कारोबार

भारतीय शेयर बाजार ने बनाया नया रिकार्ड, दुनियाभर में सबसे ज्यादा बढ़ा

The Indian stock market set a new record, growing the most in the world.

Indian stock market:पिछले पांच माह से विश्व के इक्विटी बाजारों में लगातार गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार ने नया रिकार्ड बनाया है। भारतीय शेयर बाजार ने गिरावट थमने के साथ ही रिकवरी करने की रफतार में नया रिकार्ड बनाया दिया है। दुनिया के दस सबसे बड़े इक्विटी बाजारों में भारत का शेयर बाजार मार्च में सबसे ज्यादा बढ़ा। जहां पर भारतीय बाजार में 9.4 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। इसके बाद जर्मनी 5.64 प्रतिशत की वृद्धि और 2.81 ट्रिलियन डालर से अधिक के बाजार पूंजीकरण के साथ दूसरे स्थान पर रहा सबसे बड़े इक्विटी बाजार अमेरिका में 3.7 प्रतिशत की गिरावट, फ्रांस, यूके और कनाडा के बाजारों में मामूली बढ़ोतरी है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण फरवरी के अंत में लगभग 4.39 ट्रिलियन डालर था, जो अब बढ़कर लगभग 4.8 ट्रिलियन डालर हो गया। मई 2021 के बाद यह सबसे बड़ी मासिक उछाल है। इसमें भारतीय बाजार का अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं जर्मनी 5.64 प्रतिशत की वृद्धि और 2.81 ट्रिलियन डालर से अधिक के बाजार पूंजीकरण के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
जापान और हांगकांग के शेयर बाजारों में क्रमश: 4.9 प्रतिशत और चार प्रतिशत की वृद्धि हुई। फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा के शेयर बाजारों में भी मामूली वृद्धि दर्ज की गई। इसके विपरीत, दुनिया के सबसे बड़े इक्विटी बाजार अमेरिका में 3.7 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, जबकि सऊदी अरब के बाजार में 4.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

मार्च में भारतीय इक्विटी बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में 5-5 प्रतिशत की तेजी आई, जबकि व्यापक बीएसई मिडकैप और स्मालकैप सूचकांकों में क्रमशः 8.4 प्रतिशत और 9.8 प्रतिशत की तेज बढ़त दर्ज की गई। आरबीआइ द्वारा जल्द ही ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के साथ अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा 2025 में दो बार ब्याज दरों में कटौती के संकेत ने भी निवेशकों की धारणा में सुधार किया है।

स्टाक मार्केट के लिए सबसे बुरा दौर बीत चुका है: रामदेव अग्रवाल

भारतीय शेयर बाजारों के दो महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के चेयरमैन और सह-संस्थापक रामदेव अग्रवाल ने कहा कि अब स्टाक मार्केट के लिए सबसे बुरा दौर बीत चुका है और अच्छे दिन वापस आ गए हैं। अग्रवाल ने कहा कि हाल ही में आए सुधार के बाद, शेयर बाजार आखिरकार स्थिर हो रहा है और सुधार और वृद्धि के दौर के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक वैश्विक और घरेलू कारणों के चलते भारतीय शेयर बाजार में तेज उछाल देखा गया।

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