November 16, 2024

खाद्य सुरक्षा अधिनियम की निकाली शवयात्रा

बाजार में पसरा रहा सन्नाटा, चाय तक नहीं मिली

रतलाम,9 अप्रैल (इ खबरटुडे)। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के प्रावधानों को लेकर सोमवार से शुरु हुए तीन दिवसीय बंद के पहले दिन ही इसका व्यापक असर देखने को मिला। बाजारों में सन्नाटा छाया रहा। साड़ी, कपड़ा और सराफा बाजार जरुर खुला रहा। लोगों को चाय तक नहीं मिली, नाहीं बाजार में सब्जी या फल का एक ठेला नजर आया। व्यापारियों ने अधिनियम की शवयात्रा भी निकाली। वहीं धरना स्थल पर व्यापारी नेताओं ने इस कानून के प्रावधानों के दुष्प्रभावों के बारे में बताया।

सोमवार को शहर के अधिकांश बाजार सुनसान नजर आए। न चाय की होटल खुली थी, ना पोह-समोसे की दुकान। पान की गुमटिया भी बंद थी और सड़कों पर सब्जी और फल बेचने वालों के ठेले भी नदारद थे। सामान्य दिनों में यातायात से भरी नजर आने वाली शहर के कई इलाकों की सड़कों पर सन्नाटा छाया था। जिन सड़कों पर से पैदल निकला तक मुश्किल हुआ करता था, वहां वाहन सरपट दौड़ते नजर आ रहे थे। एसा लग रहा था मानों कर्फ्यू लगा हुआ हो।

बंद रहा सब कुछ

खाद्य सुरक्षा अधिनियम के विरोध में पुरे प्रदेश में तीन दिन का बंद है। रतलाम में भी संयुक्त व्यापारी संघ और रतलाम व्यापारी महांसघ के बैनर तले समस्त व्यापारी तीन दिन की हड़ताल पर है। सोमवार को एक दिन के लिए दवाई  की दुकाने भी बंद रही। मंगलवार से दवाई व्यापारी काली पट्टी बांधकर व्यवसाय करेंगे।  बंद के दौरान चाय, नाश्ता कुछ नहीं मिला। पहली बार एसा हुआ जब बंद के दौरान होटले तक बंद रही। लोगों के घरों पर दुध भी नहीं पहुंचा। बंद को देखते हुए कई लोगों ने रविवार रात को ही दुध ले लिया था। मांग बढ़ने पर कई दुकानदारों ने तो रेट तक बढा दिए थे। दुध की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सोमवार सुबह से ही प्रशासन भी मैदान में उतर गया था। सांची कैन्द्रो से दुध विक्रय किया गया। एसडीएम दिनेशचंद्र सिंघी, तहसीलदार विरेन्द्र कटारे, संजय वाघमारे स्वंय दुघ केन्द्रों की व्यवस्था देख रहे थे। शाम को भी इन्ही कैन्द्रों के माध्यम से दुध का वितरण किया गया। दवाई के लिए रेडक्रास की दुकाने खुली रखी गई थी। रेडक्रास की दुकानों पर भी भारी भीड़ रही।

धरना देकर निकाली शवयात्रा

रतलाम जिला व्यापारी महासंघ द्वारा बंद के पहले दिन शहर के मुख्य बाजारों में खाद्य सुरक्षा अधिनियम की शवयात्रा निकाली गई। महासंघ अध्यक्ष बाबूलाल राठी व उपाध्यक्ष महेश शर्मा के नेतृत्व में निकली शवयात्रा में काफी संख्या में व्यापारी शामिल हुए। शवयात्रा रानीजी के मंदिर स्थित आंदोलन स्थल से निकली गई। जिसमें बकायदा अर्थी तैयार की गई। अर्थी को सफेद के स्थान पर काला कफन पहनाया गया था। ढोल-ढमाकों के  साथ यह अर्थी धानमंडी, तोपखाना, चंदनीचौक, चौमुखीपुल, नौलाईपुरा आदि मार्गो से होती हुई पुन: आंदोलन स्थन पर पहुंची, जहां शवयात्रा को अग्नी के सुपुर्द किया गया। शवयात्रा निकालने के पूर्व व्यापारियों ने इस अधिनियम के विरोध में धरना भी दिया। रतलाम व्यापारी महासंघ द्वारा मंगलवार10 अप्रैल को रानी जी के मंदिर पर सुबह 11 बजे व्यापारियों का विशाल जमघट और गगनभेदी शंखनाद होगा। शाम 7 बजे यहीं 5100 दीपों के साथ महाआरती होगी। 11 अप्रैल को रानी जी के मंदिर से सुबह 11 बजे वाहन रैली निकलेगी, जो शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए  कलेक्टोरेट पहुंचगी। रतलाम व्यापारी महासंघ द्वारा निकाली गई शवयात्रा और धरने के अवसर पर अध्यक्ष बाबूलाल राठी, उपाध्यक्ष महेश शर्मा, फुटकर दूध विक्रेता संघ अध्यक्ष मुरली गुर्जर, होटल हलवाई संघ अध्यक्ष सुरेश पापटवाल, मप्र क्लाथ मर्चेंट एसोसिएशन सचिव अशोक चत्तर, फुटकर किराना एवं जनरल व्यापारी संघ के सचिव राधेश्याम पंडया, पान बीड़ी मसाला संघ अध्यक्ष वर्धमान गुगलिया, साग-सब्जी फल-फ्रुट एसोसिएशन अध्यक्ष सलीम मोहम्मद, रतलाम व्यापारी महासंघ के वरिष्ठ सदस्य हीरानंद बुध्दानी, रतलाम शू मर्चेंट एसोसिएशन अध्यक्ष इरफान भाई, नमकीन व्यापारी संघ के पुरुषोत्तम शर्मा, नामली व्यापारी संघ के संजय कावडिया, सत्येंद्र परिहार आदि मौजुद थे।

