कर्नाटक: सिद्धारमैया ने की बहुमत परीक्षण टालने की मांग, 19 विधायक सदन से गैरहाजिर
बेंगलुरु,18 जुलाई (इ खबरटुडे)।कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की अगुआई वाली कांग्रेस-जेडीएस सरकार का भविष्य अधर में है। गुरुवार को विधानसभा में सीएम कुमारस्वामी ने विश्वास प्रस्ताव पेश किया। चर्चा के दौरान पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए बहुमत परीक्षण टालने की मांग की है। इस बीच सदन में बागी विधायकों समेत 19 एमएलए गैरहाजिर बताए जा रहे हैं। इनमें से एक कांग्रेस विधायक श्रीमंत पाटिल मुंबई के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हैं।
मैं सदन में बहुमत साबित करूंगा: कुमारस्वामी
सीएम कुमारस्वामी ने विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया। कुमारस्वामी ने सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं सदन में इस बात पर चर्चा नहीं करना चाहता कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में क्या कहा है। मैं केवल इसलिए यहां नहीं आया हूं कि मैं गठबंधन सरकार चला सकता या नहीं। कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि बीजेपी की मदद से विधायक सुप्रीम कोर्ट गए।
सीएम ने कहा, ‘हमारे खिलाफ निराधार आरोप लगाए गए। मैं सदन में बहुमत साबित करूंगा। मेरी प्राथमिकता सीएम बने रहना या सत्ता बरकरार रखना नहीं है।’ कुमारस्वामी ने कहा कि स्पीकर की भूमिका खराब करने की कोशिश की जा रही है। हमें कर्नाटक के विकास के लिए काम करना चाहिए। सीएम ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के नेता बहुत हड़बड़ी में क्यों है, वह आज ही बहस कराने पर क्यों तुले हुए हैं? सदन को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, ‘मेरा और मेरे मंत्रियों का आत्मसम्मान है। मैं कुछ बातें साफ करना चाहता हूं। इस सरकार को अस्थिर करने के लिए कौन जिम्मेदार है?’
विधानसभा में नहीं पहुंचे ये 19 विधायक
एसटी सोमशेखर (कांग्रेस), रमेश जरकिहोली (कांग्रेस), रोशन बेग (कांग्रेस से निलंबित), बी बासवराज (कांग्रेस), मुनिरत्ना (कांग्रेस), श्रीमंत पाटिल (कांग्रेस), आनंद सिंह (कांग्रेस), बी नागेंद्र (कांग्रेस), आर शंकर (निर्दलीय), के गोपालैया (जेडीएस), नारायण गौड़ा (जेडीएस), एमटीबी नागराज (कांग्रेस), बीसी पाटिल (कांग्रेस), एच विश्वनाथ (जेडीएस), महेश कुमताहल्ली (कांग्रेस), प्रताप गौड़ा पाटिल (बीजेपी), डॉ सुधाकर (कांग्रेस), शिवराम हेब्बार (कांग्रेस) और एन महेश (बीएसपी)।