November 24, 2024

Blind Murder Exposed : हाईवे पर अर्द्धनग्न हालत में मिली युवती की लाश का रहस्य हुआ उजागर,सेना के जवान ने अवैध सम्बन्धों के चलते की थी हत्या,आरोपी गिरफ्तार(देखिए विडियो )

रतलाम,11 अप्रैल (इ खबरटुडे)। दस दिन पहले रतलाम मन्दसौर फोरलेन हाईवे पर ढोढर के पास अर्द्धनग्न स्थिति में मिली युवती की लाश की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। नर्सिंग की पढाई के लिए रतलाम आई युवती की हत्या अवैध सम्बन्धों के चलते उसी के दूर के रिश्ते के मामा ने की थी। हत्या का आरोपी सेना में जवान है और जम्मू कश्मीर के द्रास में तैनात है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के इस कृत्य में उसकी पत्नी ने भी उसका सहयोग किया था। पुलिस ने पत्नी को भी राउण्ड अप कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक राहूल कुमार लोढा ने कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि विगत 1 अप्रैल की मध्यरात्रि में रतलाम मन्दसौर फोरलेन पर ढोढर के समीप एक युवती की अर्द्धनग्न लाश बरामद हुई थी। लडकी के शरीर पर गहने भी थे,और उसकी हत्या धारदार हथियार से गला काट कर की गई थी। हाईवे पर लाश बरामद होने पर रिंगनोद पुलिस थाने पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई थी।

एसपी श्री लोढा ने बताया कि पुलिस के सामने पहली चुनौती मृतिका की शिनाख्त की थी। मृतिका करीब 23-24 वर्ष की युवती थी। मृतिका की शिनाख्त के लिए पुलिस ने हरसंभव प्रयास किए। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज चैक किए गए। पुलिस के इ-रक्षक एप पर मध्यप्रदेश,गुजरात,राजस्थान महाराष्ट्र आदि राज्यों से दर्ज गुमशुदगी के करीब तीन सौ मामलों को चैक किया गया। इसके अलावा सोशल मीडीया प्लेटफार्म्स व्हाट्सएप,इन्स्टाग्राम ,फेसबुक आदि के माध्यम से भी मृतिका की शिनाख्त के प्रयास किए गए।

इसी दौरान 6 अप्रैल को रतलाम के औद्योगिक थाना क्षेत्र पर ग्राम नरेडीबेरा थाना खाचरौद निवासी राजकुंवर राठौर नामक महिला ने अपनी पुत्री सविता पिता भारतसिंह राठौैर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। जैसे ही इस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई पुलिस ने राजकुंवर को हाईवे पर मिली लाश के फोटो दिखाए और लाश से बरामद हुए जेवरात दिखाए गए। इस पर राजकुंवर ने मृतिका की शिनाख्त अपनी पुत्री सविता के रुप में की। उसने बताया कि सविता पिछले छ: माह से नर्सिंग की पढाई के लिए कोचिंग करने रतलाम आई थी और सखवाल नगर में किराये का कमरा लेकर रह रही थी।

एसपी श्री लोढा के मुताबिक मृतिका की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने हत्यारों की तलाश तेज गति से प्रारंभ की। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज,मृतिका के फोन की काल डिटेल इत्यादि के जरिये पुलिस को पता चला कि 1 अप्रैल के दिन मृतिका के पास पिन्टू पिता कालूसिंह राजपूत नि.ग्राम कोठडी थाना ताल का फोन आया था और उसके बुलाने पर सविता बस में सवार होकर पंचेड फन्टे पर पंहुची थी। सविता,आरोपी पिन्टू की बुआ की लडकी की लडकी थी अर्थात वह पिन्टू की फुफेरी बहन की लडकी थी और इस तरह पिन्टू उसका दूर के रिश्ते का मामा लगता था।

एसपी श्री लोढा ने बताया कि पुलिस की जांच में यह तथ्य भी आए कि मृतिका और आरोपी पिन्टू राजपूत के बीच पिछले तीन वर्षों से अवैध सम्बन्ध थे। लेकिन पिछले साल जून 2023 में आरोपी पिन्टू की शादी एक अन्य महिला शीतल से हो गई थी। पिन्टू की शीतल से शादी हो जाने के कारण सविता पिन्टू से नाराज थी और वह उसे बलात्कार के केस में फंसाने की धमकियां देने लगी थी। इतना ही नहीं सविता ने पिन्टू को बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी देकर उससे एक बार पचास हजार रु.भी ले लिए थे। वह पिन्टू पर लगातार रुपए देने के लिए दबाव बनाने लगी थी।

