अपोलो डीबी सिटी में वृद्ध दंपती के हत्याकांड का पर्दाफाश
इंदौर , 13 नवम्बर (इ खबरटुडे)। नगर प्रतिनिधि। अपोलो डीबी सिटी में वृद्ध दंपती के हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनका मित्तल दंपती के यहां आना जाना था। पुलिस ने आज इस मामले में बताया कि हत्या का मुख्य आरोपी मनोज उर्फ बबलू चौधरी पिता भरत लाल चौधरी निवासी वीणा नगर सुखलिया है। यह मित्तल दंपती के यहां काम करता था। इसके साथी धर्मेंद्र राजपूत पिता शिवनारायण राजपूत निवासी बरवा खुर्रम जिला राजगढ़ को भी हिरासत में लिया गया है। दोनों ने तगड़ी धनराशि हासिल करने के लालच में इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
बदमाशों ने पिछले शनिवार को दंपती की गला रेतकर हत्या कर दी थी। घटना का पता रविवार दोपहर 12.30 बजे तब चला जब नौकरानी ने दूसरे ब्लॉक में रहने वाली बेटी को बताया कि वे दो दिन से दरवाजा नहीं खोल रहे हैं। दोनों के शरीर और गले में चाकू मारे गए हैं। पुलिस गार्ड, नौकरानी से पूछताछ कर रही है। फ्लैट में काम करने वाले दो केयर टेकर की तलाश की जा रही है।
लसूड़िया पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर सूचना मिली कि ऑरम-2 ब्लॉक के फ्लैट नंबर 205 में रहने वाले श्रीचंद मित्तल (74) और उनकी पत्नी शांतिदेवी (70) की घर में घुसकर हत्या कर दी गई है। श्रीचंद का शव बेडरूम में पलंग पर पड़ा मिला। उनके गले और सीने पर चाकू के निशान थे।
शांतिदेवी का शव नीचे पड़ा हुआ था। उनका चाकू से गला काटा गया था। शांतिदेवी को दूसरे रूम में मारने के बाद घसीट कर बेडरूम में लाया गया था। पुलिस के मुताबिक हत्या में परिचितों का हाथ है। पुलिस ने टाउनशिप के गार्ड, नौकर, केयर टेकर सहित अन्य लोगों की सूची बनाकर कुछ संदेहियों को हिरासत में ले लिया था।
पुलिस ने नौकरानी सपना अटूटे और दूधवाले हवनसिंह को पूछताछ के लिए बुलाया था। हवनसिंह के मुताबिक शनिवार सुबह करीब 8.30 बजे दूध देकर गया था। सपना ने पुलिस को बताया वह 12.30 बजे काम करने आई थी। तीन बार डोरवेल बजाई पर दरवाजा नहीं खुला।
रविवार को फिर इसी टाइम पर करने आई। दरवाजा नहीं खुलने पर लौट गई। 1.45 बजे फिर आई। मुझे कुछ शंका हुई और ऑरम-1 में रहने वाली मित्तल की बेटी अंजली को बताया। अंजली और उनके पति ने कॉल किए तो दोनों मोबाइल आउट ऑफ रेंज मिलें।
इससे शक गहरा गया। तत्काल फ्लैट पर आए और गार्ड सिक्यूरिटी ऑफिसर जेएल कर्मा,इलेक्ट्रीशियन मंगलसिंह परिहार की मदद से पल्मबर सोनू को तीसरी मंजिल के फ्लैट(305) की बालकनी से चादरों के सहारे फ्लैट से उतारा। उसने दरवाजा दरवाजा खोला तो दंपती की लाश पड़ी हुई थी। शक है हत्यारे ने सुबह 9 बजे से 11 के बीच वारदात को अंजाम दिया और दरवाजा लॉक कर फरार हो गया।
टीआई आरडी कानवा के मुताबिक बेटी अंजली के सामने फ्लैट की सर्चिंग की गई। तीन वॉर्डरोब खुली हुई थी। एक में लॉक लगा मिला। सर्चिंग के दौरान करीब 4 लाख रुपए कीमती सोने की ज्वेलरी और 40 हजार रुपए कैश मिलें। वॉर्डरोब की चाबियां भी रुम में पड़ी हुई थी।