मुख्यमंत्री ने नीति संशोधित कर शुरू किया है शराबबंदी का प्रारंभिक चरण – विधायक चेतन्य काश्यप
- अहाते बन्द करने और शॉप बार में शराब पीने पर रोक लगाने के फैसले से शहरवासी हर्षित
- स्टेडियम मार्केट चौपाटी पर सभा के बद रैली निकालकर मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
रतलाम,21 फरवरी(इ खबरटुडे)। नवीन आबकारी नीति 2023 के लिए मंगलवार को स्टेडियम मार्केट चौपाटी पर शहरवासियों ने सभा के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके बाद रैली भी निकाली गई। इसमें महिलाएं हाथों में धन्यवाद पट्टिकाएं लेकर शामिल हुई।
सभा और रैली में विधायक चेतन्य काश्यप, महापौर प्रहलाद पटेल, प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी की सविता दीदी, आर्ट ऑफ लिविंग के रविंद्र गेहलोत, सहज योग संस्था के महेंद्र व्यास, नशामुक्ति अभियान के अशोक अग्रवाल, जन अभियान परिषद् के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय सहित विभिन्न संस्थाओं के सदस्य, भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्तागण, आमजन शामिल हुए।
विधायक श्री काश्यप ने धन्यवाद सभा में कहा कि नई आबकारी नीति लागू होने से शराब के अहातें और शॉप बार पर शराब पीने की व्यवस्था बन्द होगी, साथ ही धार्मिक स्थल, शैक्षणिक संस्थान और छात्रावासों से इसकी दूरी भी अब 100 मीटर रहेगी।
उन्होने कहा कि आज यह मुद्दा सामाजिक सरोकार का मुद्दा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ऐसे दुरगामी निर्णय लेने के लिए हमेशा पहचाने जाते है। समाज की चिंता करने वाला नेतृत्व हमारे पास है। समाज को जागृत करना सबसे आवश्यक है। कानून बनाने से बहुत बढ़ी उपलब्धि हासिल नहीं कर सकते, इसलिए समस्या सामाजिक आंदोलन और सरकार दोनों को साथ चलना पडे़गा।
श्री काश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्रीजी ने शराब की नीति को संशोधित कर एक प्रारंभिक चरण शुरू किया है, जिसका उद्देश्य नशे को हतोत्साहित करना है। नशे के प्रति हमारे समाज के लोगों का रूझान कम कैसे करना है। नशे से समाज में कई विसंगतियां आ जाती है।
उन्हे रोकने के लिए शासन ने नीति बनाई है। अति शराब पीने से व्यक्ति की सामाजिक प्रतिष्ठा का नुकसान होता है, व्यक्ति स्वयं हंसी का पात्र बनता है। श्री काश्यप ने सरकार के फैसले के प्रति आभार जताते हुए इसे दूरगामी बताया।
महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि नई शराब नीति के तहत मुख्यमंत्रीजी द्वारा जो निर्णय लिया गया है, वह काफी सराहनीय है। उन्होने माता-बहनों और परिवारों का दर्द समझा है, इसी कारण से उन्होने यह कदम उठाया है। कई बार लोग अहातों में बैठकर शराब पीते थे। घर जाकर कई बार माता-बहनों से मारपीट करते है, गली मोहल्लों में उपद्रव करते है। पूरी तरह से कोई भी सरकार शराबबंदी एकदम से नहीं कर सकती, क्योंकि लोगों ने नशे को अपनी आदत बना लिया है और अपने शरीर के साथ परिवार का नाश करना शुरू कर दिया है। अधिक शराब पीना मौत के मुंह में जाना है, जिस परिवार का मुख्य सदस्य नशे का आदि हो जाए उस परिवार की हालत खराब हो जाती है, इसलिए नशे से हमेशा दूर रहना चाहिए।
प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी की सविता दीदी ने कहा कि आज यह संदेश सुनकर बहुत खुशी हुई है। शराब बंद और परिवार में खुशहाली चालू हो जाए, यह बहुत ही आवश्यक था। बहुत अच्छा एक आगाज है, मुख्यमंत्रीजी को ब्रम्हाकुमारी की ओर से धन्यवाद देते है, जिन्होने इस कार्य के लिए पहल की है। नशामुक्ति को लेकर जब भी हम गांव में जाते थे तो लोग कहते थे कि पहले आप दुकानों को बंद करें। वह सपना भी आज साकार हो रहा है। हमारा प्रदेश भी नशामुक्त बन जाएगा। यहीं हम सबका संकल्प है।
आर्ट ऑफ लिविंग के रविन्द्र गेहलोत ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान जहां यात्रा पहुंची थी, वहां शराब दुकानों को बंद किया गया था। किन्ही कारणों से सरकार बदली और वापस दुकानें चालू हो गई थी लेकिन जनकल्याणकारी सरकार के वापस आने के बाद जनता की भावना को समझा और ऐतिहासिक फैसला किया, जिसकी चारों ओर सराहना हो रही है। शराब एक व्यक्ति को नहीं बल्कि पूरे परिवार को नष्ट करती है।
सभा में नशे से शरीर में होने वाली बीमारियों को लेकर जागरूकता के पोस्टर का विमोचन भी किया गया। इस दौरान भाजपा नेता मनोहर पोरवाल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा, सुनील सारस्वत, कोषाध्यक्ष जयवंत कोठारी, महिला मोर्चा की प्रदेश सदस्य अनिता कटारिया, अनिता पाहुजा, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विप्लव जैन, मंडल अध्यक्ष निलेश गांधी, कृष्णकुमार सोनी, मयूर पुरोहित, विनोद यादव, एमआईसी सदस्य राजू मनोहरलाल सोनी, दिलीप गांधी, सपना त्रिपाठी, अनिता कटारा, धर्मेंद्र व्यास, मंडल महामंत्री राकेश परमार आदि उपस्थित रहे।