असंगठित क्षेत्रों में कार्य करने वाले श्रमिकों के लिये भी मण्डल का गठन होगा
श्रमिकों के चार रैन बसेरों के लिये 50लाख की सौगात
रतलाम 6 अगस्त(इ खबरटुडे)। श्रम, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जनजाति विभाग म.प्र. शासन के मंत्री अंतरसिंह आर्य ने मुख्य अतिथि के रूप में आज रतलाम जिला मुख्यालय पर आयोजित श्रमिक सम्मेलन में शिरकत की। उन्होने म.प्र. भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा आयोजित श्रमिक सम्मेलन में उपस्थित श्रमिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिकों के लिये भी पृथक से कर्मकार मण्डल का गठन किया जावेगा। श्री आर्य ने कहा कि कर्मकार मण्डल की योजनाओं का लाभ उठाने के लिये अब श्रमिकों का स्वप्रमाणिकरण के आधार पर ही पंजीयन किया जा सकेगा। उन्होनें श्रमिकों के रूकने एवं ठहरने के लिये जिले में चार रैन बसेरों के लिये 50 लाख रूपये प्रदान करने की घोषणा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता रतलाम शहर विधायक चैतन्य काश्यप ने की। इस अवसर पर श्रम आयुक्त के.सी.गुप्ता एवं कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर उपस्थित थे।
श्रम मंत्री श्री आर्य ने श्रमिक सम्मेलन सह कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि शासन द्वारा उन्हें गरीबों की सेवा करने का जो मौका प्रदान किया गया है। उससे वे स्वयं को गौरवान्वित महसुस करते है। उन्होनें बताया कि भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा श्रमिकों को लाभान्वित करने के लिये 22 योजनाएॅ संचालित की जा रही है। श्रमिकों के कल्याण के लिये सरकार के द्वारा प्रभावी कदम उठाये जा रहे है। श्री आर्य ने कहा कि उनके विभाग के द्वारा प्रदेश के प्रत्येक जिले में श्रमिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने एवं उन्हें लाभ दिलाये जाने हेतु इस प्रकार के सम्मेलन व कार्यशाला आयोजित की जा रही है। उन्होनें बताया कि योजनाओं का लाभ उठाने के लिये निर्माण श्रमिकों को ठेकेदारों के प्रमाण पत्र की आवश्यकता को समाप्त कर दिया गया है। अब श्रमिकों के द्वारा एक वित्तिय वर्ष में किसी भी ठेकेदार या अन्य संस्था में 90 दिवस कार्य करने का नाम सहित उल्लेख करने का स्वप्रमाणिकरण दस्तावेज प्रस्तुत करने पर उसका पंजीयन किया जा सकेगा।
असंगठित क्षेत्र के डेढ़ करोड श्रमिक लाभान्वित होगें
श्रम मंत्री श्री आर्य ने श्रमिक सम्मेलन में सम्बोधित करते हुए कहा कि असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिकों को भी लाभान्वित करने के लिये सरकार प्रभावी कदम उठाने जा रही है। उन्होनें बताया कि सरकार शीघ्र ही असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों के लिये पृथक से कर्मकार कल्याण मण्डल गठन करने संबंधी कार्य कर रही है। इसके गठन हो जाने के उपरांत इस क्षेत्र में काम करने वाले लगभग एक करोड़ पचास लाख से अधिक श्रमिकों को योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
जिले में चार श्रमिक रैन बसेरे बनेगें
श्रम मंत्री श्री आर्य ने निर्माण श्रमिक सम्मेलन में जनप्रतिनिधियों के द्वारा मजदूरी के लिये जाने के पूर्व किसी एक स्थान पर ठहरने के इंतजाम किये जाने हेतु एवं आवश्यकता पड़ने पर रात्रि विश्राम हेतु स्थल की मांग करने पर जिले में चार स्थानों पर श्रमिक रैन बसेरों के निर्माण हेतु 50 लाख रूपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होने 20 लाख रूपये रतलाम शहर के लिये, 10-10 लाख रूपये सैलाना, धामनोद एवं नामली में श्रमिक रैन बसेरों के निर्माण के लिये प्रदान किये जाने की घोषणा की।
सब के घर बनाने वाले का स्वयं का भी घर बने-श्री काश्यप
