अवैध हथियारों के सौदागर धराए, बड़ी मात्रा में हथियार भी बरामद
इंदौर,17 जुलाई (इ खबरटुडे)।इंदौर क्राईम ब्रांच ने अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले एक गिरोह के पकड़ा है। पुलिस ने 4 आरोपी हिरासत में लेते हुए उनके कब्जे देसी पिस्टल, कट्टे और रिवॉल्वर सहित 18 अवैध हथियार और 3 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। ये गिरोह अंतरराज्यीय है और दूसरे राज्यों में भी अवैध हथियार सप्लाई करता है।
पुलिस को जानकारी मिली कि खरगोन जिले के सिगनूर से सिकलीगर अवैध हथियार लेकर आ रहे हैं और कई स्थानों पर इसकी सप्लाई कर रहे हैं। मुखबिर लगाकर पुलिस ने इस गिरोह की जानकारी जुटाई जिसमें जानकारी मिली कि सिगनूर के सिकलीगर अवैध हथियार बनाकर इंदौर व आसपास के अन्य सीमावर्ती जिलों सहित कई बाहरी राज्यों के तस्करों को सप्लाई कर रहे हैं।
इसी दौरान पता चला कि सिगनूर का रहने वाला सिकलीगर कुंदन सिंह अवैध हथियारों की डिलीवरी देने इंदौर आ रहा है। इस सूचना पर क्राईम ब्रांच की टीम और छत्रीपुरा थाना पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई। इस टीम ने घेराबंदी करते हुए कुंदन सिंह सिकलीगर (28) को पकड़ा। पुलिस ने उसके कब्जे से बारह बोर के 2 देशी कट्टे, और बत्तीस बोर की 11 पिस्टल, एक जिन्दा कारतूस सहित 13 अवैध हथिार बरामद हुए। आरोपित कुंदन सिंह ने बताया कि ये हथियार उसने खुद बनाए और इन्हें बेचने के इरादे से इंदौर आया था।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये गिरोह इंदौर के अलावा प्रदेश के बाहर महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और अन्य राज्यों में अवैध हथियारों की सप्लाई करता है। कुंदन सिंह अवैध हथियार बनाने व बेचने के मामले में पहले भी 2 बार पकड़ा जा चुका है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सिगनूर निवासी उसके साथी सचिन सिंह को भी पकड़ा।
ये दोनों मिलकर हाथ से चलने वाले औजारों और छोटी-छोटी मशीनों से हूबहू फैक्ट्री में बनने वाले हथियारों जैसे अवैध हथियार बनाकर सप्लाय करते है। इन दोनों के अलावा पुलिस ने इस गिरोह के एक अन्य सदस्य सतपाल सिंह (20) को भी पकड़ा। उसके कब्जे से पुलिस ने 1 देशी पिस्टल और एक जिन्दा कारतूस और 12 बोर का एक देशी कट्टा बरामद किया। वहीं सचिन सिंह के कब्जे से एक देशी पिस्टल व 12 बोर का एक देसी कट्टा बरामद किया। इस प्रकार दोनों आरोपियों से कुल 4 अवैध हथियार व 1 कारतूस बरामद किए।
पूछताछ में आरोपित सतपाल सिंह ने बताया कि वो तालाचाबी बनाने का काम भी करता है। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि फेरी के दौरान वो सूने घरों में चोरी और नकबजनी की वारदातें भी करता था। वो अवैध हथियार मंगाकर इंदौर शहर के आपराधिक तत्वों को बेचने का काम करता था और इसके बदले मोटा कमीशन उसे मिलता था।