रतलाम / शहर में आवारा पशुओ का आतंक, बीती रात गोशाला रोड पर दो सांडो की लड़ाई में हुआ रहवासियों का नुकसान, निगम कर्मचारी और पशुपालको की साठगाठ से हो रही दुर्घटनाएं : देखिये वीडियो
रतलाम,11 जुलाई(इ खबर टुडे)। शहर में लम्बे समय से आवारा मवेशियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इन मवेशियों के चलते शहर की जनता को हर पल जान-माल का खतरा बना रहता है। बीती रात भी गोशाला रोड पर दो सांडो की लड़ाई में क्षेत्र के कई दो पहिया वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये। निगम कर्मचारियों और पशुपालको की साठगाठ के चलते शहर में दुर्घटनाये दिन पे दिन बढ़ रही है।
रतलाम नगर निगम के अधिकरी केवल अपने कार्यालयों में बैठकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है। जिसके कारण आवारा मवेशी सड़को पर आम जनता के लिए खतरा बनकर घूम रहे है। जिम्मेदार केवल खानापूर्ति कर बैठ जाते है।इसी के चलते बीती रात भी शहर के गोशाला रोड पर दो सांड आपस में भीड़ गये जिसके चलते क्षेत्र के निवासी दीपक मोठिया का दो पहिया वाहन और अन्य रहवासी हितेंद्र राही के भी दो वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये।
दो सांडो की लड़ाई के चलते कई वाहन चालक अपने वाहन छोड़कर भाग गए अन्यथा कोई बड़ी जनहानि हो जाती। वही क्षेत्र के अन्य रहवासीयों ने अपने अपने घरो से लड़ते हुए सांडो पर पानी का छिड़काव भी किया लेकिन दोनों ने लड़ना बंद नहीं किया। पूरा घटनाक्रम करींब 2 घंटे से अधिक समय चला। वही अगले दिन सुबह वही दोनो सांड वापस इसी क्षेत्र में आकर एक बार फिर भीड़ गये। इस दौरान कई स्कूली बच्चे इनके हमलो से बालबाल बच गये।
क्षेत्र के लोगो द्वारा शिकायत करने पर क्षेत्रीय पार्षद द्वारा निगम को सुचना दी गई। जिसके बाद निगम कर्मचारियों ने एक सांड को पकड़ने की नौटकीं कर चले गये। वही की जनता के अनुसार क्षेत्र के पशुपालको द्वारा दूध निकालने के बाद पशुओ को खुला छोड़ने की जानकारी दी। जिसके चलते दिन रात सड़को पर आवारा पशुओ की भरमार रहती है।
निगम कर्मचारी और पशुपालको की साठगाठ से हो रही दुर्घटनाएं
सूत्रों के अनुसार आवारा पशुओ की सुचना मिलने निगम कर्मचारी क्षेत्रीय पशुपालको मौके पर पहुंचने से पहले ही सूचना दे देते जिसके कारण निगम के पहुंचने के पहले ही पशुपाल अपने पशुओ को क्षेत्र में हटा लेते है। वही कई बार कोई आवारा पशु पकड़ में भी आता है तो निगम कर्मचारी अपने स्तर पर ही मामूली चालानी कारवाही कर छोड़ देते है।
निगम के अफसर अपने ऊपर बीतने के बाद करेंगे कार्यवाही
ये आवारा पशु शहर के लगभग अभी प्रमुख मार्गो और चोराहो पर झुंड के झुंड में देखे जा सकते हे लेकिन इन मार्गो से गुजरने वाले निगम वरिष्ठ अधिकारी को काले चश्मे और काली फ्रेम के कांच वाली गाड़ियों के कारण ये झुंड दिखाई नहीं देते है। शहर की जनता का कहना है कि जब तक इन आवारा मवेशियों की चपेट में इन प्रशासनिक अधिकारियो का कोई अपना नहीं आएगा तब तक कोई कार्यवाही नहीं होगी। वही इन अधिकारियो को मिले आरामदायक वाहन आमजनता के टेक्स से मिले है अगर इन में टूटफूट भी हो जाये तो इन अफसरों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन हमारे वाहन तो म,मेहनत की कमाई से ,लोन लेने के बाद मिलते है। जिनमे ऐसे बेवजह नुकसान होने पर हमे दुःख होता है।