भगवान महाकालेश्वर की भस्म आरती में दर्शनार्थियों को 360 दिन बाद मिलेगा प्रवेश
21 मार्च 2020 को दर्शनार्थियों का प्रवेश निषिद्ध किया गया था, आगामी 15 मार्च से प्रवेश मिलेगा
उज्जैन,09 फरवरी (इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार )।भगवान श्री महाकालेश्वर की भस्मारती में दर्शनार्थियों की प्रवेश व्यवस्था आगामी 15 मार्च से प्रारंभ की जाएगी। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के कारण प्रवेश बन्द है । यह व्यवस्था 15 मार्च से पूर्व की तरह पूर्ण क्षमता के साथ प्रारंभ होगी । साथ ही गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति के संबंध में भी 15 मार्च के बाद विचार किया जाएगा ।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक मंगलवार को अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में मेला कार्यालय में आयोजित की गई।इसी में यह निर्णय लिया गया। कोरोना काल में आम श्रद्धालुओं के भस्मार्ती में 21 मार्च 2020 से प्रवेश निषिद्ध किया गया था।परंपरागत भस्मार्ती सिमित संख्या में पुजारी एवं पुरोहितों की उपस्थिति में की जा रही है।360 दिन भस्मार्ती में आम दर्शनार्थियों का प्रवेश कोरोना काल के कारण निषिद्ध रहा है।
बैठक के अन्य निर्णय-
- सामान्य दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था को निरंतर करने का निर्णय लिया गया तथा मंदिर परिसर में वर्तमान में संचालित तत्काल नि:शुल्क दर्शन बुकिंग व्यवस्था के 8 किओस्क का व्यापक प्रचार-प्रसार एवं इनका विस्तार करने का के निर्देश दिए गए।
2.जो भी दर्शनार्थी बिना बुकिंग के मंदिर दर्शन के लिए पहुंचते है उनको निराश ना होना पड़े इसके लिए उनकी हर संभव निशुल्क सहायता की जाए एवं उपलब्ध दर्शन स्लॉट में से कियोस्क के माध्यम से उनकी ऑनलाइन बुकिंग करवाई जाए ।
3.बैठक में जानकारी दी गई कि जब से ऑनलाइन दर्शन की सुविधा प्रारंभ की गई है तब से अनाधिकृत व्यक्तियों का मंदिर में प्रवेश होना बंद हो गया है और इस कारण से दर्शनार्थियों के जेब कटने व सामान चोरी होने की घटना में अत्यधिक कमी आई है .
4.बैठक में भगवान महाकालेश्वर की शयन आरती में दर्शनार्थियों को प्रवेश देने का निर्णय लिया गया तथा इसका समय बढाकर रात्रि 10:15 बजे तक कर दिया गया है। जिससे 10:15 बजे तक मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचने वाले दर्शनार्थी शयन आरती के दर्शन का लाभ ले सकेंगे ।
5.बैठक में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित गौशाला का संचालन कार्य महानिर्वाणी अखाड़े के महंत श्री विनीत गिरी को सौंपने का निर्णय लिया गया.
6.भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में विदेशी मुद्रा में प्राप्त होने वाले दान को जमा करने के लिए शासन द्वारा निर्धारित फॉरेन करेंसी अकाउंट खोलने का निर्णय लिया गया ।
7.बैठक में महाकालेश्वर मंदिर में किए जा रहे विकास कार्यों के तहत सड़क चौड़ीकरण के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता एवं प्रक्रिया को स्वीकृति प्रदान की गई । इसमें महाकाल मंदिर चौराहे का चौड़ीकरण ,बड़ा गणपति मंदिर की गलियों का चौड़ीकरण , चार धाम पार्किंग से नरसिंह घाट तक की सड़क का चौड़ीकरण तथा उर्दू स्कूल की गली में माधव सेवा न्यास की सड़क का चौड़ीकरण शामिल है ।
8.बैठक में भगवान महाकालेश्वर को चढ़ाए जाने वाली पगड़ी के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया एवं निर्णय लिया गया कि उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देशों के तारतम्य में केवल परंपरागत पगड़ी ही भगवान को चढ़ाई जाए ।
9.हरिओम जल चढ़ाने के सम्बंध में श्रद्धालु महिलाओ के आग्रह पर विचार किया गया । इस सम्बन्ध में अंतिम निर्णय महाशिवरात्रि के बाद लिया जायेगा।
बैठक में प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी , महंत विनीत गिरी महाराज, पं. आशीष पुजारी , विजय शंकर शर्मा , दीपक मित्तल , प्रदीप गुरु ,नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल , उज्जैन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसएस रावत ,स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जितेंद्र चौहान मौजूद थे ।