए रखेगा.पीएम मोदी ने कहा कि परिवर्तन से ऐसी व्यवस्था भी पैदा हुई है जो दर्द भरी चोट पहुंचा सकती है.
हम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ को मानने वाले
पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए इस फोरम का विषय जितना समकालीन है उतना ही समयातीत भी है. क्योंकि भारत में अनादिकाल हम मानव को जोड़ने में विश्वास करते आए है. उसे तोड़ने या बांटने में नहीं. पीएम मोदी ने कहा कि हजारों साल पहले हमारे चिंतकों ने कहा है कि वसुधैव कुटुंबकम यानि पूरी दुनिया एक परिवार है. हमारी नियतियों में एक साझा सूत्र हमें जोड़ता है. यह धारा निश्चित तौर पर दरारों और दूरियों को मिटाने के लिए और भी सार्थक है. चिंता का विषय है कि हमारी दूरियों ने इन चुनौतियों और भी कठिन बना दिया है.
तीन प्रमुख चुनौतियां मानव सभ्यता के लिए सबसे बड़ा खतरा
क्लाइमेट चेंज पहली चुनौती
पीएम मोदी ने कहा कि ग्लेशियर पीछे हटते जा रहे है. आकर्टिक की बर्फ पिघलती जा रही है. बहुत गर्मी, बेहद बारिश, बहुत ठंड. पीएम मोदी ने कहा कि आज मानव और प्रकृति की जंग क्यों है. दूसरे की संपत्ति का लालच क्यों है? हमें चुनौतियों के खिलाफ एकजुट होना होगा. भारत में शास्त्रों में कहा गया है कि हम सभी पृथ्वी की संतान है. अगर पृथ्वी हमारी माता है तो यह अतंर क्यों है. पीएम मोदी ने भारत का उदाहरण देते हुए कहा कि वातावरण को बचाने के लिए भारत सरकार ने बहुत बड़ा लक्ष्य रखा है. 2022 तक भारत में 175 गीगावॉट रिन्युअल एनर्जी के उत्पादन का लक्ष्य है.