जनधन खातों में जमा हुई राशि की जानकारी मांगी रिजर्व बैंक ने
सीमा से अधिक राशि जमा करने वाले जनधन खाताधारकों पर हो सकती है कार्यवाही
रतलाम,25 नवंबर (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कालेधन के खिलाफ शुरु किए गए अभियान में अब जनधन खाता धारकों को रेडार पर लिया जा रहा है। नोटबंदी के बाद कई लोगों ने अपने कालेधन को जनधन खाता धारकों के खातों में जमा करके खपाने का प्रयास किया। अब रिजर्व बैंक ने तमाम बैंकों से उन जनधन खाता धारकों की सूचि मांगी है,जिनके खातों में हजारों रु.जमा किए गए हैं।
बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,जिन बैंकों में जनधन खातों में भारी राशि जमा हुई है,उन्हे निर्देशित किया गया है कि वे उन खाता धारकों की पूरी जानकारी रिजर्व बैंक को प्रस्तुत करें। हांलाकि बैंक के अधिकारी इस तथ्य की अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं कर रहे हैं। बैंक से जुडे सूत्रों का कहना है कि जिन जनधन खाताधारकों के खातों में तीस चालीस हजार रु.जमा किए हैं,उनसे पूछताछ की जाएगी कि उनके पास इतनी राशि कहां से आई? यदि संतोषजनक उत्तर नहीं मिला,तो जनधन खाता धारकों को मिलने वाली तमाम शासकीय सुविधाएं बन्द की जा सकती है।
सोने की खरीददारी जारी
बैंक खातों पर सरकारी की नजर लगने के बाद पुराने नोटों के बदले सोना खरीदने को अधिक सुरक्षित माना जा रहा है। जिन लोगों के पास भारी मात्रा में पुराने नोट हैं वे इन नोटों को खपाने के लिए सोने की खरीददारी में लगे है। सर्राफा बाजार में पुराने नोटों से खरीदे जाने वाले सोने का भाव तैंतीस हजार से चौंतीस हजार रु.तोला बताया जा रहा है। हांलाकि पुराने नोटों के बदले खरीदा जाने वाला सोना हाजिर में नहीं दिया जा रहा है,बल्कि सोने की बुकींग की जा रही है। जानकार सूत्रों के मुताबिक जिस व्यवसायी के खातों जितना स्कोप है,वे उतना सोना खरीद रहे है।