Joshimath : कुछ देर में ध्वस्त होंगे जोशीमठ के दो होटल, पहुंची एनडीआरएफ, अनाउंसमेंट कर लोगों को हटाया, SC का तत्काल सुनवाई से इनकार
जोशीमठ,10जनवरी(इ खबर टुडे)। जोशीमठ में भूधंसाव के कारण पूर्ण रूप से प्रतिबंधित हो चुके दो होटलों मलारी इन और माउंट व्यू को सुरक्षित तरीके से ध्वस्त करने की कार्रवाई आज से शुरू कर दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने भूधंसाव मामले में तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है।
एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। प्रशासन द्वारा अनाउंसमेंट कर आसपास के लोगों को हटाया जा रहा है। लोगों से गिराए जाने वाले भवनों से दूर रहने की अपील की जा रही है।
केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआइ), नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरआफ) और लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) की टीम को तकनीकी रूप से ध्वस्तीकरण की जिम्मेदारी दी गई है।
होटल मालिक ने कहा ‘पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था’
मलारी इन होटल के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने एएनआइ समाचार एजेंसी से कहा है कि अगर होटल जनहित में गिराया जा रहा है तो मैं सरकार और प्रशासन के साथ हूं। भले ही मेरे होटल में आंशिक दरारें ही क्यों न हों। लेकिन मुझे नोटिस दिया जाना चाहिए था और मूल्यांकन किया जाना चाहिए था। मैं मूल्यांकन के लिए आग्रह करता हूं।
सोमवार शाम सीबीआरआइ के विज्ञानी ने प्रशासन के साथ दोनों होटलों का मौका-मुआयना किया। मंगलवार को टीम के सभी सदस्यों के पहुंचने के बाद ध्वस्तीकरण को लेकर रणनीति बनाई गई।
एक-दूसरे के ऊपर झुक गए दोनों होटलों के भवन
जोशीमठ के सिंहधार वार्ड में स्थित होटल मलारी इन और माउंट व्यू में वैसे तो दिसंबर माह से ही दरारें पड़ने लगी थी। दिसंबर के अंत में प्रशासन ने होटल को बंद करने के आदेश दे दिए थे।
इसके बाद बीती तीन जनवरी को दोनों होटलों के भवन एक-दूसरे के ऊपर झुक गए। इसके बाद प्रशासन ने दोनों होटलों में पूर्ण रूप से प्रवेश प्रतिबंधित करते हुए उसके बाहर एसडीआरएफ की तैनाती कर दी। अब मंगलवार को दोनों होटलों का विशेषज्ञों की निगरानी में ध्वस्तीकरण किया जा रहा है।
सीबीआरआइ के विज्ञानी के साथ होटलों का निरीक्षण भी कर लिया गया है। साथ ही मजदूरों के साथ मशीनों की भी पूरी व्यवस्था दुरुस्त है। मंगलवार को टीम के सभी सदस्यों के पहुंचने के बाद सुरक्षित तरीके से ध्वस्तीकरण को लेकर रणनीति बनाई गई।
इसे लेकर निम के प्रशिक्षक विनोद गुसाईं ने बताया कि जोशीमठ में भूधंसाव से जर्जर हुए होटल के ध्वस्तीकरण को लेकर चमोली जिला प्रशासन ने नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी से प्रशिक्षक मांगे थे।
SC का तत्काल सुनवाई से इनकार
जोशीमठ में भूधंसाव मामले में तत्काल सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया है। मामले में अगली सुनवाई अब 16 जनवरी को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान टिप्पणी भी की। कोर्ट ने कहा कि सभी महत्वपूर्ण चीजों को शीर्ष अदालत में आने की जरूरत नहीं है। इसे देखने के लिए लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई संस्थाएं हैं।