May 6, 2024

उज्जैन – कालभैरव मंदिर के बाहर मुंबई के एडव्होकेट परिवार पर फूल प्रसादी बेचने वालों का हमला ; एक को गंभीर चोंट, महिलाओं बच्चों से अभ्रदता कपडे फाडे

उज्जैन,31मार्च(इ खबर टुडे / ब्रजेश परमार )। मुंबई महाराष्ट्र से उज्जैन दर्शन के लिए आए एडव्होकेट भट्टाचार्य परिवार पर काल भैरव मंदिर के बाहर पार्किंग में फूल प्रसाद बेचने वालों ने हमला कर दिया। विवाद वाहन पार्किंग स्थल की दुकान से प्रसाद नहीं खरीदने को लेकर हुआ। कुल 09 श्रद्धालुओं में से एक श्रद्धालु अमरदीप गंभीर घायल हुआ है जिसके सर पर लोहे की राड से अज्ञात बदमाशों ने हमला किया।

घायल अमरदीप उज्जैन के जिला अस्पताल में भर्ती है। हमले में घायल ऋषीकेश भट्टाचार्य ने बताया 29 मार्च की रात मैं अपने भाई अमरदीप पिता रमेश 43 वर्ष निवासी मुंबई से पत्नी , भाभी , 4 बच्चे के साथ उज्जैन दर्शन करने आये थे। महाकाल दर्शन के बाद आज सुबह होटल से कालभैरव मंदिर दर्शन के लिये मैजिक वाहन किराए पर लेकर यहां पहुंचे।ड्रायवर ने उसका वाहन पार्किंग में लगाया और हम लोग दर्शनों के लिये चले गये। वहां से लौटे और पार्किंग में खड़े मैजिक वाहन में बैठे तो कुछ लोग वहां आ गये।

उन्होंने कहा कि पार्किंग में वाहन खड़ा किया है तो प्रसाद खरीदना पड़ेगा। हमने कहा कि हमने दूसरी जगह से प्रसाद खरीद लिया है। अब नहीं खरीदना। वह मैजिक ड्रायवर के साथ गाली गलौज करने लगे। हमने विवाद कर रहे लड़कों को गाली गलौज करने से रोका तो करीब दो दर्जन से अधिक लड़के इकट्ठे हो गये जिनके हाथ में लोहे की रॉड, डंडे, पाइप थे और सभी ने अचानक से मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में अमरदीप का सिर फट गया, मुझे पैरों में डंडे मारे, बच्चों के कपड़े फाड़े, महिलाओं के कपड़े फाड़कर बुरी नीयत से छुआ और ड्रायवर को जान से मारने की धमकी दी। हम लोग भीड़ में मदद की गुहार लगाते रहे लेकिन कोई बचाने नहीं आया।

मंदिर के पास चौकी पर एक एएसआई ड्यूटी कर रहा था। उसके पास भाभी गईं हाथ जोड़े, पैर पड़े तो वह चौकी से उठकर पार्किंग तक आया और उसने ड्रायवर से कहा पार्किंग से बाहर गाड़ी निकालो। उसी मैजिक वाहन से ड्रायवर सभी घायलों को पहले भैरवगढ़ थाने लेकर गया। वहां से एक होमगार्ड सैनिक हमें जिला अस्पताल लेकर आया । यहां भी मारपीट करने वाले पहुंच चुके थे। वह ड्रायवर को धमका रहे थे तो घायलों पर भी नजर रखे हुए थे।

काल भैरव के यहां मारपीट करने के बाद गुंडे मैजिक चालक कमल कुमार को धमकाने जिला अस्पताल तक पहुंच गए। यहां पर गुंडों ने उसे बयान नहीं देने को लेकर धमकाया। मैजिक चालक ने बताया कि मुंबई के श्रद्धालुओं को आज उसने चौबीसखंबा माता मंदिर के पास से अपने वाहन में कालभैरव दर्शन कराने के लिये बैठाया था। रोजाना की तरह पार्किंग में अपना वाहन खड़ा किया। यात्रियों ने वहां से प्रसाद नहीं खरीदा था। वह लोग भगवान को शराब का भोग लगवाना चाहते थे। जब वह दर्शन कर लौटे और वाहन में बैठे तो पार्किंग संचालक राजू श्रद्धालुओं पर प्रसाद खरीदने का दबाव बना रहा था। मना करने पर राजू बोला पार्किंग के 200 रुपये देना पड़ेंगे। कमल ने उसे 100 रुपये देने की बात कर समझाने की कोशिश की तब तक दो दर्जन से अधिक बदमाश वहां एकत्रित हो गये और कमल को बचाने के लिये बातचीत कर रहे परिवार पर हमला बोल दिया। कमल का कहना था कि उसकी जान को खतरा है, क्योंकि वह रोजाना ही सवारी लेकर कालभैरव व अन्य मंदिरों में जाता है। उक्त गुण्डे उसके साथ बाद में मारपीट करेंगे।

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि फूल प्रसाद बेचने वाले और श्रद्धालुओं के बीच विवाद हुआ था। आरोपी राजा भाटी को हिरासत में लिया गया है। वह भी घायल है उसका मेडिकल करवाया गया है। श्रद्घालुओं की शिकायत पर पुलिस ने मामले में आरोपियों के विरूद्ध्‍ भादवि की धारा 354 एवं पास्को एक्ट की धारा भी लगा दी है। एसडीएम एवं तहसीलदार भी घटना स्थल पहुंचे हैं। यहां लगी अवैध दुकानों को हटाने का काम किया जाएगा।

ऐसा नहीं है कि श्रद्धालुओं के साथ मारपीट का यह पहला मामला है। इससे पूर्व महाकाल की पार्किंग में, आटो रिक्शा चालक एवं होटल वाले बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से मारपीट कर चुके हैं। महाकाल थाना पुलिस ने ऐसे प्रकरण दर्ज किए हैं।

श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की घटना के बाद जिला प्रशासन ने कालभैरव मंदिर परिक्षेत्र में अतिक्रमण के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की गई। कलेक्टर उज्जैन नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा द्वारा कालभैरव मंदिर क्षेत्र में महाराष्ट्र के श्रद्धालुओं के साथ मारपीट के प्रकरण को त्वरित संज्ञान में लिया गया। राजस्व, पुलिस एवं नगर निगम के अमले द्वारा तत्काल कालभैरव मंदिर परिक्षेत्र पहुंचकर अवैध रूप से संचालित दुकानों के विरुद्ध संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई। वहीं श्रद्धालुओं के साथ मारपीट के प्रकरण में आरोपी राजा भाटी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण भी दर्ज किया गया है। आरोपी को पुलिस की हिरासत में भी लिया गया हैं। राजस्व, पुलिस एवं नगर निगम के अमले द्वारा कालभेरव मंदिर के आसपास अवैध रूप से संचालित 40 दुकानों को जेसीबी के माध्यम से हटाया गया। तहसीलदार आरएस पाटीदार ने बताया कि श्रद्धालुओ की सुविधा और बेहतर पार्किंग व्यवस्था के मद्देनजर लगभग 27 दुकानें सिहस्थ क्षेत्र से और 2 दुकानें शासकीय भूमि तथा मंदिर के पास अवेध रूप से संचालित 11 दुकानों का अतिक्रमण हटाकर भूमि का अतिक्रमण मुक्त कराया गया।

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