कश्मीर में सुरक्षा बलों की कार्रवाई, 34 असामाजिक तत्वों को लिया हिरासत में
श्रीनगर,24 नवंबर(इ खबर टुडे)। कश्मीर घाटी में दुकानदारों और वाहन चालकों के साथ मारपीट करने, उनको धमकाने और धमकी भरे पोस्टर जारी कर सामान्य जनजीवन में खलल डालने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने करीब 34 लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस ने अधिकारिक तौर पर हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या के बारे में तो नहीं बताया, लेकिन यह जरूर कहा कि इस मामले में बहुत से लोगों को पकड़ा गया है। पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 को लागू किए जाने से हताश अलगाववादी व आतंकी तत्व कश्मीर में जबरन बंद कराने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।इसके बावजूद दुकानें खुलने से हताश आतंकियों ने पिछले मंगलवार को श्रीनगर समेत वादी के विभिन्न हिस्सों में धमकी भरे पोस्टर जारी करने के अलावा कई जगह दुकानदारों और वाहन चालकों से मारपीट भी की।
उन्होंने कथित तौर पर डाउन-टाउन में कुछ दुकानों को भी आग के हवाले किया था। इन हरकतों से सामान्य जनजीवन पर भी खासा असर पड़ा। इसका गंभीरता से लेते हुए जिला उपायुक्त श्रीनगर शाहिद इकबाल ने दो दिन पहले श्रीनगर के विभिन्न इलाकों का दौरा करते हुए स्थानीय लोगों को सुरक्षा का पूरा यकीन दिलाया।
इस बीच, उप राज्यपाल ने भी इस मामले पर पुलिस और नागरिक प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करने के लिए कहा। पुलिस ने विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था को और चाक चौबंद बनाने की कवायद शुरू कर की बल्कि पोस्टर चिपकाने और लोगों को धमकाने वाले तत्वों की धरपकड़ भी तेज कर दी है। धमकी भरे पोस्टर चिपकाने और लोगों को डराने धमकाने की विभिन्न वारदात में लिप्त करीब 34 लोगों को पिछले कुछ दिनों के दौरान पकड़ा गया है।
इसके साथ ही विभिन्न इलाकों में सक्रिय आतंकियों के ओवर ग्राउंड वर्करों, पूर्व आतंकियों और पुराने पत्थरबाजों की गतिविधियों की भी निगरानी की जा रही है।
आईजीपी कश्मीर एसपी पाणि ने कहा कि दुकानदारों को धमकाने, वाहन चालकों के साथ मारपीट और विभिन्न इलाकों में धमकी भरे पोस्टरों से जुड़े सभी मामलों का कड़ा नोटिस लिया गया है।
इन वारदात में लिप्त तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में हमने कई लोगों को पकड़ा भी है। उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में पाया गया कि शरारती तत्वों ने ही धमकी भरे पोस्टर जारी किए हैं, तो कई मामलों में लश्कर और हिजबुल जैसे आतंकी संगठनों की संलिप्तता की भी पुष्टि हुई है। उनके कई माड्यूल कुपवाड़ा, बारामुला, सोपोर और पुलवामा में पकड़े गए हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां हालात की लगातार निगरानी और समीक्षा कर रही हैं। सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा भी बढ़ाई गई है और शरारती तत्वों की निशानदेही कर उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।