एसपी श्री लोढा के मुताबिक सविता की लगातार बढती मांगों से परेशान पिन्टू ने उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। एसपी श्री लोढा के मुताबिक पिन्टू भारतीय सेना में लांस नायक के पद पर है और वर्तमान में जम्मू कश्मीर के द्रास में तैनात है। उसने अपनी नौकरी से डेढ महीने की छुïट्टी ली थी और वह अपने गांव आया था। 1 अप्रैल को उसकी छुट्टी का आखरी दिन था। अपनी छुट्टी के आखरी दिन उसने सविता को फोन करके बुलाया और पंचेड फन्टे से अपनी बुलेट पर बैठाकर उसे आगे ले गया। सुनसान से स्थान पर पंहुचकर उसने गाडी रोकी और शाम के करीब साढे आठ बजे अपने चाकू से सविता का गला रेत दिया।

एसपी श्री लोढा ने बताया कि सविता का गला काट कर उसकी हत्या करने के बाद आरोपी ने उसकी लाश को खींचकर पास की झाडियों में डाल दिया। इसके बाद वह अपने घर गया। घर से वह अपनी पत्नी शीतल को साथ लेकर आया और शीतल ने हत्या के सबूत मिटाने के उद्देश्य से उसने मृतिका के कपडे उतार दिए। घटनास्थल के और भी साक्ष्य मिटाने की कोशिश की गई। पुलिस ने पिन्टू की पत्नी शीतल को भी सहआरोपी बनाया है। उसे राउण्ड अप कर लिया गया है और उससे भी पूछताछ की जा रही है।

एसपी श्री लोढा ने बताया कि आरोपी पिन्टू भारतीय सेना की 43 फील्ड रेजीमेन्ट कारगिल में लांस नायक होकर जम्मू कश्मीर के द्रास में तैनात है। हत्या करने के फौरन बाद वह ट्रेन से दिल्ली चला गया और दिल्ली से फ्लाइट लेकर श्रीनगर पंहुचा। जहां से वह द्रास में अपने कत्र्तव्यस्थल पर पंहुच गया। पुलिस को हत्या में उसके संलिप्त होने की जानकारी मिलने पर रतलाम पुलिस ने भारतीय सेना अधिकारियों की इस बात की सूचना दी। रतलाम पुलिस के दल ने द्रास पंहुचकर आरोपी पिन्टू को गिरफ्तार किया और वहां के न्यायालय से प्रोटेक्शन वारन्ट लेकर उसे रतलाम लाया गया। पुलिस कप्तान ने बताया कि आरोपी पिन्टू का पुलिस रिमाण्ड लेकर उससे बारीकी से पूछताछ की जाएगी। उसे न्यायालय में पेश किया जा रहा है।

इस सनसनीखेज हत्याकांड को सुलझाने में अअपु जावरा डॉ शक्ति सिंह चौहान, निरीक्षक पीआर डावरे, उनि कन्हैया अवास्य चौकी प्रभारी ढोढर, उनि जितेंद्र कनेश चौकी असावती, उनि शिवेंद्र, उनि अनुराग यादव, उनि अमित शर्मा प्रभारी सायबर सेल, उनि राजा तिवारी सीसीटीवी प्रभारी, सउनि सगीर खान, सउनि राधेश्याम, सउनि अरविंद रावजगताप, सउनी संजय बोराना, सउनी देवीलाल ठाकुर(सीसीटीवी), प्र आर शांतिलाल डिंडोर( सीसीटीवी), प्रधान आर दिनेश पंड्या, प्रधान आर राहुल, आर कमलेश पांडे, नरेंद्र हाड़ा, नरेंद्र जगावत शोभाराम, हीरालाल, मयंक जोशी, अभिजीत, अतुल दुबे, जितेंद्र व्यास, मांगीलाल, राजेश, प्रकाश भास्कर, प्र आर लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, प्र आर मनमोहन शर्मा, प्र आर हिम्मत सिंह, आर विपुल भावसार, आर मयंक व्यास, आर राहुल पाटीदार, आर तुषार, आर कैलाश शर्मा, महेंद्र धाकड़ ,इमरान, प्रधान आर दुर्गालाल औद्योगिक क्षेत्र रतलाम, महिला आर लक्ष्मी ,अंगुरबाला,पूजा,भारती, उमेश प्रजापत, राकेश लोहार, आर. मनीष पाटीदार जावरा, सीसीटीवी शाखा से आर देवेंद्र ठाकुर आर लाखन धबाई, आर पारस चावला आदि की भूमिका सराहनीय रही।

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