उज्जैन नगर निगम का विक्रत चेहरा , बुजुर्ग ग्रामीण को पीटा , खुद की छी छी साफ करवाई
उज्जैन, 29 दिसंबर(इ खबर टुडे ) । मानव श्र्रंखला से स्वच्छता की प्रेरणा का रेकार्ड बनाने वाली उज्जैन नगर निगम के कर्मचारियों ने अमानवीयता की हदें लांघ कर एक बीमार बुजुर्ग ग्रामीण से मारपीट की उसके बाद उसी से उसकी छी छी साफ करवाई गई । इस पूरे घटनाक्रम का विडियो बनाया गया और एक उपायुक्त ने इसे वाट़सअप के सीएमसी ( कमिश्नर म्यूनिसिपल कार्पोरेशन )ग्रुप पर वाहवाही के लिए अपलोड किया । यह विडियो वायरल हो गया । पासा उल्टा पडते ही नगर निगम के जनप्रतिनिधियों और अधिकारी बचाव के बयान दे रहे है।
घटनाक्रम जो सामने आ रहा है उसके मुताबिक बुधवार को सुबह शिप्रा नदी के सुनहरी घाट तट पर एक बुजुर्ग ग्रामीण ने घाट से कुछ दुरी पर दीर्घ शंका का त्याग कर दिया , इसी दौरान नगर निगम के कथित कर्मचारी वहां पहुंच गए । बुजुर्ग को डराया धमकाया गया ,इसके साथ ही उसकी पिटाई करने के बाद उसी से छी छी साफ करवा कर उसी की धोती में भरवाई गई, इस दौरान बुजुर्ग अपने बीमार होने की बात कहता रहा इसके बावजूद उस पर किसी ने रहम नहीं खाया । अमानवीयता की हद उस समय सामने आई जब नगर निगम उज्जैन के उपायुक्त एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी प्रशासनिक अधिकारी सुनील शाह ने इस पूरे घटनाक्रम के विडियो को नगर निगम के वाट़सअप ग्रुप सीएमसी पर बुधवार शाम को अपलोड किया ।
-ये है विडियो में
विडियो में शिप्रा के सुनहरी घाट का चित्रण सामने आ रहा है इसकी पुष्टि विडियो में आए स्थल पर लगे इलेक्ट्रीक पोल पर लिखे क्रमांक के साथ टुटेफूटे क्षेत्र से साफ पहचानी जा सकती है। विडियो में बुजुर्ग को दीर्घ शंका के बाद पकड कर दबाव बनाते हुए कुछ आवाजें सुनाई देती है,इसी बीच बुजुर्ग को एक चांटा मारा जाता है। इस बीच बुजुर्ग बोलता है कि वह आकर सफाई कर देगा ,इसके बावजूद उस पर दबाव बनाया जा रहा साफ सुनाई देता है। बुजुर्ग के यह कहने पर की किस चीज से साफ करूं तो उसे कहा जा रहा है कि अपने साफे से साफ करों। इसके बाद बुजुर्ग की आवाज में साफ सुनाई दे रहा है कि उसे दस्त लग रहे थे परेशानी में वह क्या करता ? तो उसे जवाब दिया जा रहा है कि काम्पलेक्स जाओ फ्री है। सफाई करने के दौरान बुजुर्ग गंदगी को धोती मे डालने के बाद जब बस बोलता है तो उसे कहा जा रहा है जरा ढंग से कर , ओर तो ओर इसका विडियो बनाने के लिए कथित कर्मचारी बीमार बुजुर्ग ग्रामीण से गंदगी सफाई करने के दौरान चेहरा उपर करने के लिए दबाव भी बना रहे हैं।
खुले में शौच मुक्त का अभियान
