November 27, 2024

किशोरी से दुष्कर्म के बाद बेटी हुई तो मुंह में कपड़ा ठूंसकर मार डाला

रतलाम-आलोट,21 जून(इ खबरटुडे)।आलोट के एक गांव में 14 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म और उसका गर्भपात कराने के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पहले पीड़ित किशोरी को मृत बच्ची होना बताया था। सोमवार को बच्ची के शव का पोस्टमार्टम किया गया तो पता चला कि जिंदा पैदा हुई थी। बाद में उसके मुंह में कपड़ा ठूंसकर मार डाला गया। उधर किशोरी से दुष्कर्म करने वाला फूफा फरार है।

आलोट थाना प्रभारी अरविंदसिंह राठौर ने बताया कि दुष्कर्म की घटना नवंबर 2015 में हुई थी। किशोरी को गर्भ ठहरा था। आरोपी फूफा ने सबूत मिटाने के लिए गर्भपात कराया था और शव को एक गड्ढे में छिपाने की कोशिश की थी। राठौर के अनुसार ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. प्रकाशविष्णु फुलम्ब्रीकर ने नवजात के शव का पोस्टमार्टम किया। डॉ. फुलम्ब्रीकर ने बताया कि नवजात बालिका थी और जन्म के दौरान वह जिंदा थी। उसे मुंह में कपडा ठूंसकर मारा गया।
उधर गर्भपात कराने के मामले में आरोपी गिरफ्तार डॉ. दयाराम पिता कनीराम व उसकी पत्नी राजूबाई से पूछताछ की जा रही है।डॉक्टर दयाराम के रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है। मेडिकल ऑफिसर डॉ. फुलम्ब्रीकर ने बताया कि गर्भपात के दौरान बच्ची जिंदा थी। और उसका वजन 2 किलो 10 ग्राम था। बच्ची को मुंह में कपडा ठूंसकर मारा गया है,जो मानव वध है।
गड्ढे में दफनाकर ऊपर पत्थर रख दिए थे
जांच कर रही एसआई नीलम चौंगड़ ने बताया कि बच्ची का शव नारायणी खाल के पास एक गड्ढे में मिला था। गड्ढे के ऊपर पत्थर रखे हुए थे। हालांकि किशोरी ने रिपोर्ट के दौरान यह बताया था कि शिशु मृत पैदा हुआ है। लेकिन पीएम के दौरान नवजात बालिका जिंदा पैदा होने की प्रारंभिक जानकारी मिली है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद प्रकरण में बालिका की हत्या करने के मामले में ध्ाारा 302 भी बढाई जाएगी। अभी डीएनए टेस्ट के लिए बच्ची के अवशेष जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं।
यह है मामला
8 नंवबर 2015 को किशोरी के माता-पिता रिश्तेदारी में किसी के मौसर कार्यक्रम में गए थे। बालिका घर में अकेली थी। उसे घर पर अकेली पाकर उसका फूफा उसके घर पहुंचा था और किशोरी को अपने घर ले जाकर उससे दुष्कर्म कर उसे जान से मारने की धमकी दी थी।डर के कारण किशोरी ने परिजन को कोई जानकारी नहीं दी थी। किशोरी को गर्भ ठहरने पर उसने पेटदर्द की शिकायत की तो परिजन समझे की पेट में किसी ओर कारण से दर्द हो रहा होगा। आरोपी फूफा साक्ष्य मिटाने के लिए 18 जून 2016 को बाइक पर बैठाकर किशोरी को डॉ. दयाराम के पास गर्भपात कराने ले गया था।
दयाराम व उसकी पत्नी ने गर्भपात किया। इसके बाद नवजात को आरोपी ने एक स्थान पर ले जाकर गड्ढे में दफन कर दिया। रात में किशोरी के रोने पर माता-पिता ने रोने का कारण पूछा तो मामले का खुलासा हुआ।

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