ग्रामीणों को मिले बेहतर सड़क सम्पर्क सुविधा
निर्माण कार्य और नई तकनीक अपनाने पर भारत सरकार ने सराहा
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की कार्यशाला
भोपाल ,10 जनवरी(इ खबरटुडे)।अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास राधेश्याम जुलानिया ने कहा है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के द्वितीय चरण में चुनी गई सड़कों का आपसी ताल-मेल बनाकर गुणवत्तापूर्ण निर्माण किया जाये। श्री जुलानिया प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के द्वितीय चरण में सड़कों के चयन एवं बेहतर क्रियान्वयन के लिये भारत सरकार, मध्यप्रदेश ग्रामीण विकास प्राधिकरण एवं छत्तीसगढ़ राज्य के अधिकारियों की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
अपर मुख्य सचिव श्री जुलानिया ने कहा कि प्रदेश सड़क निर्माण की गुणवत्ता एवं रख-रखाव में देश में अव्वल है। गुणवत्ता को निरंतर बनाये रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के द्वितीय चरण में प्रदेश के लिए 5000 किलोमीटर सड़क निर्माण का निर्धारित लक्ष्य रखा गया है, जो प्रदेश के भौगोलिक क्षेत्रफल को देखते हुए काफी कम है। उन्होंने लक्ष्य को बढ़ाने की आवश्यकता बतायी।
प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती नीलम शमी राव ने प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में 63 हजार 574 किलोमीटर सड़कों का निर्माण करवाया जा चुका है। भारत सरकार के संयुक्त सचिव राजेश भूषण ने मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के क्रियान्वयन तथा नवीन तकनीकी प्रयोगों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सड़कों के निर्माण में प्लास्टिक वेस्ट, कोल मिक्स आदि की तकनीकी का उपयोग करने में देश में अग्रणी है। मध्यप्रदेश ग्रामीण विकास प्राधिकरण के प्रमुख अभियंता एम.के. गुप्ता ने कहा प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कों का निर्माण सही तकनीक मापदंडों के अनुसार किया जा रहा है।
कार्यशाला में मध्यप्रदेश ग्रामीण विकास प्राधिकरण के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. पचौरी, राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के संचालक डॉ. पटेरिया, प्रदेश के संभागों एवं जिलों के प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।