ग्रामीणों को खसरा-खतौनी की नकलें प्रदान की गईं
ग्रामीणों से सीधे रूबरू हुए कमिश्नर
रतलाम 22 मार्च (इ खबर टुडे )। ग्राम रत्तागढ़खेड़ा के ग्रामीणों को राजस्व अधिकारियों ने राज्य सरकार के निर्देशानुसार उनके घर-घर जाकर कुण्डी खटखटाई और खसरा-खतौनी की नकलें प्रदान की। कृषक शांतिलाल पाटीदार व भेरूलाल पाटीदार एवं श्रीमती कुसुमबाई को खसरा-खतौनी की नकलें प्रदान की गई। इस मौके पर कमिश्नर अरूण पाण्डेय ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि खसरा-खतौनी की नकल किसानों को घर-घर पहुंचाने का उपक्रम एक बेहद महत्वपूर्ण अभियान है। मई माह तक शत-प्रतिशत किसानों को नकलें वितरित कर दी जाएंगी।
उन्होंने अधिकारियों को ताकीद की कि वे पूरे मनोयोग से सरकार के इस अभियान को कामयाब बनाने के लिए ईमानदार प्रयास करें।श्री पाण्डेय ने अभियान की बाबत मुनादी कराए जाने की भी हिदायत दी। उन्होंने ग्रामीणों से राशन दुकान से सामग्री मिलने की बाबत भी सवाल किए। ओला प्रभावित किसानों को कमिश्नर ने ढाढ़स बंधाते हुए कहा कि सरकार ने मुआवजे की दरों में काफी वृद्धि की है।साथ ही किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ दिलाए जाने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।उन्होंने तहसीलदार श्री वीरेन्द्र कटारे की संवेदनशीलता की भी सराहना की। कमिश्नर ने राजस्व,कृषि और सहकारिता विभाग के अमले को निर्देशित किया कि संबंधित बीमा कंपनी से किसानों को लाभ दिलाने के लिए समुचित पहल करें।श्री पाण्डेय ने समर्थन मूल्य खरीदी के बारे में भी ग्रामीणों से दरयाफ्त किया।उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वयं भी जागरूक रहना होगा ताकि किसी भी रूप में उनका शोषण न हो सके।उन्होंने शराब के अवैध ठेके की बाबत सामने आई शिकायत पर कलेक्टर श्री दुबे को निर्देश दिए कि वे तत्काल जरूरी कार्यवाही करें।
कलेक्टर श्री दुबे ने ग्रामीणों को खसरा-खतौनी की नकल उनके घर में दिए जाने के अभियान के बारे में विस्तार से बताया।उन्होंने कहा कि यदि इस संबंध में ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की दिक्कत पेश आती है तो वे तहसीलदार या सीधे उनसे शिकायत कर सकते हैं।ग्रामीणों ने श्मशान भूमि से अतिक्रमण हटाने,बाऊण्ड्रीवॉल बनाने तथा स्कूल तक की सड़क ठीक नहीं होने जैसी समस्याएं बताई। कमिश्नर ने सीईओ जनपद पंचायत श्री पाटीदार और तहसीलदार श्री कटारे को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
कमिश्नर श्री पाण्डेय ने ग्रामीणों से उनकी तमाम समस्याओं के बारे में खुलकर बातचीत की। उन्होंने गांव में बिजली की आपूर्ति के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि ग्रामीण राज्य शासन व्दारा उनकी तकलीफें दूर करने के लिए लागू की गई योजनाओं की जानकारी रखें और इनका फायदा उठाएं। श्री पाण्डेय ने गांव के उप स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार के प्रबंधों के बारे में भी जानकारी हासिल की। प्रसूति कक्ष के सिलसिले में उन्होंने निर्देश दिए कि यह काम जन भागीदारी के माध्यम से कराया जाए। उन्होंने मनरेगा के कार्यों के बारे में भी पूछताछ की।कमिश्नर ने गांव के स्कूल,आंगनबाड़ी केन्द्र,आरोग्य केन्द्र तथा नि:शुल्क जांच व दवाईयों,जननी सुरक्षा योजना और लाड़ली लक्ष्मी योजना से उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी पूछा। मोटे तौर पर उपरोक्त व्यवस्थाओं के बारे में ग्रामीणों से सकारात्मक जवाब मिले। श्री पाण्डे ने गांव के स्कूल में पहुंचकर प्रतिभा पर्व कार्यक्रम का भी जायजा लिया।उन्होंने बच्चों से सामान्य ज्ञान से जुड़े सवाल पूछे। साथ ही प्रतिभा पर्व के लिए नियुक्त सत्यापन अधिकारी से बच्चों के शैक्षणिक स्तर के बारे में जानकारी ली।
इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणजन तथा शासकीय अधिकारी मौजूद थे।
मण्डी की सरप्राईज चेकिंग
कमिश्नर अरूण पाण्डेय ने आज यहां अपने तयशुदा कार्यक्रम से अलग हटकर अचानक कृषि उपज मण्डी में पहुंचकर सरप्राईज चेकिंग की। इस दौरान कलेक्टर राजीव दुबे, एसडीएम दिनेशचन्द्र सिंघी व तहसीलदार वीरेन्द्र कटारे भी मौजूद थे।
चेकिंग के दौरान कमिश्नर ने स्वयं गेहूं के नमूनों का मुआयना किया।उन्होंने प्रतिदिन मण्डी में हो रही गेहूं खरीदी की भी जानकारी ली।श्री पाण्डेय ने स्वयं अपने सामने खाली बारदाने तुलवाकर उनका वजन देखा।इसके अलावा उन्होंने समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं के बारदाने भी तुलवाए। एक-दो बारदानों में सौ से डेढ़ सौ ग्राम गेहूं अधिक पाया गया।कमिश्नर ने सख्त निर्देश दिए कि गेहूं तौलने
में वांछित सजगता बरती जाए और गेहूं की निर्धारित मात्रा से कम या अधिक न तौला जाए। उन्होंने नमी के आकलन के लिए नमी मापक यंत्र (माईश्चर मीटर) का इस्तेमाल किए जाने की हिदायत भी दी।श्री पाण्डेय ने किसानों से सीधे बातचीत कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए।वे समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्र पर भी पहुंचे और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
मत पूछो साहब ¬……..
गांव रत्तागढ़खेड़ा के दौरे पर पहुंचे कमिश्नर अरूण पाण्डेय ने गांव के बुजुर्ग मदनसिंह से जब मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अन्तर्गत रामेश्वरम् की उनकी यात्रा के अनुभवों के बारे में पूछा तो श्री सिंह का जवाब हर बार मत पूछो साहब …. से शुरू हुआ। 72वर्षीय बुजुर्ग अपनी रामेश्वरम् यात्रा को लेकर इतने अभिभूत थे कि उसका वर्णन करने में उचित शब्दों के चयन में वे जरा मुश्किल में नजर आए। उनका कहना था कि यात्रा में वर्णनातीत आनंद आया। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की भूरि-भूरि प्रशंसा की।खाने-पीने के इंतजाम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने मत पूछो साहब…. कहते हुए गुलाब जामुनों का जिक्र किया और बिसलरी की पानी की बोतलों का उल्लेख करना भी नहीं भूलें। कमिश्नर व्दारा यात्रा में आए आनंद के बारे में पूछने पर भी वृद्ध का जवाब मत पूछो साहब ….. से ही शुरू हुआ। बहरहाल श्री सिंह का हर जवाब मत पूछो साहब…. से ही शुरू हुआ जिसने माहौल को सरस बना दिया।