Protest : कुडैल नदी पर पुलिया बनाने की मांग को लेकर हतनारा के ग्रामीणों का जल सत्याग्रह,अधिकारियों की समझाईश के बावजूद हटने को तैयार नहीं,कलेक्टर को बुलाने पर अडे सत्याग्रही (देखिए लाइव विडीयो)
रतलाम,18 सितम्बर (इ खबरटुडे)। समीपस्थ ग्राम हतनारा के ग्रामीण सुबह से कुडैल नदी में जल सत्याग्रह कर रहे है। डेढ दर्जन से अधिक महिला पुरुष कुडैल नदी में खडे है। आन्दोलन कर रहे ग्रामीणों की मांग है कि कुडैल नदी पर पुलिया बनाई जाए ताकि वे अपने खेतों तक जा सके। भडके हुए ग्रामीणों को समझाने के लिए पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी मौके पर पंहुचे,लेकिन ग्रामीण जन कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग पर अडे हुए है।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार,ग्राम हतनारा के कई ग्रामीणों के खेत कुडैल नदी की दूसरी ओर है। इन किसानों के खेतों में फसलें पक चुकी है,लेकिन इन्हे अपने खेत तक जाने के लिए कुडैल नदी पार करना पडती है। किसान स्वयं तो जैसे तैसे तैर कर नदी पार कर सकता है,लेकिन अपनी फसल को नदी पार करवाकर लाना संभव नहीं है। जब से बोवनी हुई है किसान तो जैसे तैसे खेत तक चले जाते है लेकिन महिलाये खेतो तक नहीं जा पा जा रही है। अब किसानो की फैसले पक चुकी है और कटाई का समय पास आ रहा है लेकिन समस्या ये है कि वे अपनी फसले काट कर लाएंगे कैसे ?
हतनारा के किसान लम्बे समय से कुडैल नदी पर पुलिया बनाने की मांग कर रहे है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हतनारा के किसान,ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत और कलेक्टर तक को गुहार लगा चुके है,लेकिन अब तक उनकी मांग पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। आखिरकार थकहार कर आज हतनारा के किसानों ने जल सत्यागृह शुरु कर दिया। गांव के डेढ दर्जन से ज्यादा महिला पुरुष कुडैल नदी में सुबह से खडे है।
ग्रामीणों के जल सत्यागृह की जानकारी मिलने पर बांगरोद पुलिस चौकी प्रभारी आनन्द बागवान भी मौके पर पंहुच गए। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो जाता वे इसी तरह नदी में खडे रहेंगे। चौकी प्रभारी आनन्द बागवान ने मौके पर पंहुचने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों को इस जल सत्याग्रह की जानकारी दी।
जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी निर्देशक शर्मा भी हतनारा कुडैल नदी पर आन्दोलनकारियों से चर्चा करने पंहुचे। श्री शर्मा ने आन्दोलन कारियों को बताया कि नदी पर पुलिया बनाने की योजना पर तो आज तक कोई चर्चा ही नहीं हुई है। सड़क बनाने का प्रस्ताव जरुर विचाराधीन है,लेकिन उस पर भी अभी निर्णय नहीं हुआ है। आन्दोलनकारी इस चर्चा से संतुष्ट नहीं हुए और वे लगातार अपने सत्याग्रह पर अडे है। उनकी मांग है कि जब तक कलेक्टर स्वयं आकर उन्हे इस बारे में संतोषजनक उत्तर नहीं देंगे,किसानों का जल सत्यागृह इसी तरह जारी रहेगा।
हतनारा के किसानो को कुडैल नदी में खड़े हुए अब तक करीब सात घंटे गुजर चुके है। समाचार लिखे जाने तक किसानो का आंदोलन जारी है। आंदोलनकारियों में शामिल किसान मनीष पाटीदार वे इ खबर टुडे को बताया कि जब तक समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया जाता आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा।