चिकनगुनिया, केजरीवाल और ‘दलाल’!
नई दिल्ली, 13 सितम्बर(इ खबरटुडे)। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में चिकनगुनिया से हुई तीन मौतों के बाद सोशल मीडिया में लोगों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरना शुरू कर दिया.वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता ने दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया का मामला उठाया तो केजरीवाल ने ट्विटर पर सख़्त टिप्पणी कर उन्हें ‘दलाल’ कह दिया.
शेखर गुप्ता ने ट्वीट किया “पिछले 5 साल में मलेरिया से पहली मौत, अब चिकनगुनिया से पहली मौत. जबकि दिल्ली सरकार पंजाब, गोवा और गुजरात जीतने में अपनी ताकत लगाए हुए है.”
केजरीवाल ने भी इस ट्वीट का जवाब दिया है.
केजरीवाल ने लिखा, “राजनीति करनी है, खुल कर सामने आओ. पहले कांग्रेस की दलाली करते थे, अब मोदी की? ऐसे लोगों ने पत्रकारिता को गंदा किया.”
दिल्ली कांग्रेस के नेता अजय माकन ने भी केजरीवाल सरकार के अधिकतर मंत्रियों के दिल्ली से बाहर होने पर आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरा है और ट्वीट किया, “दिल्ली आईसीयू में, वाह ही भगोड़ी सरकार!”
पत्रकार राहुल कंवल ने ट्वीट किया, “लगता है आप ने तय कर लिया है कि दिल्ली को चलाना उनकी ज़िम्मेदारी नहीं है. एलजी को ही दिल्ली चलाने देते हैं. वो अब दूसरे राज्यों पर फ़ोकस करेंगे.”
केजरीवाल ने राहुल के ट्वीट का जवाब दिया, “आपकी चिंता दिल्ली नहीं है. आपकी चिंता ये है कि हम दूसरे राज्य जीत रहे हैं और भाजपा को हरा रहे हैं.”
एक यूजर आशुतोष के इस ट्वीट पर कि हालाँकि मच्छर भगाना एमसीडी की ज़िम्मेदारी है, लेकिन ऐसे मौके पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गैरमौजूदगी पर सवाल उठते हैं.
इसके जवाब में केजरीवाल ने लिखा, “अब मुख्यमंत्री और मंत्रियों के पास कोई अधिकार नहीं छोड़े हैं, एक पेन ख़रीदने का अधिकार भी नहीं. दिल्ली के मामले में प्रधानमंत्री और एलजी सभी अधिकारों का इस्तेमाल कर रहे हैं. एलजी विदेश में है. दिल्ली के बारे में उनसे सवाल करिए.”
जयवीर शेरगिल ने ट्वीट किया, “केजरीवाल जी अगर आपकी कोई ज़िम्मेदारी और काम नहीं है तो छोड़िए न दिल्ली का दरबार और जाइए हरिद्वार.”
हालाँकि कुछ लोग केजरीवाल के बचाव में भी आए हैं.
अभय दूबे ने लिखा, “चिकनगुनिया सिर्फ़ दिल्ली में ही नहीं, अन्य राज्यों में भी है. तो सिर्फ दिल्ली सरकार पर ही विरोधी पार्टियां और मीडिया निशाना क्यों साध रहे हैं?”
दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, “खुद को सरकार घोषित कर चुके एलजी साहब, 3 मेयर, 7 सांसद, 272 पार्षद- कहां हैं, सब के सब. सिर्फ़ धरना देने में व्यस्त. इस साल फॉगिंग क्यों नहीं हुई?”