Ratlam Terror Connection : राजस्थान में पकडाए रतलामी आतंकियों के कनेक्शन में दो आरोपी और गिरफ्तार,पचास से अधिक संदिग्ध भी हिरासत में लिए,जेहादी तत्वों की सक्रियता बढी (देखिए लाइव वीडियो )
रतलाम,31 मार्च (इ खबरटुडे)। राजस्थान के निम्बाहेडा में आरडीएक्स के साथ पकडे गए रतलाम के तीन आतंकियों के कनेक्शन में रतलाम से दो और आरोपियों को एटीएस ने गिरफ्तार किया है। वहीं रतलाम पुलिस ने पचास से अधिक संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है। आतंकियों से कब्जे से जब्त मारुति बलेनो का रजिस्टर्ड मालिक भी फरार बताया जा रहा है। पूरे घटनाक्रम ने रतलाम में फिर से सक्रिय हो रहे अल सूफ्फा जैसे जेहादी तत्वो के मामले को भी उजागर कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान एटीएस ने निम्बाहेडा में रतलाम से जा रहे तीन आतंकियों को बुधवार को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में आरडीएक्स बरामद किया था। इस गिरफ्तारी के बाद हडकम्प मच गया और मध्यप्रदेश एटीएस के साथ ही रतलाम पुलिस भी एक्शन में आ गई।
एटीएस ने दबोचा दो आरोपियों को
निम्बाहेडा में रतलाम के तीन आतंकी अल्तमश,जुबैर और सैफूल्ला के पकडे जाने के बाद मध्यप्रदेश एटीएस ने रतलाम के ही दो अन्य आरोपियों को भी पकडा है। पकडे गए इन दो आरोपियों के नाम फिलहाल एटीएस ने उजागर नहीं किए है। लेकिन इ खबर टुडे को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पकडे गए आरोपियों के नाम इमरान और अमीन है। इन दोनों आरोपियों को मध्य प्रदेश एटीएस पूछताछ के लिए ले गई है।
गाडी मालिक भी है फरार
रतलाम के तीनों आतंकी सफेद कलर की मारुति बलेनो न.एमपी 43 सीए 7091 में सवार थे। इसी कार में आरडीएक्स भी छुपा कर रखा गया था। यह गाडी रतलाम में डोसीगांव निवासी इमरान अंसारी पिता मो.आमीन के नाम पर रजिस्टर्ड है। इ खबरटुडे को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक इमरान अंसारी पिछले तीन चार महीनों से फरार है। यह बात भी सामने आई है कि इमरान ने अपनी कार किसी शैरानी के पास गिरवी रखी थी।
पचास से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ
रतलाम का आतंकी कनेक्शन सामने आने के बाद अब रतलाम पुलिस भी एक्शन मोड में है। पकडे गए आतंकियों से मेलजोल रखने वाले और किसी भी तरह का सम्पर्क रखने वाले पचास से ज्यादा संदिग्धों को पुलिस ने राउण्ड अप किया है और उनसे कडी पूछताछ की जा रही है। एसपी अभिषेक तिवारी ने मीडीयाकर्मियों से चर्चा में बताया कि आतंकियों ने और भी विस्फोटक सामग्र्री और हथियार इत्यादि रतलाम में छुपाए हो सकते है। इसे देखते हुए पुलिस इन आतंकियों के सम्पर्क में रहे प्रत्येक व्यक्ति को बारीकी से टटोला जाएगा।
शहर में फिर सक्रिय हो रही है जेहादी तालिबानी सोच
रतलाम के तीन आतंकी पकडे जाने के बाद फिर से यह साबित हो गया है कि रतलाम में आईएसआईएस और तालिबान जैसी कïट्टर जेहादी सोच फिर से सक्रिय हो रही है। कुछ वर्षों पहले आईएसआईएस की तर्ज पर अल सूफ्फा नामक संगठन बनाया गया था,जिसमें करीब साठ युवक जुडे हुए थे। अल सूफ्फा के ही सदस्यों ने वर्ष 2014 में बजरंग दल नेता कपिल राठौड और 2017 में तरुण सांकला की निर्मम हत्या की थी। निम्बाहेडा से धराए तीन रतलामी आतंकियों में से दो अल्तमश और जुबैर तरुण सांकला की हत्या में शामिल थे और इसी हत्या काण्ड में उन्हे आजीवन कारावास की सजा भी हुई थी। इसी तरह सैफूल्ला उर्फ सरफुद्दीन कपिल हत्याकाण्ड में शामिल था। तीनो ही आजीवन कारावास के दोषसिद्ध अपराधी जमानत पर बाहर थे और जमानत पर आते ही फिर से आतंकी क्रियाकलापों में सक्रिय हो गए। पूर्व में बनाए गए अल सूफ्फा ग्र्रुप के बारे में पुलिस का दावा था कि वर्ष 2017 में हुए तरुण सांकला हत्यााकाण्ड के बाद इस ग्र्रुप को खत्म कर दिया गया था। लेकिन हाल की घटनाओं ने ये सिद्ध कर दिया है कि सूफ्फा की गतिविधियां निरन्तर चल ही रही थी। इतना ही नहीं सूफ्फा में पहले जहां साठ लोग शामिल थे वहीं अब इनकी तादाद में भी वृद्धि हो चुकी है। करीब दो साल के कोरोना काल में जेहादी तत्व फिर से सक्रिय हो गए है। पुलिस को इन तत्वों की तलाश के लिए अब खासी मशक्कत करना पडेगी। जो आतंकी पकडा गए है,वे तो पुलिस के हत्थे चढ ही गए है,लेकिन बडी संख्या उन लोगों की है जो स्लीपर सेल बनकर कभी भी बडा खतरा साबित हो सकते है।