एसआई ने किया महिला आरक्षक से बलात्कार,प्रकरण दर्ज
उज्जैन,01 जुलाई (इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)। देवास में पदस्थ महिला आरक्षक के साथ उपनिरीक्षक ने किराये के फ्लैट में ले जाकर दुष्कर्म किया और जान से मारने की धमकी दी। घटना 4 वर्ष पूर्व की है उस दौरान उपनिरीक्षक चिमनगंज थाने में पदस्थ था। पूर्व एसपी सचिन अतुलकर ने शिकायत मिलने पर उपनिरीक्षक को लाइन हाजिर किया था और जांच के बाद मंगलवार को चिमनगंज पुलिस ने महिला आरक्षक की रिपोर्ट पर धारा 376 के तहत प्रकरण दर्ज किया।
पुलिस ने बताया कि 4 वर्ष पहले गोकुल सिंह मंडोत चिमनगंज थाने में एसआई के रूप में पदस्थ थे। उनके खिलाफ कजलाना बडऩगर में रहने वाली 30 वर्षीय महिला आरक्षक ने दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज कराया है। महिला आरक्षक वर्तमान में देवास में पदस्थ है। उसने अपने आवेदन में लिखा कि गोकुल सिंह मंडोत से पिता का परिचय था इस कारण उनका घर आना जाना था।
महिला आरक्षक नौकरी के साथ आगे की पढ़ाई भी कॉलेज से कर रही थी। एक दिन उपनिरीक्षक गोकुल सिंह मंडोत पुलिस की जीप लेकर कॉलेज आया और कहा कि मैं अपने परिवार से तुम्हें मिलाना चाहता हूं। वह कानीपुरा रोड़ स्थित किराये के फ्लैट में ले गया जहां कोई नहीं था। यहीं पर मंडोत ने महिला आरक्षक के साथ दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
महिला आरक्षक को धमकाकर शाजापुर ले गया जहां कोर्ट में धोखे से कागजों पर हस्ताक्षर भी करवाये और वोटर आईडी व फोटो भी लिये। इस दौरान मंडोत ने महिला आरक्षक को धमकी दी कि जहां बुलाऊं आना पड़ेगा नहीं तो मरवा दूंगा। महिला आरक्षक के शिकायती आवेदन की जांच करने के बाद पुलिस ने मंडोत के खिलाफ बलात्कार का प्रकरण दर्ज किया।उपनिरीक्षक गोकुलसिंह मंडोत मक्सी, शाजापुर के अलावा उज्जैन जिले के चिमनगंज, जीवाजीगंज सहित देहात के अनेक थानों में पदस्थ रह चुका है। महिला आरक्षक ने एसपी सचिन अतुलकर के समक्ष मौखिक शिकायत की उस दौरान मंडोत भाटपचलाना थाने में प्रभारी टीआई था और एसपी अतुलकर ने उसे लाइन हाजिर कर दिया था। वर्तमान में मंडोत लाइन में पदस्थ है।