December 25, 2024

अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये से जिले की छवि पर असर

कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों की बैठक ली
रतलाम 01 जुलाई (इ खबरटुडे)। कलेक्टर राजीव दुबे ने कहा है कि अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के चलते जिले की छवि पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। हाल ही में भोपाल से आए स्वास्थ्य आयुक्त एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के सामने आए हालात से एक बदरंग तस्वीर सामने आई है। यह स्थिति बेहद खेदजनक है।
श्री दुबे आज यहां जिला अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा यह एक विडम्बना है कि आम आदमी से सीधे तौर पर जुड़े विभागों के अफसरों ने अपने तौर पर स्थिति में सुधार करने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाने से परहेज रखा। कलेक्टर ने बैठक में मौजूद मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पुष्पेंद्र शर्मा एवं सिविल सर्जन डॉ. दीप व्यास से स्वास्थ्य आयुक्त के निरीक्षण में सामने आए तथ्यों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। सीएमएचओ ने बताया कि आयुक्त ने मेटरनिटी वार्ड में दो प्रसूताओं की मृत्यु को आयुक्त ने बेहद गंभीरता से लिया। उन्होंने मेटरनिटी वार्ड की व्यवस्थाओं में सुधार तथा प्रसूताओं की परेशानियों को दूर करने के लिए अविलंब कदम उठाए जाने की जरुरत बताई। डॉ. शर्मा ने कलेक्टर को आश्वस्त किया कि एक माह के भीतर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने की हरचंद कोशिश की जाएगी। श्री दुबे ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कई मसलों पर सीएमएचओ से सवाल किए और जानना चाहा कि आने वाले समय में वे किस प्रकार जिले की अस्वस्थ स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे। कलेक्टर ने जावरा में अप्रशिक्षित महिला कर्मचारी द्वारा ऑपरेशन की कोशिश को अत्यंत गंभीर मामला बताया। उन्होंने कहा कि यह कृत्य आपराधिक है और असहनीय भी। बैठक में श्री दुबे ने समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत वितरित की जाने वाली पेंशन के ऑनलाइन सत्यापन कार्य के बारे में भी जानकारी ली और इस कार्य की धीमी रफ्तार को लेकर असंतोष जताया।
बैठक में कलेक्टर श्री दुबे ने जुलाई माह में जिले की उचित मूल्य दुकानों में आयोजित होने जा रहे अन्न उत्सव की तैयारियों की भी समीक्षा की। खाद्य अधिकारी  के.एस. ब्रााहृणे ने बताया कि हाट बाजार वाले ग्रामों में 4 जुलाई को अन्न उत्सव आयोजित किया जाएगा। जिन ग्रामों में उचित मूल्य दुकान रविवार के दिन खुलती है, वहां 7 जुलाई को अन्न उत्सव मनाया जाएगा तथा जिन ग्रामों में उचित मूल्य दुकान रविवार को बंद रहती है, वहां 8 जुलाई को अन्न उत्सव मनाया जाएगा। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि अन्न उत्सव के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की जाए, ताकि आयोजन अपने मकसद में कामयाब रहे। श्री दुबे ने उपायुक्त सहकारिता पी.आर. कावड़कर को निर्देश दिए कि वे उचित मूल्य दुकानों से दिए जाने वाले चावल की गुणवत्ता पर विशेष रूप से नजर रखें। उन्होंने उपायुक्त को निर्देशित किया कि वे उचित मूल्य की दुकानों का निरीक्षण कर चावल की गुणवत्ता परखें। बैठक में 6 जुलाई को प्रस्तावित जिला योजना समिति की बैठक के मसौदे पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर श्री दुबे ने विशेष रूप से खाद्य विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और विद्युत वितरण कंपनी की समस्त योजनाओं का ब्यौरा तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जानकारियां इस तरह प्रस्तुत की जानी चाहिए जिससे साफ तस्वीर सामने आ सके। श्री दुबे ने विभागाध्यक्ष स्तर से अथवा जनप्रतिनिधियों से आए लंबित पत्रों पर विभिन्न विभागों द्वारा की गई कार्यवाही की समीक्षा करते हुए विभाग प्रमुखों को जरूरी निर्देश दिए। बैठक में विभाग प्रमुखों से कहा गया कि यदि उनके विभाग की आरआरसी जारी नहीं हुई हो तो इसे कलेक्टर को भेजा जाना चाहिए, न कि तहसीलदार को। कलेक्टर अपने स्तर पर नियमानुसार वसूली की कार्यवाही के लिए उचित निर्देश देंगे। श्री दुबे ने मंडी सचिव को भी बैठक में बुलाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी श्री सोलंकी से वन अधिकार अधिनियम के तहत पट्टा वितरण कार्य की जानकारी ली। श्री दुबे ने कहा कि पट्टा वितरण की गति संतोषजनक नहीं है और इस कार्य पर विशेष ध्यान देते हुए तेज कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए। बैठक में ऋणात्मक शेष वाले जीपीएफ प्रकरणों की भी समीक्षा की गई और त्वरित निराकरण के निर्देश दिए गए। श्री दुबे ने जनसुनवाई के लंबित प्रकरणों भी समीक्षा की।  बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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