December 25, 2024

ABVP Demonstration : फिर से तूल पकडने लगा कान्वेन्ट स्कूल में छात्रा की आत्महत्या का मामला,एबीवीपी ने किया कलेक्टोरेट का घेराव, चक्काजाम,दो छात्राएं हुई बेहोश (देखिए लाइव विडीयो)

abvp demo

रतलाम,07 मार्च (इ खबरटुडे)। करीब तीन महीने पहले सेन्ट जोसेफ कान्वेन्ट स्कूल की एक छात्रा द्वारा स्कूल के भीतर आत्महत्या किए जाने मामला फिर से तूल पकडने लगा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आज इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं किए जाने और कुछ अन्य मांगों को लेकर कलेक्टोरेट कार्यालय में जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग थी कि कलेक्टर स्वयं उनका ज्ञापन लेने आएं। कलेक्टर के नहीं आने से आक्रोशित छात्रों ने बाहर जाकर सडक पर चक्काजाम कर दिया। इस चक्काजाम में दो छात्राएं बेहोश हो गई। करीब तीन घण्टे चले हंगामे के बाद प्रदर्शनकारी वहां से लौट गए। प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रशासन को दस दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर दस दिन में उनकी मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो जिले भर के छात्र रतलाम में एकत्रित होकर उग्र्र प्रदर्शन करेंगे।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सैकडों छात्र छात्राएं अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबक आज दोपहर कलेक्टोरेट कार्यालय पंहुचे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्टोरेट कार्यालय में बडी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे। ज्ञापन लेने पंहुचे अधिकारियों को प्रदर्शनकारी छात्रों ने ज्ञापन देने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि कि चूंकि ज्ञापन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की निष्क्रियता के सम्बन्ध में है इसलिए ज्ञापन कलेक्टर को ही दिया जाएगा। जब कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आए तो प्रदर्शनकारी छात्रों ने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद प्रदर्शनकारी छात्र कलेक्टोरेट के बाहर सडक पर पंहुच गए और उन्होने चक्काजाम कर दिया। इस दौरान दो छात्राएं बेहोश हो गई।

छात्राओं के बेहोश होने से प्रदर्शन स्थगित हो गया। एबीवीपी के विभाग संयोजक कृष्णा डिंडोर का कहना है कि उन्होने प्रशासन को अपनी मांगों के निराकरण के लिए दस दिन का अल्टीमेटम दिया है। यदि 16 मार्च तक उनकी मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो जिले भर के छात्र रतलाम में एकत्रित होकर उग्र्र प्रदर्शन करेंगे।

यह है छात्रों की मांग

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक कृष्णा डिंडोर ने बताया कि शहर के मध्य संचालित हो रहे एंड जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में नाबालिग छात्रा अलीशान पिता लेबरिया सलोनी का निवासी उड़ीसा ने 9 दिसंबर 2021 गुरुवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के बाद मालूम हुआ था कि छात्रा नन सिस्टर बनने की ट्रेनिंग लेने उड़ीसा से यहां आई थी। जिसके बाद जांच में सामने आया था कि और भी छात्राएं इस और इस प्रकार से स्कूल परिसर में संचालित अवैध हॉस्टल में रहकर ट्रेनिंग ले रही थी। स्कूल संचालक स्टाफ व संचालन की अनुमति नहीं बता पाए वहीं मामला पूरी तरह से धर्मांतरण का होना भी मालूम है। जिससे कई आदिवासी छात्राएं भी शामिल थी। छात्रा की मौत के मामले में जाँच के लिए तत्कालीन एसपी गौरव तिवारी ने एसआईटी गठित करते हुए जांच को 7 दिनों में पूरी करने की बात कही थी मगर आज 3 माह से अधिक समय हो जाने के बाद भी जांच को सार्वजनिक नहीं किया गया। इसी मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग की ओर से नोटिस आने के बाद जिला प्रशासन के द्वारा जिला बाल कल्याण समिति को जांच सौंपी गई थी। समिति ने प्रमुख बिंदुओं पर जांच पूरी करते हुए उक्त रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी। मगर आज तक जांच को सार्वजनिक नहीं नहीं किया गया।

विद्यार्थी परिषद ने यह मांग की है कि 5 दिन के अंदर पुलिस की एसआईटी व जिला प्रशासन की बाल कल्याण समिति द्वारा की गई जांच को सार्वजनिक किया जाए। साथ ही स्कूल प्रशासन में दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।

विद्यार्थी परिषद् के जिला संयोजक शुभम कुमावत ने बताया कि दूसरा मामला जिले में संचालित हो रहे शासकीय छात्रावासों का है जहां पर छात्रावास अधीक्षक लगातार अपना मनमाना व लापरवाही पूर्ण रवैया अपना रहे है। अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी छात्रावासों की स्थिति अत्यंत दयनीय है। हाल ही में जिले के दो अलग-अलग छात्रावासों के वीडियो वायरल हुए है जिनमें एक छात्रावास शहर के उत्कृष्ट स्कूल तथा दूसरा छात्रावास बाजना के उत्कृष्ट स्कूल का है। दोनों ही वीडियो में छात्रावास के अंदर छात्र-छात्राएं अनैतिक कार्य करते हुए देखे जा सकते हैं। दोनों वीडियो के सामने आने के बाद छात्रावास के अधीक्षक की गंभीर लापरवाही उजागर होती है। अतः दोनों छात्रावास के अधीक्षक का निलंबन तत्काल प्रभाव से हो, यह मांग की गई है। कई छात्रावासों में अधीक्षक नियम विपरीत 10 से 12 साल तक लंबे समय के बाद भी वहीं स्थापित है तथा एक अधीक्षक के पास दो या चार छात्रावास का प्रभार दिया हुआ है। ऐसे अधीक्षक को तत्काल हटाया जाए। नगर मंत्री मंथन मुसले ने बताया कि शहर में एक और बड़ा खेल मैदान शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय सांगोद रोड पर है। जहां पर शहर के नागरिकों के साथ-साथ प्रतियोगिता परीक्षा जैसे आर्मी पुलिस रेलवे आदि की तैयारी करने वाले विद्यार्थी भी आते हैं। ऐसे में वर्तमान में इस उत्कृष्ट स्कूल के प्राचार्य सुभाष कुमार द्वारा कलेक्टर साहब के आदेश का हवाला देते हुए मैदान में आमजन व तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस पर कार्यवाही के लिए भी विद्यार्थी परिषद् द्वारा मांग की गई है ।

विद्यार्थी परिषद् के इस प्रदर्शन में प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य सुरभि रावल,दिलीप खड़िया,सावन बड़गोत्या,भाग संयोजक लोकेंद्र गोहर,नगर सह मंत्री ईशा लोदवाल,यश पोरवाल, इशिका जोशी,प्रियांशी उपाध्याय, सिद्दार्थ मराठा,अनिकेत शर्मा,राहुल रौतेला,रितिक खटीक,विकास कुमावत,शुभम परिहार,प्रधुम्न बैरागी,मोहित पंवार,अंशु टाक,राज मईड़ा,विनायक घोसरे,विनीत नाहर,दीपक सेन समेत बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थे ।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds