उद्योगपतियों के साथ खड़े होने में डर नहीं : पीएम मोदी
लखनऊ,29 जुलाई(इ खबरटुडे)।आने वाले लोकसभा चुनाव में विकास के शस्त्र से उत्तर प्रदेश जीतने की मुहिम में जुटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 60 हजार करोड़ रुपये निवेश की 81 परियोजनाओं की ईंट रखी। उन्होंने उद्योगपतियों से अपने रिश्तों पर मुहर लगाते हुए कहा, “हम वो लोग नहीं हैं जो उद्योगपतियों के बगल में खड़े होने से डरते हैं। देश को बनाने में उद्योगपतियों की महत्वपूर्ण भूमिका है और अगर हम उन्हें अपमानित करेंगे तो विकास कैसे होगा? हां, जो गलत हैं उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ेगा और जेल जाना होगा।”
राजधानी लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में रविवार को ग्राउंड बे्रकिंग सेरेमनी को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी या विपक्ष के किसी नेता का नाम तो नहीं लिया लेकिन, उनके आरोपों पर पलटवार करने से नहीं चूके। राहुल और अखिलेश यादव समेत विपक्षी यह आरोप लगाते रहे हैं कि मोदी गरीबों के नहीं, बल्कि उद्योगपतियों के हित के लिए चिंतित रहते हैं।
पीएम ने निशाना साधते हुए कहा कि “देश को आगे बढ़ाने में एक बैंकर, फाइनेंसर, किसान, मजदूर और सरकारी मुलाजिम की जितनी महत्वपूर्ण भूमिका है, उतनी ही उद्योगपतियों की भी है लेकिन, कुछ लोग परदे के पीछे सब करते हैं मगर उद्योगपतियों के साथ सामने आने से डरते हैं।” सामने बैठे सपा सांसद अमर सिंह का नाम लेकर कहा कि “इन्हें सब मालूम है कि वे लोग किसके जहाज में बैठकर घूमते हैं। एक भी उद्योगपति नहीं है जिसने उनके घरों में जाकर साष्टांग दंडवत न किया हो।” जब नीयत साफ हो और इरादे नेक हों तो किसी के साथ खड़े होने में दाग नहीं लगते। महात्मा गांधी का उदाहरण दिया और कहा कि उनका जीवन कितना पवित्र था। उन्हें बिड़ला जी के परिवार में जाकर रहने में कोई संकोच नहीं होता था।
मेरी कमी खोजने वालों को देना होगा 70 साल का हिसाब
मोदी ने भले राहुल गांधी या कांग्रेस का नाम न लिया हो लेकिन, इशारों-इशारों में वह तंज कसने का मौका भी नहीं चूके। कहा, जो लोग मेरी कमियां खोज रहे हैं, उनकी तो 70 साल की कमियां निकलेंगी क्योंकि मेरे खाते में तो सिर्फ चार वर्ष हैं।
कालिख के लिए मशहूर कोयले का रिकार्ड उत्पादन
मोदी ने कांग्रेस सरकार में हुए कोयले घोटाले की भी याद ताजा की। कहा, बिजली के लिए कोयला जरूरी है। जो कोयला कभी कालिख के लिए मशहूर हुआ था, उसका उत्पादन अब रिकार्ड स्तर पर है। विकास के लिए बिजली जरूरी है। पारंपरिक एनर्जी से ग्रीन एनर्जी की ओर देश बढ़ रहा है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उप्र बड़ा हब बनने वाला है। बिजली बिल में तीन साल में 50 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है।
साइकिल के ट्यूब में फुग्गा
मोदी ने प्रतीकों से भी सियासी हमले किये। सपा के चुनाव चिह्न साइकिल के बहाने चुटकी ली। कहा, साइकिल की ट्यूब में हवा भरी जाती है तभी चलती है लेकिन, कभी-कभी ट्यूब के एक कोने में ज्यादा हवा होने से फुग्गा हो जाता है और वही रुकावट का कारण बनती है। मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसी एक क्षेत्र का नहीं बल्कि पूरे उप्र के संतुलित विकास का प्रयास शुरू किया है।
कृषि के क्षेत्र में निवेश बढ़ाएं उद्यमी
मोदी ने मुंबई में कुछ समय पहले उद्यमियों से संवाद का जिक्र किया। कहा, कृषि के क्षेत्र में निवेश सिर्फ एक प्रतिशत है। मैंने उन्हें विषय दिया और समझाया कि कृषि जगत में वे लोग क्या कर सकते हैं। मोदी ने कृषि के क्षेत्र में उद्यमियों को निवेश बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
अटल को याद किया
मोदी शनिवार और रविवार दोनों दिन के समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करना नहीं भूले। लखनऊ उनका संसदीय क्षेत्र था। पीएम ने कहा कि अटल जी समृद्ध भारत बनाना चाहते थे। उनका कहना था कि सड़कें हाथों की लकीरों की तरह हैं और यह भारत का भविष्य तय करेंगी।
ग्राउंड नहीं रिकार्ड ब्रेकिंग सेरेमनी
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का नाम दिया गया था। मोदी ने कहा, कुछ लोग इसे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी कह रहे हैं लेकिन, मैं कह रहा हूं कि यह रिकार्ड ब्रेकिंग सेरेमनी है। पहले यहां इस तरह कुछ भी नहीं हुआ। उप्र को एक बिलियन डालर इकोनॉमी की चुनौती पार करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
मोबाइल क्रांति की अगुवाई कर रहा उप्र
प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया जैसे अपने नारों की व्याख्या की। इसके लाभ गिनाए और अब तक की उपलब्धियों पर भी फोकस किया। कहा कि अब भारत मोबाइल फोन बनाने में दूसरे नंबर पर है और इस क्रांति की अगुवाई उप्र कर रहा है।