श्री महाकाल मन्दिर परिसर विस्तार योजना से क्षेत्रफल 8 गुना बढेगा
उज्जैन,06 मार्च(इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार )। श्री महाकाल महाराज मन्दिर परिसर विस्तार योजना को 692.83 करोड़ से अंजाम दिया जा रहा है। इसमें स्मार्ट सिटी मिशन मद से 441.83 करोड़,80 करोड़ एएफडी फ्रेंच डेवलपमेंट एजेंसी एवं यूरोपियन युनियन,43करोड़ श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति,128 करोड़ भूमि अधिगृहण के लिए राज्य शासन दे रहा है।योजना अंतर्गत परियोजनाओं के कार्यान्वयन से श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर का क्षेत्रफल वर्तमान स्थिति से लगभग 8 गुना बढेगा।यह कार्य 2 चरणों मे पूर्ण किया जाएगा।
श्री महाकाल महाराज मन्दिर परिसर विस्तार योजना एवं स्वच्छता अभियान में सहभागिता प्राप्त करने के लिये शनिवार को स्थानीय होटल में मीडिया कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में श्री महाकाल महाराज मन्दिर विस्तार योजना के बारे में मीडियाकर्मियों को कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। इसके बाद मौजूद मीडियाकर्मियों से सुझाव भी प्राप्त किये गये। कलेक्टर ने कहा कि प्राप्त सुझावों पर विचार कर इन पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
श्री सिंह ने स्वयं पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन देकर बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में 9 दरवाजे रहेंगे, जेके सीमेंट 4 .5 करोड रुपए की धर्मशाला बनाकर मंदिर को संचालन के लिए देगा, 15 मार्च से बेगम बाग के नाले पर बने सभी मकान हटाने की कार्रवाई शुरू की जा रही है, आपने बताया कि महाकाल मंदिर के सामने का मार्ग 70 मीटर चौड़ा किया जाएगा ,इस चौड़ीकरण की चपेट में अपंग आश्रम का आधा भाग आ जाएगा, इसके बाद महाकाल मंदिर चौराहे तक का मार्ग 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा, 10 मिनट के वीडियो में जानकारी दी गई कि महाकाल मंदिर क्षेत्र 8 गुना बढ़ जाएगा, हरी फाटक ब्रिज की दो भुजाओं को चौड़ा किया जाएगा
इसके अलावा दो अंडर पास भी बनेंगे। आपने यह भी बताया कि महाकाल मंदिर के लिए 100 वर्ष का मास्टर प्लान बनाने की मंशा पर काम किया जा रहा है। मन्नत गार्डन के बाहर स्थित दुकाने एक माह में हटाई जाएगी, जिलाधीश ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत श्री महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण कार्य में मार्ग चौड़ीकरण पर अधिग्रहण करने के लिए 128 करोड रुपए की आवश्यकता है, मुआवजे के रूप में यह राशि बांटी जाएगी ।
