जल संसद में पानी की बूंद-बूंद सहेजने का संकल्प लिया गया
रतलाम ,24 अप्रैल(इ खबरटुडे)।राज्य शासन द्वारा संचालित जलाभिषेक अभियान के तहत आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जल संसद आयोजित हुई। इसमें उपस्थितजनों ने पानी की बूंद-बूंद सहेजने का संकल्प लिया। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा ने सभी को संकल्प दिलाया। इस अवसर पर सीईओ जिपं सोमेश मिश्रा तथा जल संसाधन ग्रामीण यांत्रिकी सेवा किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के अधिकारियों के अलावा जिले के विभिन्न सरपंच, वाटर शेड समितियों के अध्यक्ष उपस्थित थे।इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा ने कहा कि जल समृद्धता के लिए हमें पानी की प्रत्येक बूंद को संचयित करना होगा। नदी-नालों के बहते पानी को रोकना होगा। इस ग्रीष्म में जहां भी जल बहाव को रोकने के लिए जल संरचनाओं के निर्माण की आवश्यकता है। योजनाबद्ध तरीके से जल संरचनाओं का निर्माण किया जाए। जल संसद में सीईओ जिपं श्री मिश्रा ने कहा कि जिले में जल संचय के लिए जो भी योजनाएं संचालित हैं। उनका क्रियान्वयन ग्रामीणों के सहयोग से सरपंच एवं अधिकारी समन्वय के साथ करे। जिले के भू-जल स्तर को समृद्ध करें। पानी की उपलब्धता सदैव रहे इसके लिए उपलब्ध जल का मितव्ययता से इस्तेमाल किया जाए।
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री एच.के मालवीय ने बताया कि जिले में दो वर्षां में 37 योजनाओं को हाथ में लिया गया है। इनमें 16 योजनाएं पूर्ण कर ली गई हैं। आगामी जून तक 10 और योजनाएं पूर्ण कर ली जाएंगी। उन्होंने योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। कृषि उपसंचालक मोहनिया ने कहा कि पानी के संचय के साथ ही उसकी बचत भी की जाना जरूरी है। कृषक सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर एवं ड्रिप सिंचाई पद्धतियों का इस्तेमाल करे। उन्होंने गहरी जुताई पर भी बल दिया। बलराम तालाब योजना की जानकारी दी। ग्राम पंचायत सरवनी जागीर के सरपंच बाबुलाल राठौड़ ने अपने संबोधन में इस ग्रीष्म में तालाब के निर्माण का संकल्प लिया।
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा ने उपस्थित सभी जनों को यह संकल्प दिलाया कि हम प्रदेश में चलाए जा रहे जलाभिषेक अभियान में तन-मन-धन से भाग लेंगे। सतही जल संग्रहण और भू-जल संवर्धन कार्या का ऐसा चयन और आयोजना का क्रियान्वयन कराएंगे जिससे हमारे गांव का जल संकट दूर हो सके। जलाभिषेक अभियान का सशक्त क्रियान्वयन कर हमारे गांव के ग्रामवासियां को पेयजल, खेती तथा अन्य प्रयोजनों के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराएंगे। हम यहां संकल्प दोहराते हैं कि सतही जल संग्रहण और भू-जल संवर्धन के इस पूनित कार्य को बिना रागद्वेष के, पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे। ग्रामीणों को भी सतही जल संग्रहण और भू-जल संवर्धन के अधिकाधिक कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगे। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह हमें इस संकल्प को पूरा करने की शक्ति दे।