किठोदा-निनोरा-चिमली बेराज भी नर्मदा के पानी से भरे
अंतिम बार 31 जनवरी को मिला था उज्जैन को नर्मदा का पानी
उज्जैन,24फरवरी (इ खबरटुडे)।पिछले 23 दिनों से उज्जैन की शिप्रा में देवास-शिप्रा जल आवर्धन योजना से करीब 11 घंटे तक एक गेट 1 से 1.20 मीटर खोलकर बहाये गये नर्मदा के पानी से ही काम चल रहा है। इस दौरान किठोदा, निनोरा और चिमली बेराज भी इसी पानी से भर लिये गये।
यहां तक कि शिप्रा में नर्मदा के पानी का बेक वाटर भी बता दिया गया। 31 जनवरी को अंतिम बार नर्मदा का पानी उज्जैन के लिये छोड़ा गया था। उसी में तीन बेराज भरे गये थे।
नर्मदा-शिप्रा लिंक योजना के तहत नर्मदा का पानी देवास की शिप्रा जल आवर्धन योजना से होता हुआ उज्जैन के लिये पहुंचता है। इस बीच करीब 4 बेराज पड़ते हैं। शिप्रा की सफाई के दरमियान ही काफी पानी का उपयोग हुआ। त्रिवेणी बेराज खोलकर शिप्रा की सफाई की गई। इसी प्रकार गऊघाट और छोटी रपट का पानी भी बहाकर शिप्रा की सफाई की गई। इससे बेराज खाली हो चुके थे।
देवास के शिप्रा जल आवर्धन से करीब 11 घंटे एक गेट एक मीटर खोलकर दिया गया था पानी
देवास की शिप्रा जल आवर्धन से जुड़े अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक 31 जनवरी 2016 को सुबह 10.30 बजे एक गेट 1 मीटर खोलकर नर्मदा का पानी छोडऩा शुरु किया गया था। रात 9.45 बजे इसे बंद कर दिया गया। गेट को बाद में 1.20 मीटर तक खोला गया था। देवास शिप्रा जल आवर्धन योजना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 31 जनवरी को डेम का लेबल 492.75 मीटर था। जिस समय गेट बंद किया गया उस दौरान लेबल 490.20 मीटर आंका गया था।