उज्जैन शहर की प्राचीन धरोहर को म्यूजियम के माध्यम से श्रद्धालुओं को दिखाया जाएगा, इसके लिए मंदिर के पास महाराज वाडा स्कूल और पुराने शहर में स्थित माधव कॉलेज में म्यूजियम प्रस्तावित है, आपने यह भी बताया कि महाकाल मंदिर से लगा हुआ पंडित सूर्यनारायण व्यास का प्राचीन मकान भी योजना के तहत हटाया जाएगा। महाकाल मंदिर विस्तारीकरण के अलग-अलग चरण बनाए गए हैं, प्रथम चरण में श्री महाकालेश्वर वाटिका, श्री महाकालेश्वर मार्ग, अर्थ पथ क्षेत्र, शिव अवतार वाटिका, रूद्र सागर तट विकास, नूतन विद्यालय परिसर, गणेश विद्यालय परिसर ,पार्किंग, धर्मशाला ,प्रवचन हाल एवं अन्य क्षेत्र वितरित किए जाएंगे। द्वितीय चरण में महाराज वाडा परिसर विकास, रुद्रसागर जीर्णोद्धार ,छोटा रूद्र सागर तट, रामघाट का सौंदर्यकरण, पार्किंग एवं पर्यटन सूचना केंद्र, हरी फाटक पुल का चौड़ीकरण, रेलवे अंडरपास, रुद्रसागर पर पैदल पुल, महाकाल द्वार एवं प्राचीन मार्ग बेगम बाग मार्ग का विकास, रुद्रसागर पश्चिमी मार्ग और महाकाल पहुंच मार्ग का उन्नयन शामिल है
श्री महाकालेश्वर वाटिका में गणेश कुंड एवं नंदी द्वार, सप्त ऋषि सहित शिव स्तंभ, कमल कुंड, टिकट घर, मुक्ताकाशी रंगमंच, ई-रिक्शा स्टेशन ,अल्प आहार क्षेत्र और छायादार बैठक स्थान बनाए जाएंगे, श्री महाकालेश्वर मार्ग पर पैदल एवं ई-रिक्शा मार्ग, शिव आनंद स्वरूप आधारित स्तंभ , भित्ति चित्र बनाई जाएगी इसके अतिरिक्त श्री महाकालेश्वर की कथाओं से युक्त भित्ति चित्र तथा सीढ़ी युक्त वाटिका ,50 फीट ऊंची मूर्ति सहित बैठने हेतु क्षेत्र, चार धाम से महाकाल मंदिर स्थित आगंतुक सुविधा 210 मीटर लंबा पुल के अलावा महाकाल मंदिर परिसर को अत्याधुनिक एवं आकर्षक लाइटिंग के जरिए प्रकाशमय किया जाएगा, अन्य कार्य में महाराज वाडा का उन्नयन एवं पुनर उपयोग नक्षत्र वाटिका का विकास, रूद्र सागर का जीर्णोद्धार, छोटा रुद्रसागर लेक फ्रंट विकास, रामघाट की ओर जाने वाले पैदल मार्ग का कायाकल्प, घाट पर सिमहस्त थीम आधारित चलित लाइट शो, पार्किंग, सूचना केंद्र ,कोटि तीर्थ एवं रुद्रसागर में म्यूजिकल फाउंटेन एवं वाटर स्क्रीनशॉट, आपातकालीन प्रवेश द्वार एवं निर्गम मार्ग आदी उन्नयन के कार्य किए जाएंगे।
कलेक्टर सिंह ने बताया कि योजना अन्तर्गत चल रही परियोजना के क्रियान्वयन से श्री महाकालेश्वर मन्दिर परिसर का क्षेत्रफल वर्तमान स्थिति से आठ गुना बढ़ जायेगा। योजना का कार्य दो चरणों में पूर्ण होगा। प्रथम चरण में श्री महाकालेश्वर वाटिका, श्री शिव अवतार वाटिका, महाकालेश्वर मार्ग, अर्थपथ क्षेत्र, रूद्र सागर तट विकास, नूतन विद्यालय परिसर, गणेश विद्यालय परिसर, पार्किंग, धर्मशाला, प्रवचन हाल एवं अन्नक्षेत्र का विकास किया जायेगा। द्वितीय चरण में महाराजवाड़ा परिसर का विकास, रूद्र सागर का जीर्णोद्धार, छोटा रूद्र सागर तट का विकास, रामघाट का सौन्दर्यीकरण, पार्किंग एवं पर्यटन सूचना केन्द्र, हरिफाटक पुल का चौड़ीकरण एवं रेलवे अण्डरपास, रूद्र सागर पैदल पुल, महाकाल द्वार एवं प्राचीन मार्ग, बेगमबाग मार्ग का विकास, रूद्र सागर पश्चिमी मार्ग का विकास तथा महाकाल पहुंच मार्ग का विकास किया जायेगा।