आठ राशन दुकानों की जांच में 9.80 करोड का घोटाला,खाद्य अधिकारी समेत कुल 22 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज
रतलाम,14 जनवरी (इ खबरटुडे)। शहर की राशन दुकानों की जांच में बडा घोटाला सामने आया है। आठ राशन दुकानों की जांच में 9.80 करोड का घोटाला सामने आया है। जांच के बाद खाद्य विभाग,नगर निगम और राशन दुकान संचालकों आदि को मिलाकर कुल बाईस लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज किए गए है।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार,शहर की राशन दुकानों पर बडी संख्या में फर्जी गरीबी राशन कार्डो के आधार पर सस्ता राशन बेचे जाने की शिकायतें मिलने के बाद पूर्व कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने विगत 26 अप्रैल 2017 को राशन दुकानों की जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान जांच दलों ने एक-एक राशन दुकानों पर पंहुच कर राशन कार्डों को सत्यापित करने का काम किया। करीब आठ महीने चली जांच में हजारों की संख्या में फर्जी परिवारों का पता चला,जिनके नाम पर गरीबी रेखा के राशन कार्ड बनाए गए थे और सस्ता अनाज इन राशन कार्डो के नाम पर आवंटित कर खुले बाजार में महंगे दामों पर बेचा जा रहा था।
सिटी एसडीएम अनिल भाना द्वारा आठ राशन दुकानों की जांच में कुल 9.80 करोड रुपए का घोटाला सामने आया। जांच रिपोर्ट के आधार पर शनिवार रात एसडीएम अनिल भाना ने स्वयं स्टेशन रोड थाने पर पंहुच कर घोटाले में शामिल कुल बाईस शासकीय अधिकारियों व राशन दुकान संचालकों के विरुध्द आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिला आपूर्ति अधिकारी रमेशचन्द्र जांगडे,कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी वंदना बंबेरिया,सहा.आपूर्ति अधिकारी मुकेश पाण्डे,नगर निगम के तत्कालीन स्वास्थ्य अधिकारी राजेन्द्र सिंह पंवार,तत्कालीन स्वास्थ्य निरीक्षक रवीन्द्र ठक्कर,पोर्टल ठेकेदार यशवन्त गर्ग तथा आठ राशन दुकान संचालकों के विरुध्द गबन,धोखाधडी,कूट रचित दस्तावेजों से षडयंत्र करना,आवश्यक वस्तु अधिनियम और आईटी एक्ट इत्यादि की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किए है।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार शहर में साठ से अधिक राशन दुकानें संचालित है। प्राथमिक तौर पर केवल आठ दुकानों की जांच की गई है। सभी राशन दुकानों पर बडी संख्या में फर्जी राशन कार्ड अस्तित्व में है। राशन घोटाले की पूरी जांच के बाद करीब सत्तर करोड रु.का घोटाला सामने आने का अनुमान है।