नगरिनगम उज्जैन वर्तमान में खुले में शौच मुक्त का अभियान चला रहा है। इसके तहत पिछले एक माह से कार्रवाई की जा रही है ,सुबह से निगम के अधिकारी शिप्रा किनारे के घाटों के साथ ही बस्ती क्षेत्र में कार्रवाई के लिए निकल जाते है ।कुछ स्वयं सेवी संस्थाओं के सदस्यों को इसके लिए सिटियां भी दी गई है । रोको टोको नाम से नगर निगम की टीम बनाई गई है जो लोगों को रोकने का काम करती है ओर समझाईश भी देती है।
मेरे पास विडियो अन्योन्य नंबर से आया
वाट़सअप के सीएमसी ग्रुप पर विडियो अपलोड करने वाले उपायुक्त सुनील शाह से पूछे जाने पर पहले तो वे बात करने को ही तैयार नहीं थे जब उनसे कहा गया कि विडियो आपने ही बनाया है तो उनका जवाब था कि उन्हे विडियो अन्योन्य नंबर से आया था जिसे वे नहीं पहचानते हैं। जब उनसे वह नंबर मांगा गया तो वे बाद में देने का बोल कर मामले को टालने का जवाब देने लगे । ग्रामीण का नाम पता पूछने पर उन्होने अनभिज्ञता जताई ।
ऐसे पहचान में आ रहा स्थल
विडियो में शिप्रा किनारे के घाट की पहचान एक नजर देखने पर ही हो रही है । दुसरा विडियों में बुजुर्ग के पीछे एक इलेक्ट्रिक पोल साफ दिखाई दे रहा है जिस पर दर्ज क्रमांक शिप्रा के सुनहरी घाट पर दर्ज पोल जैसे ही हैं ओर उसी रंग में ही लिखे हैं जो विडियो में दिखाई दे रहा है। स्थल पर दिवार का एक हिस्सा छतिग्रस्त दिखाई दे रहा है वह भी वैसा का वैसा ही है ।
स्नान के लिए आए हजारों ग्रामीण
शिप्रा में प्रति अमावस्या को दूर दराज के ग्रमीण क्षेत्रों से ग्रामीणजन स्नान के लिए उज्जैन आते हैं। बुधवार से ही यह क्रम शुरू हो गया था संभवत: घटनाक्रम से जुडा बुजुर्ग उज्जैन शिप्रा स्नान के लिए आया थ और उसका स्वास्थ्य खराब होने के दौरान उसके साथ नगर निगम के कथित कर्मचारियो ने अमानवीय व्यवहार कर दिया ।
अमानवीयता पर इनके बोल
विडियो देखने में आया है लेकिन उसमें कहीं स्पष्ट नहीं है कि नगर निगम के कर्मचारी इस घटना के लिए दोषी हैं विडियो से यह भी स्पष्ट नहीं हो रहा है कि वह उज्जैन का है। बुजुर्ग के साथ गलत व्यवहार किया गया है।
-मीना विजय जोनवाल , महापौर ,नगर निगम उज्जैन
विडियो की सत्यता का परीक्षण अभी नहीं हुआ है जिससे की यह पता लगे की घटनाक्रम उज्जैन नगर निगम के अंतर्गत का है । हमने जांच के लिए अपर आयुक्त विशालसिंह चौहान की अध्यक्षता में जांच कमेटी बना दी है अगर कोई मामले में दोषी पाया गया तो उस पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
-आशीषसिंह , आयुक्त, नगर निगम, उज्जैन
स्वच्छता अभियान के नाम पर गुंडागर्दी अमानवीय क्रत्य की जितनी निंदा की जाए कम है । महाकाल की नगरी में स्नान के लिए आए ग्रामीण बुजुर्ग श्रद्धालू से जो व्यवहार हुआ निंदनीय है ।वाहवाही के लिए उपायुक्त ने विडियो अपलोड किया निगम आयुक्त उन पर निलंबन की कार्रवाई करे ,विधिअनुसार मामले में प्रकरण् दर्ज करवाया जाए ।
-राजेन्द्र वशिष्ठ , नेता प्रतिपक्ष , नगर निगम उज्जैन