निर्माण श्रमिक सम्मेलन सह कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए रतलाम शहर विधायक चैतन्य कश्यप ने अपने सम्बोधन में कहा कि जो श्रमिक सभी के भवनों को निर्माण करते हैं उनके खुद के घर के निर्माण के लिये भी सरकार से सहायता प्रदान करने की मांग श्रम मंत्री श्री आर्य से की। उन्होनें कहा कि इन श्रमिकों को स्वयं के घर के निर्माण के लिये न केवल सरकार से आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए बल्कि उनकों घर बनाने के लिये जमीन भी उपलब्ध करायी जाना चाहिए। श्री काश्यप ने मांग की कि निर्माण श्रमिकों के आवास के लिये सोसायटियों के निर्माण के लिये भी अनुमति दी जाना चाहिए ताकि उनकी आवास संबंधी समस्याओं को दुर किया जा सके और वे भी सम्मानपूर्वक जीवनयापन कर सकें।
कर्मकार मण्डल जितनी कल्याणकारी योजनाएॅ किसी विभाग में नहीं – श्रमायुक्त
निर्माण श्रमिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए श्रम आयुक्त के.सी.गुप्ता ने कहा कि भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा श्रमिकों के कल्याण हेतु 22 योजनाएॅ संचालित की जा रही है। इतनी कल्याणकारी योजनाएॅ सम्भवत: किसी एक विभाग में संचालित नहीं की जा रही है। उन्होने कहा कि मण्डल द्वारा प्रसूति से लेकर अंत्येष्ठि तक की राहत राशि संबंधित, प्रभावित, श्रमिकों को प्रदान किये जाने का कार्य किया जा रहा है। श्री गुप्ता ने बताया कि श्रमिकों के बच्चों को कक्षा एक से छात्रवृत्ति प्रदान की जाती हैं। प्रथम श्रेणी में आने पर मेरिट छात्रवृत्ति दी जाती हैं और प्रथम पॉच हजार में आने पर अतिरिक्त छात्रवृत्ति प्रदान किये जाने की व्यवस्था भी की गई है। कर्मकार मण्डल द्वारा श्रमिक भाईयों को साईकिल और मोटर सायकल खरीदने के लिये भी 25 प्रतिशत अनुदान राशि दिये जाने का प्रावधान किया गया है।
श्रमिकों को साईकिलें वितरित
भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा संचालित साईकिल अनुदान योजनान्तर्गत 14 निर्माण श्रमिकों को श्रमिक सम्मेलन में श्रम विभाग द्वारा साईकिले वितरित की गई। सम्मेलन में मुख्य अतिथि श्री आर्य एवं अध्यक्ष श्री काश्यप द्वारा टोकन स्वरूप श्री घनश्याम सिलावट, श्री जितेन्द्रसिंह, श्री विजय पाल, श्री बनवारीलाल मरमट को साईकिले प्रदान की गई।
दो को अनुग्रह सहायता प्रदत्त
भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा संचालित मृत्यु पर अंत्येष्ठि एवं अनुग्रह सहायता योजनान्तर्गत दो श्रमिकों की 45 वर्ष से कम आयु में सामान्य मृत्यु होने पर 75-75 हजार रूपये सहायता राशि प्रदान की गई। सम्मेलन में पुख्ता अनुसार मुकेश, जगदीश एवं श्रीमती पेपाबाई को उक्त राशि प्रदान की गई।
प्रसूति सहायता राशि प्रदत्त
भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा संचालित योजनान्तर्गत दीपक दुर्गाशंकर कुमावत को अकुशल श्रमिक के 60 दिन के न्यूनतम वेतन के बराबर की राशि प्रदान की गई। इसमें महिलाओं को 45 दिन का न्यूनतम वेतन एवं पति का 15 दिन का न्यूनतम वेतन राशि सम्मिलित है।
पंजीयन कार्ड प्रदत्त
श्रमिक सम्मेलन में 18 निर्माण श्रमिकों को पंजीयन कार्ड भी अतिथियों के द्वारा वितरित किये गये। मंच पर लुनेरा के श्री नाथुलाल, रघुनाथगढ के बंसतीलाल कारूलाल एवं सत्यनारायण फुंदालाल, कलोरीखुर्द के दशरथ रामलाल एवं बोरवना के रामरतन छोटेलाल को पंजीयन कार्ड प्रदान किया गया।
श्रमिक सम्मेलन में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मैड़ा, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक अध्यक्ष अशोक चौटाला, नगर निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल, बजरंग पुरोहित, सुल्तानसिंह शेखावत, श्रीमती अनिता कटारिया एवं अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आशीष दशोत्तर ने किया। आभार प्रदर्शन श्रम पदाधिकारी के.एल. शर्मा ने किया।