ये हैं भगवान के टेलर, तैयार करते हैं डिजायनर कपड़े, हर मंदिर की मूर्ति का है नाप
उज्जैन,27सितंबर(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। अभी तक आपने हीरो हीरोइन के कपड़ों के ड्रेस डिजाइनर केे बारे में सुना होगा लेकिन खंडवा में एक ऐसा टेलर भी है जो भगवानों की ड्रेस डिजाइन करते है। इन टेलर की पहचान ऐसी है कि न सिर्फ खंडवा बल्कि आस पास के जिलों से भी लोग यहां पर भगवान की पोशाक तैयार कराने के लिए आते हैं। इस टेलर के पास जिले के ज्यदातर मन्दिरों में स्थापित भगवान की प्रतिमा के नाप लेकर एंव ग्राफ बनाकर भगवान की पोशाक तैयार करते है। इसलिए इनको अगर भगवान का टेलर कहा जाए तो गलत नहीं होगा यहां सिर्फ आपको मन्दिर के भगवान के नाप के कपडे देना है। बाकी डिजाईनिंग यह खुद करते है। और सभी भगवानो की पोशाक तैयार भी मिल जाती है इनके पास।
हम बात कर रहे है खंडवा के कहारवाड़ी निवासी भरत कुवादे कि जो बॉम्बे बाजार क्षेत्र में आशा सुपर मार्केट मे अपनी एक छोटी सी भगवानो के कपड़े सिलने की दुकान चलाते है। इनकी दुकान पर आपको हर समय लोगो की भीड़ मिलेगी जन्माष्टमी हो हनुमान जयंती हो या गणेश उत्सव व कोई अन्य उत्सव सुबह से लेकर शाम तक भी लोग यहां पर भगवान के कपड़े बनवाने के लिए आते रहते है।
भरत बताते है कि लोग यहां पर न सिर्फ अपने घरों के भगवान के लिए कपड़े सिलवाते हैं बल्कि मंदिरों में चढ़ाने के लिए भी यहीं पर उनकी सिलाई कराते हैं, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यहां पर परफेक्ट नाप लेकर के पोशाक बनाते है। इनकी कारीगरी और डिज़ाइन इतनी सुंदर होती है कि लोगो को बहुत पसंद आती है। इनके पास हर मन्दिर के भगवान की पोशाक का नाप मौजूद है। इसलिए लोग भगवान के कपड़े बनवाने के लिए भरत कुवादे की दुकान पर ही आते हैं।
15 वर्षों से कर रहे हैं कार्य़
भरत कुवादे भगवानों की पोशाक सिलने का काम पिछले करीब 15 वर्षों से करते आ रहे हैं उन्होंने भगवान के कपड़े सिलने का काम अपने पिता से सीखा था जिसके बाद उन्होंने भगवान की पोशाक तैयार करने के लिए बॉम्बे बाजार के पास दुकान खोली। भरत कुवादे को लोग भगवान का टेलर भी कह कर पुकारते हैं इनकी दुकान में इस समय चमकीले और लैस लगे कपड़ों की भरमार है जिससे कि वह भगवान की पोशाक तैयार करते हैं। इनकी पत्नी और बच्चे भी मदद के लिए दुकान में आते रहते है। जो दिन रात एक कर कर बड़े आर्डर पूरे करने में सहयोग करते है
अन्य जिलों से भी आते हैं लोग
ग्राहक मित्र हेमन्त मोराने ने बताया कि पिछले कुछ सालों में भरत की दुकान की ख्याति कुछ इस कदर फैली कि न सिर्फ खंडवा बल्कि आसपास के जिलों हरदा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर इंदौर से भी लोग उनकी दुकान पर भगवान की पोशाकें तैयार कराने के लिए आते हैं।
मौसम के हिसाब से भी बनाते हैं पोशाक
भरत कुवादे के पास लगभग सभी मन्दिरों में स्थापित प्रतिमाओं के नाप मौजूद हैं और जिस मन्दिर का नाप नहीं होता है जाकर ले आते हैं। गर्मियों में सिल्क और रेशमी कपड़े से भगवान की पोशाक बनाते हैं तो सर्दियों में मखमली’ कपड़ों से भगवान की पोशाक तैयार कराते हैं। खंडवा के इस निराले भगवान के ड्रेस डिजाइनर की प्रसिद्धि चहुओर फेल रही है।