दर्दनाक हादसा: महिला की आंखों के सामने नदी में डूब गया पूरा परिवार
टीकमगढ़,06 जनवरी (इ खबरटुडे)। निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर थाना क्षेत्र स्थित जामनी नदी के पुल से एक ओमनी कार अनियंत्रित होकर नीचे जा गिरी। इसमें सवार एक ही परिवार के चार सदस्यों में से तीन की मौत हो गई।
पृथ्वीपुर के रहने वाले एक ही परिवार के दो मासूम बच्चों सहित पिता की मौत के बाद नगर में मातम छा गया। वहीं इस हादसे में मां को मामूली चोंटें आईं। तीन की मौत के बाद मां सहित परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। मंगलवार देर रात हुई घटना के बाद दो शवों को रात एक बजे निकाल लिया गया। जबकि मासूम बच्चे के शव को ग्वालियर से आई एसडीआरएफ की टीम ने निकाला। प्रशासन द्वारा फिलहाल कोई शासकीय रूप से मदद नहीं की गई है।
गौरतलब है कि पृथ्वीपुर नगर के वार्ड क्रमांक 1 में रहने वाले 30 वर्षीय संदीप साहू अपनी 28 वर्षीय पत्नी अरूणा साहू, 8 वर्षीय बेटी तनु साहू और 5 वर्षीय बेटा कृष्णा साहू के साथ कार से इलाज कराने के लिए झांसी गए थे। इलाज कराकर साहू परिवार झांसी से पृथ्वीपुर की ओर लौट रहा था।
इसी बीच मंगलवार की रात करीब 10 बजे जामनी नदी के पुल पर पहुंचते ही ओमनी कार अनियंत्रित होकर पुल के नीचे जा गिरी। बहाव वाले इलाके में कार गिरने से डूब गई। इसके साथ ही उसमें सवार परिवार के सदस्य भी डूब गए। सामान्य जीवन यापन करने वाले परिवार के मुखिया की मौत के बाद अब लोगों ने कहा कि सरकार को मदद करना चाहिए।
पत्नी तैरकर बाहर निकली
ओमनी कार सहित उसमें सवार लोगों के डूबने के बाद पत्नी अरूणा साहू तैरना जानतीं थीं। वह तैरकर नदी के किनारे पर पहुंची। इस दौरान वहां से गुजर रहे वाहनों को रोका और पूरी घटना से अवगत कराया। लोगों ने महिला अरूणा साहू की बात सुनते ही तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी देर रात तक घटना स्थल पहुंच गए ।
रात में ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। इस दौरान बेटी तनु को तत्काल ही निकाल लिया था, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद देर रात करीब 1 बजे क्रेन भेजी गई। क्रेन से ओमनी कार को निकाला गया, जिसमें परिवार के मुखिया संदीप साहू मृतक अवस्था में फंसे हुए थे। देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा, लेकिन बेटे का शव नहीं मिल सका था। इधर पत्नी अरूणा साहू का रो-रोकर बुरा हाल था। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार के अन्य सदस्य भी मौके पर पहुंच गए थे।
दूसरे दिन दोपहर में मिला बेटे का शव
टीकमगढ़ और सागर की एसडीआरएफ, होमगार्ड सहित अन्य गोताखोरों की टीम ने 5 वर्षीय मासूम कृष्णा साहू की खोजबीन शुरू कर दी थी, लेकिन देर रात तक गोताखोरों सहित अन्य टीमों के प्रयास के बाबजूद बालक को नहीं निकाला जा सका।
पुलिस और प्रशासन की टीम लगातार मुस्तैद रही। इसके बाद में प्रशासन ने ग्वालियर एसडीआरएफ की टीम को बुलाया और सुबह ग्वालियर से आई एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। दोपहर करीब 3 बजे मासूम बालक का शव नदी में मिला। इसके बाद दो मासूम बच्चों सहित पिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया।
एक घर से उठीं तीन अर्थियां
राजशाही जमाने के इस पुल से नीचे गिरने के बाद परिवार में दो बच्चों सहित पिता की मौत के बाद नगर में मातम छाया हुआ है। कई दुकानदारों ने तो प्रतिष्ठान बंद कर दिए। वहीं मृतकों के घर पर प्रशासनिक अधिकारी सहित नेता पहुंचे और ढांढस बंधाया। शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद एक-एक करके शवों का अंतिम संस्कार किया गया। शवों का अंतिम संस्कार टेहरका रोड स्थित मुक्तिधाम में किया गया।
कार चलाकर करते थे परिवार का भरण- पोषण
जो ओमनी कार अनियंत्रित होकर पुल के नीचे गिरी है और इससे तीन की मौत हुई है। इसी कार को किराए से चलाकर मृतक संदीप साहू परिवार का भरण पोषण करते थे। संदीप साहू पहले सहारा में एजेंट के रूप में कार्य करते थे। लेकिन वह कार्य उन्हें पसंद नहीं आया, फिर उन्होंने कार किराए से चलाना शुरू किया। इसके साथ ही टीवी की छतरियों को लगाकर भी कुछ जेब खर्चा एकत्र कर लेते थे। हादसे में परिवार के मुखिया संदीप साहू सहित उनके दो बच्चों की मौत हो गई है। अब सिर्फ संदीप साहू की पत्नी अरूणा साहू घर में हैं। जिनका रो-रोकर बुरा हाल है।
जामनी नदी पर प्रशासन ने नहीं की रोशनी की व्यवस्था
पृथ्वीपुर-ओरछा मार्ग पर दो खतरनाक पुल पड़ते हैं। झांसी जाने वाले अधिकांश वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं। इस दौरान बीच में जामनी और बेतवा नदी के दो खतरनाक पुल पड़ते हैं। इन दोनों ही पुलों पर हादसे की आशंका बनी रहती है। जामनी नदी का पुल काफी लंबा होने के चलते रात के समय वाहन भी दोनों तरफ से चले जाते हैं, जिससे वाहन बीच में फंस जाते है और हादसे की आशंका बनी रहती।
पुल पर उजाले यानि रोशनी की प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में रात के समय इस लंबे पुल पर अंधेरा बना रहता है। हादसे के बाद अब लोग प्रशासन की व्यवस्थाओं को कोसते हुए नजर आ रहे हैं। लोगों ने कहा कि रैलिंग भी पुल पर नहीं लगी हैं। इसके साथ ही व्यवस्था यहां पर नहीं रहती है। नगर के लोगों का कहना है कि रैलिंग लगाते हुए यहां पर पुलिस व्यवस्था की जाए। इसके अलावा सिग्नल लगाए जाएं और सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था हो।
कलेक्टर-एसपी सहित अन्य रहे मौजूद
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर कलेक्टर आशीष भार्गव, एसपी वाहिनी सिंह, एएसपी प्रतिभा त्रिपाठी, एसडीएम तरूण जैन, ओरछा थाना प्रभारी विनायक शुक्ला, पृथ्वीपुर थाना प्रभारी नरेंद्र त्रिपाठी के अलावा आसपास के थाना में पदस्थ पुलिसबल और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। इसके अलावा गोताखोरों द्वारा शवों को निकाला गया। अब लोगों ने पुल को लेकर सख्त कदम उठाने की मांग प्रशासन से की है।