कश्मीर में बदलाव की बयार, विकास की राह से हटाई मस्जिद की दीवार
जम्मू,23 दिसंबर (इ खबरटुडे)। 31 अक्टूबर को औपचारिक रूप से केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात अलग हैं। यहां पहले के मुकाबले पत्थरबाजी की घटनाएं कम हुई हैं वहीं लोगों के बीच अब तक अमन नजर आ रहा है। शांति और विकास की तरफ बढ़ रहे राज्य में कुछ और भी बदला है और वो है सोच। यहां विकास का इंतजार कर रहे लोगों ने इसके लिए रास्ते भी बनाए हैं।
अमन से जिंदगी जीने की चाह रखने वाले कश्मीर के लोगों ने कश्मीरियत की बड़ी मिसाल कायम करते हुए लोग झेलम नदी पर पुल निर्माण के लिए 40 साल पुरानी मस्जिद की जगह देने के लिए राजी हो गए हैं। इसी माह के शुरू में विकास कार्य के लिए ऐतिहासिक गुरुद्वारा हटाने पर सहमति बन गई थी।
बता दें कि श्रीनगर के कमरवारी को नूरबाग से जोड़ने के लिए एक पुल का निर्माण होना है। झेलम नदी पर वर्ष 2002 में 10 करोड़ की लागत से 166 मीटर लंबा डबल लेन पुल बनाने की परियोजना को मंजूरी मिली थी। प्रोजक्ट को तो मंजूरी मिल गई लेकिन इसकी राह में 18 बाधाएं थीं। इनमें फायर स्टेशन, 16 आवासीय व व्यावसायिक भवन और अबु तुराब मस्जिद की जमीन शामिल थी ।