नोट बंदी के दौरान बड़े ट्रांजेक्शन करने वाले आयकर विभाग के रडार पर,नोटिस जारी
रतलाम,20 फरवरी(इ खबरटुडे)। नोट बंदी के दौर में कालेधन को सफ़ेद करने वालो पर आयकर विभाग की पूरी नज़र है. इस दौरान जिन लोगो ने बैंक से बड़े ट्रांजेक्शन किये है उन्हें विभाग ने अपने रडार पर ले लिया है .नोटेबंदी के दौरान बड़े ट्रांजेक्शन करने वाले और आयकर रिटर्न जमा नहीं करने वाले सभी लोगो को नोटिस जारी कर दिए गए है. रतलाम रेंज के 746 लोग आयकर विभाग की नजर में है, जिनमें से 496 लोग ऐसे है,जिन्होने रिर्टन दाखिल नहीं किया है, नाहीं ट्राजेक्शन के बारे में स्पष्टीकरण दिया है, ऐसे लोगों को आयकर विभाग में नियम के तहत नोटिस जारी कर दिए है। 31 मार्च तक कर दायरे में आ रहे लोगों द्वारा रिर्टन नही जमा कराए जाने पर विभाग कार्रवाई करेगा। आयकर विभाग ने आयकरदातओं की संख्या बढाने और आयकर संग्रहण के लिए मंगलवार से दो योजना भी शुरु की है।
मंगलवार को रतलाम आए मुख्य आयकर आयुक्त इंदौर प्रभार ए.के.चौहान ने मीडीया से चर्चा में इस सबंध में जानकारी दी। उन्होने कहा कि आज ने आयकर विस्तार अभियान योजन और आयकर संग्रहण योजना का औपचारिक शुभारंभ करने रतलाम आए है। उन्होने इन योजनाओं के उद्देश्यों के साथ ही आयकर से जुड़ी कई मह्तवपूर्ण बातों की जानकारी दी।
करोड़ों के ट्रांजेक्शन करने वालों की बनाई सूची
मुख्य आयकर आयुक्त इंदौर प्रभार ए.के.चौहान ने बताया कि विभाग ने अपनी खुफिया तंत्र और अन्य तरिकों से ऐसे लोगों की पुरी जानकारी जुटाई है जिनकी सालाना आय ढाई लाख रुपए से अधिक है और जो आयकर भरने के दायरे में आने के बावजूद रिर्टन दाखिल नहीं कर रहे है। उन्होने बताया कि रतलाम रेंज सहित इंदौर रिजन में ऐसे 1 लाख 45 हजार 442 लोग है। नोटबंटी के दौरान हुए ट्रांजेक्शन के सबंध में श्री चौहान ने बताया कि नोटबंदी के दौरान बड़े ट्रांजेक्शन करने वाले विभाग की नजर में है। रतलाम रेंज में एसे 746 लोग है, जिन्होने नोटबंदी के दौरान 10 करोड़ तक के ट्रांजेक्शन खातों में किए है, इनमें से रिर्टन नहीं भरने वाले 496 लोगों को नोटिस जारी किए जा चुके है।
बच्चों को कहेगें माता-पिता से भरवाएं टैक्स
मुख्य आयकर आयुक्त श्री चौहान ने कहा कि आयकरदाता विस्तार योजना में 10 सूत्रीय कार्ययोजना बनाई गई है, जिसमें लोगों से भयमुक्त होकर आयकर भरने के लिए जागरुक किया जाएगा। स्कूलों में जाकर बच्चों को भी जागरुक करेगें कि अपने माता-पिता से कहे कि रिर्टन दाखिल करें। श्री चौहान ने कहा कि विभाग आयकर के दायरे में आ रहे लोगों से अपील कर रहा है कि स्वेच्छा से 31 मार्च के पहले अपना रिर्टन दाखिल करें और कार्रवाई से बचे।
मुख्य आयकर आयुक्त की मुख्य बातें-
-आयकर विभाग के पास समुद्र की तरह जानकारी, आयकर के दायरे में आकर कर नहीं जमा कराने वालो की सूची तैयार, होगी नियमानुसार कार्रवाई।
-रतलाम रेंज सहित इंदौर रिजन में 1 लाख 42 हजार 442 ऐसे लोग जिनकी आय आयकर के लिए निर्धारित सीमा से अधिक, जो विदेश गए, जिन्होने बड़े ट्रांजेक्शन किए, पापर्टी खरीदी और जो रिर्टन नहीं भरते है।
-2194 लोग ऐसे जिन्होने करोड़ों के ट्रांजेक्शन किए और रिर्टन नहीं भरा, हमारा प्रयास ऐसे लोगों को आयकर की मुख्य धारा में जोडऩा है।
-रतलाम रेंज सहित इंदौर रीजन में 17 ऐसी कंपनियां जांच के दायरे में जो पेपर पर चल रही है।
-आयकरदाता विस्तार योजना में इंदौर रेंज में 2 लाख नए आयकर दाताओं को जोडऩे का लक्ष्य, 91 हजार 981 बढे। रतलाम रेंज में 28 हजार 189 नए आयकर दाताओं का लक्ष्य, 15 हजार 104 बढे।
-आयकर संग्रहण योजना में 28 सूत्रीय कार्यक्रम, जिन्होने बकाया जमा नहीं करा है, वे आयकर जमा करे और कार्रवाई से बचे।
-कर दाताओ को समझाने के लिए अभियान चलाया जाएगा कि कर देकर वे राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा सकते ही।कर देने से उन्हें कई लाभ होसकते है जो उन्हें बताये जाएंगे।
-इस वर्ष का इंदौर रीजन का टारगेट 2173 करोड़ है, जिनमें से 1330 करोड़ प्राप्त हो चुके है। रतलाम का टारगेट 148 करोड़ 60 लाख है, जिसमें से 62 करोड़ प्राप्त हो चुके है।
-स्टाक फायलर भी विभाग की निगाह में है, जो लोन लेने के लिए फाइल बनाते है और एक बार रिर्टन भरकर बाद में भूल जाते है, ऐसे लोगों को भी नोटिस जारी किए जा रहे है।
-अपना पैसा इधर-उधर घुमाकर सफेद करने वालों पर भी विभाग की नजर।
-जो नोटिस के बाद बकाया नहीं जमा कर रहे है, उनके खिलाफ प्रकरण फाइल किए जा रहे है। पिछले महीने रतलाम रेंज में 28 प्रकरण फाइल किए गए।
-मुख्य आयकर आयुक्त ने आयकरदाता विस्तार योजना और आयकर संग्रहण योजना के पोस्टर का भी विमोचन किया।
-इस दौरान संयुक्त आयकर आयुक्त सतीश सोलंकी भी मौजुद थे।