गायत्री मामले में बुरे फंसे अखिलेश, अब राज्यपाल ने लिखी चिट्ठी
लखनऊ,05 मार्च(इ खबरटुडे)। सामुहिक बलात्कार के आरोपी और अखिलेश कैबिनेट में मंत्री गायत्री प्रजापति के चक्कर में इन दिनों अखिलेश यादव बुरी तरह फंसे हुए हैं. विरोधी दल चुनाव प्रचार में लगातार गायत्री की फरारी को मुद्दा बना रहे हैं. इसी बीच रविवार को प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखकर सवाल किया कि उनके कैबिनेट में बने रहने का क्या औचित्य है.
जल्द से जल्द मांगा जाब
चिट्ठी में राज्यपाल ने लिखा है कि, उच्चतम न्यायालय ने कैबिनेट मंत्री, श्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर एक महिला तथा उसकी नाबालिग पुत्री के साथ अपने साथियों सहित सामूहिक दुष्कर्म के आरोप को संज्ञान में लेते हुए गैर जमानती वारण्ट जारी किया है. इस प्रकार के मंत्री के कैबिनेट में बने रहने तथा उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से लोकतांत्रिक शुचिता, संवैधानिक मर्यादा व संवैधानिक नैतिकता का गंभीर प्रश्न उत्पन्न होता है. राज्यपाल ने अपने पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के कैबिनेट में बने रहने के औचित्य पर अपने अभिमत से उन्हें शीघ्रातिशीघ्र अवगत कराएं.
राज्यपाल ने की गायत्री की निंदा
राज्यपाल नाईक ने कहा है कि मीडिया में आई खबरों के अनुसार फरार चल रहे उक्त कैबिनेट मंत्री के विदेश भाग जाने की आशंका को देखते हुए गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उनके विरूद्ध न केवल लुक आउट नोटिस जारी किया गया है बल्कि पासपोर्ट प्राधिकारी द्वारा उनका पासपोर्ट भी निलम्बित कर दिया गया है. प्रजापति के राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर रहते हुए कथित रूप से कारित किया गया उपरोक्त आशय का अपराध एक नितान्त गंभीर प्रकृति की घटना है.
राज्यपाल ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि समाचार पत्रों व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विभिन्न चैनलों से यह भी ज्ञात होता है कि स्वयं मुख्यमंत्री ने भी सार्वजनिक रूप से कहा है कि प्रजापति को तुरंत आत्म-समर्पण कर देना चाहिए परन्तु जैसा कि ज्ञात होता है कि प्रजापति द्वारा अभी तक आत्म-समर्पण नहीं किया गया है और वह लगातार फरार चल रहे हैं, उनके विदेश भाग जाने की आशंका है. उन्होंने कहा है कि समाचार पत्रों में आई खबरों के अनुसार फरार चल रहे गायत्री की गिरफ्तारी हेतु पुलिस द्वारा उनके विभिन्न ठिकानों पर लगातार छापेमारी भी की जा रही है.
लोकायुक्त जांच भी हुई शुरू
गैंगरेप केस में फरार चल रहे गायत्री प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त में जांच खुल गई है. गायत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में लोकायुक्त ने नोटिस भेजा है. लोकायुक्त ने गायत्री सहित उनके परिवार जनों को नोटिस भेजा है. बताया जा रहा है कि लोकायुक्त को गायत्री के खिलाफ दोबारा जांच करने का शिकायती पत्र दिया गया था. ऐसा ही एक शिकायती पत्र चुनाव आयोग को भी दिया गया था.
केशव मौर्य ने भी किया ट्वीट
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने भी रविवार को गायत्री को बर्खास्त करने की मांग करते हुए ट्वीट किया था. मौर्य ने अखिलेश को संबोधित करते हुए कहा था कि वे गायत्री को बर्खास्त करें, गिरफ्तार तो 11 तारीख के बाद उनको कर ही लिया जाएगा.