किसान के नाम पर तुलवा रहा था व्यापारी का गेहूं
तहसीलदार ने मौके पर पहूंच कर चार वाहन जप्त किए
रतलाम, 28 मई (इ खबरटुडे)। समर्थन मूल्य पर किसान की आड़ में गेंहू बेचने आए उौन जिले के एक व्यापारी के चार वाहनो को तहसीलदार ने मण्डी में पकड़ा। सोमवार को महू रोड़ कृषि उपज मण्डी स्थित समर्थन मूल्य उपार्जन केन्द्र पर भाटपचलाना के तीन ट्रेक्टर ट्राली एवं एक मैटाडोर जिनमें करीब 150 क्विंटल गेंहू भरा था को तहसीलदार विरेन्द्र कटारे ने मौके पर पहूंचकर तौलने से रोक दिया, और उन्है जब्त कर मण्डी कार्यालय के सामने खड़े करवा दिया । वाहनों के साथ केवल ड्राईवर था तहसीलदार ने जब उससे किसान के बारे में पूछताछ की तो उसने बताया कि वो बीमार है और अस्पताल में है कौन से अस्पताल में है इस बारे मे पुछने पर वह कोई जवाब नही दे पाया। वाहनो के साथ आया व्यापारी अधिकारियों को देखते ही गायब हो गया था।
पहले भी तौला गेंहू
समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदने के लिए शासन ने 31 मईअंतिम तारीख घोषित की है इसी के चलते व्यपारी औने पौने दाम पर मण्डी से खरीदे गए गेंहू को समर्थन मूल्य पर बेचने में जुटे हूए है। किसानों के पंजीयन पर व्यापारियो का गेंहू तौलने के कई प्रकरण सामने आने के बाद बीते सप्ताह ही शासन ने पंजीयन में दर्ज किसान की कृषि भूमि पर गेंहू तौलने की क्षमता को आधा कर दिया वही पटवारी के सत्यापन को भी आवश्यक कर दिया है। सुत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाटपचलाना का यह व्यापारी रतलाम उपार्जन केन्द्र पर ही करीब पांच हजार क्विंटल गेंहू जिले के कृषको के नाम पर खपा चूका है एक सप्ताह पूर्व भी प्रशासन ने बिना कृषक के गेंहू बिकते हुए इस व्यापारी का वाहन रोका था बाद में इसने कृषक को देर रात लाकर माल तुलवाया था। तहसीलदार ने तीनो ट्रैक्टर ट्राली एवं मैटाडोर क्र. एम.पी.43जी 1072 को पुलिस अभिरक्षा मे मण्डी कार्यालय के समक्ष खडे क़रवाकर मण्ड़ी सचिव ओपी शर्मा, उपार्जन केन्द्र के प्रबंधक के के शर्मा एवं पटवारी को जांच सत्यापन करने एवं जांच कर रिर्पोट देने के निर्देश दिए है।
मिली भगत से चलता खेल
मण्डी स्थित गेंहू उपार्जन केन्द्र व्यापारियों का गेंहू तौलने के लिए प्रारंभ से ही विवादित रहा और इस बात को लेकर कई बार किसानों ने भी हंगामा खड़ा किया । मण्डी सुत्रो के अनुसार किसानों के पंजीयन पर व्यापारियों के माल की खरीद मे मार्केटिंग सोसायटी के कर्मचारियों की भी मिली भगत है। इन व्यापारियों के वाहनो को एक दिन पूर्व ही बिना वाहन केन्द्र पर लाए टोकन उपलब्ध करवा दिया जाता है जिसके लिए 500 रूपये प्रति वाहन तय है। ट्राली तुलवाने के लिए हम्माल और तुलावटी को एक हजार रूपये की दक्षिणा दी जाती है। बिल बनाकर राशि जारी करने के लिए 200 रूपये का भुगतान किया जाता है। इस तरह से किसानों से सस्ते में खरीदे गए गेंहू को व्यापारी किसानों के नाम से ही बेचकर लाखो का मुनाफ ा कमा रहे है।
इनका कहना
किसान के नाम से भाटपचलाना के व्यापारी का गेंहू बिकने की सूचना प्राप्त हुई थी, मौके पर जाकर चार वाहनो में भरे गेंहू को तौलने से रोक कर मामले की जांच की जा रही है। गड़बड़ी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
विरेन्द्र कटारे
तहसीलदार