एक स्थान दो मंच

बंद संयुक्त व्यापारी संघ और रतलाम व्यापारी महासंघ के बैनर तले किया जा रहा है। इसके लिए दोनों संगठनों द्वारा रानीजी के मंदिर चौराहे पर ही अलग-अलग मंच बनाए गए है। एक मंच मंदिर के आगे की और है, तो एक मंच पीछे की और। दोनों मंचो पर व्यापारियों द्वारा धरना दिया जा रहा है। धरने के दौरान व्यापारी नेताओं ने संबोधित भी किया। संयुक्त व्यापारी संघ द्वारा सोमवार शाम को अधीनियम के विरोध में शहर के प्रमुख मार्गो से कैंडल मार्च भी निकाला। इसमें मप्र शकर व्यापारी महासंघ सचिव मनोज झालानी, भाजपा व्यापारी मोर्चा प्रदेश संयोजक महेंद्र कोठारी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अशोक चौटाला, ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेंद्र चत्तर, दाल-बाटी एसोसिएशन अध्यक्ष नेहरू व्यास, नमकीन विक्रेता संघ अध्यक्ष विपिन खिलोसिया, दाल मिल एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेंद्र सुरेखा, जिला औषधि विक्रेता संघ अध्यक्ष जय छजलानी, दूध विक्रेता संघ अध्यक्ष बाला पटेल, मावा विक्रेता संघ अध्यक्ष सुभाष भंडारी, जनरल गुड्स वितरक संघ अध्यक्ष अनिल गादिया, विक्रम धभाई, रावटी व्यापारी संघ अध्यक्ष इंदरमल गांधी, रतलाम मार्केटिंग अध्यक्ष राजेंद्र राठौर, गेंदालाल मामाजी, होटल हलवाई संघ के राधेश्याम राठौर, वल्लभ खंडेलवाल, दीपक डोशी, टी मर्चेंट एसोसिएशन अध्यक्ष पंकज पटेल, जूस व्यवसायी संघ अध्यक्ष विजय भाई , शैलेन्द्र गांधी आदि मौजूद थे। व्यापारी संघ के मनोज झालानी ने बताया कि बंद के दौरान मंगलवार को मानव श्रंखला बनाई जाएगी। बुधवार को धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे जाएंगे।

कपड़ा और सराफा बाजार रहा चालु

बंद के दौरान सराफा और कपड़ा बाजार चालु रहा। नोलाईपुरा, सकलेचा मार्केट , चांदनीचौक, माणकचौक क्षेत्रों में आम दिनों की तरह दुकाने खुली रही। सराफा बाजार 21 दिनों के बंद के बाद शनिवार से ही खुला है और कपड़ा मार्केट भी वे को लेकर हड़ताल कर चुका है। एसे में दोनों व्यापारी इस बंद से अलग रहे।

यह नहीं मिला

बंद के दौरान दूध, चाय, पोहा, कचौरी-समोसा, नमकीन, मिठाई, सभी तरह के स्नेक्स, ठंडे पेय, जूस, आइसक्रीम, मावा, किराना सामान, तेल, अनाज, होटल-रेस्तरां में भोजन, फल, सब्जी आदि की दुकाने बंद रही, वहीं अनाज या मसाला पिसाई, मेडिकल स्टोर्स, अनाज मंडी, सब्जी मंडी भी बंद रही।

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