मुख्यमंत्रियों से बोले पीएम मोदी, कोरोना से निपटने के लिए टेस्टिंग बढ़ाना होगा
नई दिल्ली ,08 अप्रैल (इ खबर टुडे)।भारत में चल रही कोरोना महामारी की स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में पीएम मोदी ने कहा, आज की समीक्षा में कुछ बातें हमारे सामने स्पष्ट हैं, उन पर हमें विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पहला- देश फ़र्स्ट वेव के समय की पीक को क्रॉस कर चुका है, और इस बार ये ग्रोथ रेट पहले से भी ज्यादा तेज है।
दूसरा- महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य फ़र्स्ट वेव की पीक को भी क्रॉस कर चुके हैं। कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं। हम सबके लिए ये चिंता का विषय है। ये एक serious concern है। तीसरा- इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत अधिक casual हो गए हैं। अधिकतर राज्यों में प्रशासन भी नज़र आ रहा है। ऐसे में कोरोना केसेस की इस अचानक बढ़ोतरी ने मुश्किलें पैदा की हैं।
पीएम मोदी ने साथ ही कहा, इन तमाम चुनौतियों के बावजूद, हमारे पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव है, संसाधन हैं, और वैक्सीन भी है। जनभागीदारी के साथ-साथ हमारे परिश्रमी डॉक्टर्स और हेल्थ-केयर स्टाफ ने स्थिति को संभालने में बहुत मदद की है और आज भी कर रहे हैं। ‘Test, Track, Treat’, Covid appropriate behaviour और Covid Management, इन्हीं चीजों पर हमें बल देना है। आज हम जितनी ज्यादा वैक्सीन की करते हैं, इससे ज्यादा हमें टेस्टिंग पर बल देने की जरूरत है। टेस्टिंग और ट्रेकिंग की बहुत बड़ी भूमिका है। टेस्टिंग को हमें हल्के में नहीं लेना होगा।
इससे पहले पीएम मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठक में पांच सूत्रीय फॉर्मूला भी सुझाया था, जिसमें जांच, संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान, उपचार, कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन और टीकाकरण को जरूरी बताया था।