खुद ठगी का हुआ शिकार, तो नकली पुलिस बन महिला सिपाहियों से करने लगा दुष्कर्म
बरेली,04 सितम्बर(इ खबर टुडे)।उत्तर प्रदेश के बरेली में एक फर्जी पुलिस सिपाही पकड़ में आया है, जिस पर 10 महिला कांस्टेबल के साथ दुष्कर्म और ठगी का आरोप है। इस शख्स की कहानी बड़ी फिल्मी है। जैसे-जैसे पुलिस अधिकारियों को इसके बारे में पता चल रहा है, वैसे-वैसे उनकी हैरानी बढ़ती जा रही है।
आरोपी का नाम है राजन वर्मा, जो मूल रूप से लखीमपुर का रहने वाला है। 2019 में पुलिस में नौकरी के नाम पर उसके साथ ठगी हुई, तो वह नकली पुलिस बनकर असली पुलिस को चमका देना लगा। राजन पर 10 महिला कांस्टेबल के साथ दुष्कर्म और ठगी का आरोप है। बरेली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है। यहां पढ़िए राजन की अपराध की दुनिया की पूरी कहानी।
अपराध की दुनिया में ऐसे कदम रखा
राजन वर्मा लखीमपुर में पेठा बनाने की फैक्ट्री चलाता था। कारोबार के सिलसिले में उसका अयोध्या जाना होता था। साल 2019 में अयोध्या में उसकी मुलाकात सुनील गुप्ता से हुई। गुप्ता ने खुद को पुलिस में तैनात बताया। साथ ही कहा कि पिता भी अयोध्या पुलिस लाइंस में सिपाही हैं। वो पुलिस में राजन को नौकरी लगवा सकते हैं। नौकरी के नाम पर गुप्ता ने राजन से 5 लाख ठग लिए। इस दौरान तीन महीने तक राजन पुलिस लाइंस में रहा।
पुलिस लाइंस में रहते हुए राजन पुलिस के तौर-तरीके सीख गया। बाद में धोखाधड़ी का अहसास हुआ। धोखे का शिकार होने के बाद राजन ने अपराध की दुनिया में कदम रखा। एक महिला सिपाही से रेप किया। पहले केस में ऐसे छूटा और शुरू हो गया सिलसिला अयोध्या पुलिस लाइंस में रहते हुए राजन पर रेप का आरोप लगा। हालांकि बाद में पीड़िता से शादी करने के कारण कोई सजा नहीं हुई। बाद में उसने महिला से दूरी बना ली।
इस दौरान कई पुलिस अधिकारियों से उसकी पहचान हो गई थी। वह अपनी जाति की महिला कांस्टेबल को निशाना बनाता था। उनसे करीबी बढ़ाने के बाद शादी का झांसा देता और शारीरिक शोषण करता। ऐसी ही एक महिला कांस्टेबल से उसने कहा कि दोनों शादी के बाद अपना मकान खरीदेंगे। ऐसा कहकर उसने कांस्टेबल से 30 लाख रुपए ऐंठ लिए। एक-एक कर 10 महिला कांस्टेबल के साथ ऐसा ही किया।