Encroachment : फोरलेन निर्माण में बाधक बन रही पहलवान बाबा की दरगाह के अतिक्रमण को हटाने का काम शुरु,प्रशासनिक अधिकारियों ने मुस्लिम समुदाय की सहमति के बाद शुरु किया काम
रतलाम,09 नवंबर (इ खबरटुडे)। जावरा रोड से डोसीगांव तक सिटी फोरलेन बनाने में बाधक बन रही पहलवान बाबा की दरगाह में अतिक्रमण कर बनाए गए हिस्से को ढहाने का काम शनिवार शाम को मुस्लिम समुदाय की सहमति के बाद शुरु कर दिया गया। इससे पहले दोपहर में कलेक्टोरेट सभागृह में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों की बैठक हुई थी,जिसमें लम्बी चर्चा के बाद अतिक्रमण वाले हिस्से को ढहाने पर सहमति बनी थी।
उल्लेखनीय है कि पिछले करीब तीन महीनों से प्रशासन द्वारा उक्त दरगाह के अवैध निर्माण को हटाने के लिए प्रयास किए जा रहे थे। बीते दिनों प्रशासन द्वारा दरगाह कमेटी को अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी कर दिया गया था। नोटिस जारी होने के बाद एक ओर जहां मुस्लिम समुदाय के कुछ नेता इस कार्यवाही को रुकवाने के प्रयास कर रहे थे,वहीं दूसरी ओर सोशल मीडीया पर भडकाउ मैसेज डालने का सिलसिला भी शुरु हो गया था।
शुक्रवार शाम को एडीएम डा.शालिनी श्रीवास्तव के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों का दल दोबारा से पहलवान बाबा दरगाह का निरीक्षण करने पंहुचा था,जहां दरगाह कमेटी वालों ने फिर से उक्त कार्यवाही को रुकवाने का प्रयास किया। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों ने चर्चा के माध्यम से समस्या का समाधान निकालने के लिए शनिवार सुबह मस्जिद कमेटी के सदस्यों व अन्य प्रतिनिधियों को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बुलाया था।
दो तीन घण्टे चली चर्चा के बाद आखिरकार दरगाह कमेटी के लोग अतिक्रमण हटाने पर सहमत हो गए। शाम करीब चार बजे एसडीएम अनिल भाना और तहसीलदार ऋषभ ठाकुर के साथ पीडब्ल्यूडी के एसडीओ पीके राय व अन्य अधिकारियों का दल पहलवान बाबा की दरगाह पर पंहुचा और अतिक्रमण वाले हिस्से को चिन्हित कर अतिक्रमण तोडने की शुरुआत कर दी गई। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।
अधिकारियों के सख्त रवैये से निकला हल
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बुलाई गई बैठक एडीएम डा.शालिनी श्रीवास्तव,एसडीएम अनिल भाना,तहसीलदार ऋषभ ठाकुर,एएसपी राकेश खाखा,पीडब्ल्यूडी के ईई अनुराग सिंह और एसडीओ पीके राय मौजूद थे। मुस्लिम समुदाय की ओर से शहर काजी के साथ अन्य प्रतिनिधि भी इस बैठक में शामिल हुए। काफी देर तक प्रशासनिक अधिकारी अलग अलग विकल्प सुझाते रहे,लेकिन मुस्लिम समुदाय किसी भी विकल्प को मानने को तैयार नहीं हो रहा था। लम्बी चर्चा के बाद एएसपी राकेश खाखा ने सख्त रवैया अपनाते हुए मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों को स्पष्ट भाषा में समझाया कि जो विकल्प प्रशासनिक अधिकारी दे रहे हैैं उन पर सहमति यदि नहीं दी गई तो प्रशासन अपने तरीके से काम करेगा। उन्होने एसडीएम अनिल भाना के साथ चुनिन्दा प्रतिनिधियों को बन्द कमरे में चर्चा कर मामले का हल निकालने को कहा। इसके बाद एसडीएम अनिल भाना ने चुने हुए प्रतिनिधियों से चर्चा की और आखिरकार मामला हल हो गया।